UK: खाई में गिरी कार...चालक रातभर बंद वाहन के अंदर घायल अवस्था में पड़ा रहा, दूसरे दिन घटना का चला पता
कोतवाली सोमेश्वर क्षेत्रांतर्गत कफड़खान के पास बीते देर रात एक कार खाई में जा गिरी। शुक्रवार की सुबह घटना की जानकारी मिलने पर एसडीआरएफ, फायर और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू कर घायल व्यक्ति को सुरक्षित निकाल कर बेस चिकित्सालय अल्मोड़ा भेजा।
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अल्मोड़ा के कोतवाली सोमेश्वर क्षेत्रांतर्गत कफड़खान के पास बीते देर रात एक कार खाई में जा गिरी। शुक्रवार की सुबह घटना की जानकारी मिलने पर एसडीआरएफ, फायर और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू कर घायल व्यक्ति को सुरक्षित निकाल कर बेस चिकित्सालय अल्मोड़ा भेजा।
बृहस्पतिवार की देर रात हुंडई वर्ना वाहन नंबर यूके 06 वाई 9933 अल्मोड़ा- बागेश्वर मोटर मार्ग पर कफड़खान से 2.5 किमी अल्मोड़ा की ओर सिरकोट पर करीब 250 मीटर नीचे खाई में जा गिरी। रात होने के कारण किसी को घटना की जानकारी नहीं हुई। चालक सागर वर्मा (31) निवासी नंदादेवी मंदिर के पास रात भर कार में घायल पड़ा रहा। शुक्रवार की सुबह करीब 7.25 बजे कोतवाली सोमेश्वर में किसी ने हादसे की सूचना दी। जिस पर एसडीआरएफ, फायर और पुलिस टीमे तत्काल मौके पर पहुंची। त्वरित कार्रवाई करते हुए लॉक कार को रेस्क्यू पुलिस टीमों ने आयरन कटर की सहायता से काटकर घायल चालक को बाहर निकाला। सुरक्षित रेस्क्यू के बाद घायल को एंबुलेंस की सहायता से बेस चिकित्सालय अल्मोड़ा लाया गया।
रेस्क्यू टीम में चौकी प्रभारी एनटीडी कृष्ण कुमार, उप निरीक्षक एसडीआरएफ पंकज सिंह, ओम प्रकाश, मुकेश सिंह, आनंद सिंह, विमल टम्टा, धीरेंद्र सिंह, श्याम लाल, रवि आर्य, मोहम्मद अशरफ, कुलदीप, कृष्णा सिंह, कैलाश जोशी, पुष्कर मेहता आदि शामिल रहे।
जाको राखे साईयां मार सके न कोई
जाको राखे साईयां मार सके न कोई कहावत उस समय चरितार्थ हुई जब खाई में गिरी कार में रात भर तड़पने के बावजूद चालक सागर वर्मा ईश्वर की कृपा से बच निकले। कार के खाई में गिरने के बाद कार लॉक हो गई। सुनसान जगह होने के कारण रात में किसी को भी घटना की भनक नहीं लग पाई। शुक्रवार की सुबह आवाजाही कर रहे लोगों ने कार खाई में गिरी देखी तो पुलिस को सूचना दी। रेस्क्यू पुलिस टीमों ने आयरन कटर की सहायता से कार को काटकर घायल व्यक्ति को बाहर निकाला और अस्पताल भिजवाया। यदि चालक कार से छिटक जाता तो जनहानि भी हो सकती थी। ठंड से भी नुकसान पहुंचता।