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मेडिकल कॉलेज में तीन दिन से बिजली आपूर्ति बाधित
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अयोध्या। तीन दिन हुई तेज बरसात के दौरान बाधित हुई राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज दर्शननगर की बिजली आपूर्ति शनिवार को तीसरे दिन भी बहाल नहीं हो सकी। अस्पताल परिसर में जेनरेटर चलाकर किसी तरह सेवाएं बहाल की गईं लेकिन आवासीय परिसर में निवास कर रहे चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी एक-एक बूंद पानी को तरस गए।
आक्रोशित स्वास्थ्यकर्मियों ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को समस्याओं से अवगत कराया। वैकल्पिक तौर पर एक अन्य जेनरेटर का इंतजाम करने का आश्वासन मिलने पर स्वास्थ्यकर्मी शांत हुए। वहीं, बिजली न आने से डिजिटल एक्सरे व सीटी स्कैन जैसी बड़ी मशीनें न चल पाने से जांचें नहीं हो सकीं और मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
जिले में तीन दिन से हुई तेज बरसात व हवा की वजह से राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज दर्शननगर में भी बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। अंडरग्राउंड बिजली होने की वजह से जमीन के नीचे के फाल्ट को नहीं देखा जा सका जिससे शनिवार को तीसरे दिन भी आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी।
मेडिकल कॉलेज में लगे जेनरेटर से अस्पताल में बिजली आपूर्ति बहाल हुई जिससे मरीजों को राहत मिली लेकिन मेडिकल कॉलेज परिसर में बनी कॉलोनी में निवास करने वाले करीब दो सौ लोगों की हालत खराब हो गई। लोग एक-एक बूंद पानी को भी तरस गए।
शनिवार को चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों के सब्र का बांध टूट गया तो वे आक्रोशित होकर मेडिकल कॉलेज परिसर पहुंचे। उन्होंने सीएमएस डॉ. अरविंद सिंह व उप प्राचार्य डॉ. सत्यजीत वर्मा से शिकायत दर्ज कराई।
परेशानियों को देखते हुए अधिकारियों ने जलकल विभाग से वार्ता कर पानी का टैंकर मंगवाया जिसे कॉलोनी में भेजा गया। फिर भी स्वास्थ्यकर्मी स्थायी निदान की मांग पर अड़े रहे। इसके बाद सीएमएस ने किराए पर एक जेनरेटर की व्यवस्था कॉलोनी परिसर के लिए करवाने का आश्वासन दिया और शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल न होने पर सुविधा दिलाने की बात कही। इसके बाद स्वास्थ्यकर्मी शांत हुए।
वहीं, तीसरे दिन भी बिजली आपूर्ति न बहाल होने से डिजिटल एक्सरे, सीटी स्कैन जैसी बड़ी मशीनें नहीं चल सकीं। इससे दूर-दराज से आए कई मरीजों को वापस लौटना पड़ा। कुछ लोग तो निजी डाइग्नोस्टिक सेंटरों पर जाने को विवश हुए।
सीएमएस डॉ. अरविंद सिंह ने बताया कि बिजली आपूर्ति ठप होने से अस्पताल में तो किसी तरह कार्य चलाया गया लेकिन कॉलोनी में रहने वाले लोगों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ा। वैकल्पिक तौर पर एक जेनरेटर कॉलोनी के लिए भी मंगाया गया है।
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आक्रोशित स्वास्थ्यकर्मियों ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को समस्याओं से अवगत कराया। वैकल्पिक तौर पर एक अन्य जेनरेटर का इंतजाम करने का आश्वासन मिलने पर स्वास्थ्यकर्मी शांत हुए। वहीं, बिजली न आने से डिजिटल एक्सरे व सीटी स्कैन जैसी बड़ी मशीनें न चल पाने से जांचें नहीं हो सकीं और मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
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जिले में तीन दिन से हुई तेज बरसात व हवा की वजह से राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज दर्शननगर में भी बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। अंडरग्राउंड बिजली होने की वजह से जमीन के नीचे के फाल्ट को नहीं देखा जा सका जिससे शनिवार को तीसरे दिन भी आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी।
मेडिकल कॉलेज में लगे जेनरेटर से अस्पताल में बिजली आपूर्ति बहाल हुई जिससे मरीजों को राहत मिली लेकिन मेडिकल कॉलेज परिसर में बनी कॉलोनी में निवास करने वाले करीब दो सौ लोगों की हालत खराब हो गई। लोग एक-एक बूंद पानी को भी तरस गए।
शनिवार को चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों के सब्र का बांध टूट गया तो वे आक्रोशित होकर मेडिकल कॉलेज परिसर पहुंचे। उन्होंने सीएमएस डॉ. अरविंद सिंह व उप प्राचार्य डॉ. सत्यजीत वर्मा से शिकायत दर्ज कराई।
परेशानियों को देखते हुए अधिकारियों ने जलकल विभाग से वार्ता कर पानी का टैंकर मंगवाया जिसे कॉलोनी में भेजा गया। फिर भी स्वास्थ्यकर्मी स्थायी निदान की मांग पर अड़े रहे। इसके बाद सीएमएस ने किराए पर एक जेनरेटर की व्यवस्था कॉलोनी परिसर के लिए करवाने का आश्वासन दिया और शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल न होने पर सुविधा दिलाने की बात कही। इसके बाद स्वास्थ्यकर्मी शांत हुए।
वहीं, तीसरे दिन भी बिजली आपूर्ति न बहाल होने से डिजिटल एक्सरे, सीटी स्कैन जैसी बड़ी मशीनें नहीं चल सकीं। इससे दूर-दराज से आए कई मरीजों को वापस लौटना पड़ा। कुछ लोग तो निजी डाइग्नोस्टिक सेंटरों पर जाने को विवश हुए।
सीएमएस डॉ. अरविंद सिंह ने बताया कि बिजली आपूर्ति ठप होने से अस्पताल में तो किसी तरह कार्य चलाया गया लेकिन कॉलोनी में रहने वाले लोगों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ा। वैकल्पिक तौर पर एक जेनरेटर कॉलोनी के लिए भी मंगाया गया है।