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Pithoragarh: चीन सीमा तक सुगम होगा सफर, बीआरओ ने टनकपुर-तवाघाट सड़क पर बनाए दो पक्के पुल
संवाद न्यूज एजेंसी, धारचूला/पिथौरागढ़
Published by: हल्द्वानी ब्यूरो
Updated Wed, 28 Dec 2022 04:56 PM IST
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सार
टनकपुर-तवाघाट-घट्टाबगड़-लिपुलेख मोटर मार्ग पर धौली गंगा और काली गंगा के संगम स्थल पर बनाया गया पुल वर्ष 2013 में आई आपदा में बह गया था। बीआरओ ने यातायात सुचारु करने के लिए कुछ दिनों में ही बेली ब्रिज बना लिया था। तब से बेली ब्रिज से ही वाहनों का संचालन किया जा रहा था।

बीआरओ की ओर से तवाघाट में निर्मित धौलीगंगा पुल। संवाद
- फोटो : PITHORAGARH
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विस्तार
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने चीन सीमा को जोड़ने वाली टनकपुर-तवाघाट सड़क पर दो पक्के पुल बनाए हैं। इनमें से एक पुल तवाघाट और दूसरा किमखोला में बनाया गया है। इन पक्के पुलों के बनने से सीमा के लिए आवाजाही सुगम होगी।

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टनकपुर-तवाघाट-घट्टाबगड़-लिपुलेख मोटर मार्ग पर धौली गंगा और काली गंगा के संगम स्थल पर बनाया गया पुल वर्ष 2013 में आई आपदा में बह गया था। बीआरओ ने यातायात सुचारु करने के लिए कुछ दिनों में ही बेली ब्रिज बना लिया था। तब से बेली ब्रिज से ही वाहनों का संचालन किया जा रहा था। बीआरओ ने अब बेली ब्रिज के करीब 80 मीटर लंबा स्टील सुपर स्ट्रक्चर ब्रिज बना लिया है। इस पुल को धौलीगंगा पुल नाम दिया गया है।
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दूसरा पुल इसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर किमखोला के गुमरोड़ी में बनाया गया है। यह पुल 35 मीटर लंबा है। बीआरओ के अधिकारियों ने बताया कि दोनों पुलों का निर्माण प्रोजेक्ट हीरक के तहत 1447बीसीसी/47बीआरटीएफ ने किया है। इन पक्के पुलों के बनने से सामरिक महत्व के राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही और अधिक सुगम हो जाएगी।
रक्षा मंत्री के व्यस्त होने से नहीं हो सका उद्घाटन
सामरिक महत्व के टनकपुर-तवाघाट-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग पर नवनिर्मित धौलीगंगा पुल का लोकार्पण मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वर्चुअली करना था लेेकिन रक्षा मंत्री के किसी कार्यक्रम में व्यस्त होने से पुल का लोकार्पण नहीं हो सका। बीआरओ के अधिकारियों के अनुसार पुल के लोकार्पण की अगली तिथि शीघ्र निर्धारित की जाएगी।