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Caller ID: अब कॉल करने वाले नाम बदलकर नहीं छिपा सकेंगे पहचान, पोल खोल देगा TRAI का ये तगड़ा फीचर
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नीतीश कुमार
Updated Wed, 29 Oct 2025 03:17 PM IST
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सार
New Rule On Caller ID: जल्द ही किसी अनजान नंबर से कॉल आने पर स्क्रीन पर उस व्यक्ति का असली नाम दिखेगा। TRAI और DoT ने मिलकर तय किया है कि अब कॉलर का असली नाम डिफॉल्ट रूप से सभी यूजर्स को दिखाई देगा।
पता चलेगी कॉलर की पहचान
- फोटो : Adobe Stock
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विस्तार
टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) और दूरसंचार विभाग (DoT) ने मिलकर फेक कॉल पर लगाम लगाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अब बहुत जल्द आपके फोन पर एक ऐसा फीचर अपने आप ऑन हो जाएगा जिसमें आपको कॉल आने पर कॉलर का असली नाम दिखाई देगा। यह वह नाम होगा जिससे कॉलर ने मोबाइल कनेक्शन या सिम लिया है। काॉल आने पर रिसीवर की स्क्रीन पर वह नाम दिखाई देगा।
सभी टेलीकॉम यूजर्स को मिलेगी सुविधा
दरअसल, TRAI ने फरवरी 2024 में कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) सर्विस शुरू करने की सिफारिश की थी। पहले सुझाव दिया गया था कि यह सर्विस सिर्फ उन यूजर्स के लिए एक्टिव की जाए, जो इसे चाहें। लेकिन अब दूरसंचार विभाग ने प्रस्ताव में बदलाव करते हुए यह सुविधा डिफॉल्ट रूप से सभी यूजर्स के लिए ऑन रखने की सिफारिश की है। अगर कोई यूजर इसे बंद करना चाहता है, तो उसे इसके लिए अनुरोध करना होगा।
फेक और स्पैम कॉल पर लगेगी लगाम
इस फैसले का उद्देश्य फेक कॉल्स, स्पैम और फ्रॉड मामलों को रोकना है। CNAP सर्विस से कॉल रिसीव करने से पहले ही कॉलर की असली पहचान सामने आ जाएगी, जिससे रिसीवर को पता चल जाएगा कि यह कॉल काम की है या फर्जी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह कदम डिजिटल सुरक्षा और यूजर ट्रस्ट को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा सुधार साबित होगा। टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी और दूरसंचार विभाग अब इसके तकनीकी परीक्षण और लागू करने की प्रक्रिया पर काम कर रहे हैं।
सभी टेलीकॉम यूजर्स को मिलेगी सुविधा
दरअसल, TRAI ने फरवरी 2024 में कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) सर्विस शुरू करने की सिफारिश की थी। पहले सुझाव दिया गया था कि यह सर्विस सिर्फ उन यूजर्स के लिए एक्टिव की जाए, जो इसे चाहें। लेकिन अब दूरसंचार विभाग ने प्रस्ताव में बदलाव करते हुए यह सुविधा डिफॉल्ट रूप से सभी यूजर्स के लिए ऑन रखने की सिफारिश की है। अगर कोई यूजर इसे बंद करना चाहता है, तो उसे इसके लिए अनुरोध करना होगा।
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फेक और स्पैम कॉल पर लगेगी लगाम
इस फैसले का उद्देश्य फेक कॉल्स, स्पैम और फ्रॉड मामलों को रोकना है। CNAP सर्विस से कॉल रिसीव करने से पहले ही कॉलर की असली पहचान सामने आ जाएगी, जिससे रिसीवर को पता चल जाएगा कि यह कॉल काम की है या फर्जी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह कदम डिजिटल सुरक्षा और यूजर ट्रस्ट को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा सुधार साबित होगा। टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी और दूरसंचार विभाग अब इसके तकनीकी परीक्षण और लागू करने की प्रक्रिया पर काम कर रहे हैं।