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Chamoli News: चमोली जिले के छह बाल वैज्ञानिकों का राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयन
संवाद न्यूज एजेंसी, चमोली
Updated Fri, 21 Nov 2025 06:21 PM IST
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फोटो
नैनीताल में हुआ था राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन
संवाद न्यूज एजेंसी
पोखरी (चमोली)/गौचर। चमोली जिले के छह बाल वैज्ञानिकों का चयन राष्ट्रीय बाल विज्ञान महोत्सव के लिए किया गया है। सभी बाल वैज्ञानिकों का अलग-अलग वर्ग में चयन हुआ है।
हल्द्वानी में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राज्य विज्ञान महोत्सव खालसा नेशनल बालिका इंटर कॉलेज नैनीताल में 19 से 21 नवंबर तक राष्ट्रीय बाल विज्ञान महोत्सव का आयोजन किया गया था। जीजीआईसी पोखरी में भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता गंभीर सिंह ने बताया कि महोत्सव में चमोली जिले से 36 बाल वैज्ञानिकों ने प्रतिभाग किया। सभी जिलों से कुल 468 प्रतिभगी शामिल हुए। इस साल की प्रदर्शनी का मुख्य विषय 'विकसित भारत के लिए एसटीईएम' रखा गया था। इसमें बेहतर मॉडलों के आधार पर चमोली के छह प्रतिभागियों का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए हुआ है। जूनियर वर्ग में निधि जीआईसी जोलाकोट थराली ब्लॉक, आर्यन नेगी राउमावि थैंग ज्योतिर्मठ, अनुज कुमार राजीव नवोदय विद्यालय गैरसैंण, सीनियर वर्ग में नितिन सिंह राजीव गांधी नवोदय विद्यालय गैरसैंण, कृष्णकांत राजीव नवोदय विद्यालय गैरसैंण और प्रांजल कंडारी राइंका कुलसारी थराली शामिल हैं। मुख्य शिक्षाधिकारी चमोली श्रीकांत पुरोहित ने बच्चों के राष्ट्रीय स्तर पर चयन होने पर खुशी व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं दी हैं।
जंगली जानवरों के हमलों से बचाव करता है ऑटोमैटिक रडार सिस्टम
रुद्रप्रयाग। जिले के ऊखीमठ स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के कक्षा दसवीं के चिन्मय नौटियाल और राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय उनियाना के कक्षा आठ के ध्रुव का चयन भी राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए हुआ। जिला समन्वयक वीरेंद्र सिंह जठुरी ने बताया कि चिन्मय नौटियाल का ऑटोमैटिक रडार सिस्टम जजों को खूब भया। चिन्मय का मॉडल पहाड़ी क्षेत्रों में बढ़ते जंगली जानवरों के हमलों से बचाव करता है। यह रडार जंगली जानवरों की गतिविधियों को चार मीटर की दूरी से पकड़ लेता है और दूरी के हिसाब से हरी, पीली तथा लाल लाइट के साथ अलग-अलग ध्वनि चेतावनी देता है। जंगली जानवर के नजदीक आने पर रडार मोबाइल पर संदेश भेजता है।
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संवाद न्यूज एजेंसी
पोखरी (चमोली)/गौचर। चमोली जिले के छह बाल वैज्ञानिकों का चयन राष्ट्रीय बाल विज्ञान महोत्सव के लिए किया गया है। सभी बाल वैज्ञानिकों का अलग-अलग वर्ग में चयन हुआ है।
हल्द्वानी में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राज्य विज्ञान महोत्सव खालसा नेशनल बालिका इंटर कॉलेज नैनीताल में 19 से 21 नवंबर तक राष्ट्रीय बाल विज्ञान महोत्सव का आयोजन किया गया था। जीजीआईसी पोखरी में भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता गंभीर सिंह ने बताया कि महोत्सव में चमोली जिले से 36 बाल वैज्ञानिकों ने प्रतिभाग किया। सभी जिलों से कुल 468 प्रतिभगी शामिल हुए। इस साल की प्रदर्शनी का मुख्य विषय 'विकसित भारत के लिए एसटीईएम' रखा गया था। इसमें बेहतर मॉडलों के आधार पर चमोली के छह प्रतिभागियों का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए हुआ है। जूनियर वर्ग में निधि जीआईसी जोलाकोट थराली ब्लॉक, आर्यन नेगी राउमावि थैंग ज्योतिर्मठ, अनुज कुमार राजीव नवोदय विद्यालय गैरसैंण, सीनियर वर्ग में नितिन सिंह राजीव गांधी नवोदय विद्यालय गैरसैंण, कृष्णकांत राजीव नवोदय विद्यालय गैरसैंण और प्रांजल कंडारी राइंका कुलसारी थराली शामिल हैं। मुख्य शिक्षाधिकारी चमोली श्रीकांत पुरोहित ने बच्चों के राष्ट्रीय स्तर पर चयन होने पर खुशी व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं दी हैं।
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जंगली जानवरों के हमलों से बचाव करता है ऑटोमैटिक रडार सिस्टम
रुद्रप्रयाग। जिले के ऊखीमठ स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के कक्षा दसवीं के चिन्मय नौटियाल और राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय उनियाना के कक्षा आठ के ध्रुव का चयन भी राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए हुआ। जिला समन्वयक वीरेंद्र सिंह जठुरी ने बताया कि चिन्मय नौटियाल का ऑटोमैटिक रडार सिस्टम जजों को खूब भया। चिन्मय का मॉडल पहाड़ी क्षेत्रों में बढ़ते जंगली जानवरों के हमलों से बचाव करता है। यह रडार जंगली जानवरों की गतिविधियों को चार मीटर की दूरी से पकड़ लेता है और दूरी के हिसाब से हरी, पीली तथा लाल लाइट के साथ अलग-अलग ध्वनि चेतावनी देता है। जंगली जानवर के नजदीक आने पर रडार मोबाइल पर संदेश भेजता है।