नियमों को ठेंगा: नैनीझील में लगातार मर रहीं मछलियां, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
नैनीझील में इन दिनों लगातार मछलियां मर रही हैं। विभिन्न स्थानों पर मछलियां मरकर पानी के थपेड़ों से झील के किनारे आ जा रही हैं। झील में मछलियों को खाद्य सामग्री डालने पर प्रतिबंध होने के बावजूद पर्यटक व अन्य खाद्य सामग्री बेधड़क डाल रहे हैं।


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नैनीझील में इन दिनों लगातार मछलियां मर रही हैं। विभिन्न स्थानों पर मछलियां मरकर पानी के थपेड़ों से झील के किनारे आ जा रही हैं। झील में मछलियों को खाद्य सामग्री डालने पर प्रतिबंध होने के बावजूद पर्यटक व अन्य खाद्य सामग्री बेधड़क डाल रहे हैं। इससे झील का पारिस्थितिकी तंत्र भी प्रभावित हो रहा है।
नैनीझील के पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत रखने के लिए झील में खाद्य सामग्री डालने पर पूर्ण प्रतिबंध है। साथ ही झील में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए जिला विकास प्राधिकरण की ओर से ऑक्सीजन कंट्रोल रूम स्थापित कर निजी संस्था के माध्यम से झील को कृत्रिम ऑक्सीजन दी जा रही है जिससे झील में मौजूद मछलियां अपनी पूर्ण जिंदगी जी सकें। इधर इन दिनों झील में कई जगह मरी हुई मछलियां नजर आ रही हैं जो चिंता का विषय बना हुआ है।
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मत्स्य विशेषज्ञ प्रो. आशुतोष मिश्रा का कहना है कि बरसात के समय झील में आक्सीजन लेवल कम हो जाता है। साथ ही बारिश के दौरान कई प्रकार के दूषित रसायन झील में पहुंचते हैं। झील में डाली जा रही खाद्य सामग्री भी मछलियों के लिए नुकसानदेह है। झील में दो चार मछलियों का मरना सामान्य बात है लेकिन ज्यादा संख्या में मछलियों का मरना चिंताजनक है।
झील में मछलियां क्यों मर रही हैं। इस पर नजर रख इसके कारणों का पता लगाया जाएगा।
- डीडी सती, सहायक अभियंता, सिंचाई विभाग
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