{"_id":"68c5a22c9fe13a9be10a2525","slug":"four-prisoners-who-escaped-from-nepal-jail-were-caught-while-trying-to-enter-india-pithoragarh-news-c-230-1-pth1005-132470-2025-09-13","type":"story","status":"publish","title_hn":"Pithoragarh News: नेपाल की जेल से फरार चार कैदी भारत में घुसपैठ करते पकड़े","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Pithoragarh News: नेपाल की जेल से फरार चार कैदी भारत में घुसपैठ करते पकड़े
संवाद न्यूज एजेंसी, पिथौरागढ़
Updated Sat, 13 Sep 2025 10:26 PM IST
विज्ञापन

झूलाघाट में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भारत में घुसपैठ करते पकड़े गए नेपाल की जेल से फरार कैदी। स्र
विज्ञापन
झूलाघाट (पिथौरागढ़)। नेपाल की जेल से फरार चार कैदी भारतीय सीमा में घुसपैठ करते हुए दबोचे गए। एसएसबी और पुलिस टीम ने चारों कैदियों को हिरासत में लेकर इसकी सूचना नेपाल प्रहरी को दी है। एसएसबी के मुताबिक ये कैदी भारत-नेपाल को विभाजित करने वाली काली नदी को टायर ट्यूब की मदद से पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसने की फिराक में थे। तीन कैदियों को बलात्कार और एक को हत्या के मामले में नेपाल की अदालतों ने दोषी ठहराया है और उन्हें दीर्घकालीन कारावास की सजा सुनाई गई है।
एसएसबी के मुताबि, शनिवार सुबह 11 बजे चार नेपाली नागरिक रबर ट्यूब की सहायता से काली नदी पार कर देवताल के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान सीमा पर गश्त कर रही एसएसबी और पुलिस की टीम ने उन्हें देख लिया और चारों को पकड़ लिया। यह क्षेत्र भारत-नेपाल सीमा पर स्थित है और काली नदी इस सीमा को विभाजित करती है। एसएसबी और पुलिस ने चारों से पूछताछ की। प्रारंभिक पूछताछ में स्पष्ट हुआ कि ये सभी नेपाल की विभिन्न जेलों से फरार हैं। हाल में नेपाल में हुई उथल पुथल और हिंसा की घटनाओं का लाभ उठाकर जेल से भाग निकले। एसएसबी ने नेपाल पुलिस की ओर से साझा की गई अपराधियों की सूची से इनकी पहचान का मिलान किया।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि ये सभी अपराधी भारत के रास्ते अन्य देशों में भागने की फिराक में थे। फिलहाल चारों नेपाली नागरिक सशस्त्र सीमा बल की हिरासत में हैं और स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। एसएसबी के मुताबिक नेपाल सरकार को इस घटना की सूचना दे दी गई है और औपचारिक प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद चारों को नेपाल प्रहरी को सौंपा जाएगा। संवाद
-- -- -- इनसेट-- -- -- -
पकड़े गए नेपाल से फरार कैदी
भारतीय सीमा में प्रवेश करने के दौरान पकड़े गए नेपाल की जेलों से फरार कैदियों में धर्मेंद्र चंद्र (26) पुत्र डबल बहादुर चंद, निवासी पञ्चेश्वर गांव पालिका वार्ड नंबर 4 जिला बैतड़ी, दुराचार के मामले में 10 वर्ष कारावास, तर्कराम लुहार, (22) पुत्र काशी राम लुहार, निवासी द. नगरपालिका वार्ड नंबर 1 बैतड़ी, दुराचार के मामले में 18 वर्ष का कारावास और सूरज साउद, (24) पुत्र दान बहादुर साउद, निवासी बेलडाडी नगरपालिका वार्ड नं. 2 जिला कंचनपुर, दुराचार के मामले में 13 वर्ष का कारावास भुगत रहे थे। इसके अलावा आशिक पहरी, (31) वर्ष पुत्र लक्ष्मण पहरी, निवासी पाटन नगरपालिका वार्ड नंबर 6 जिला बैतड़ी हत्या के मामले में सजा काट रहा था।

Trending Videos
एसएसबी के मुताबि, शनिवार सुबह 11 बजे चार नेपाली नागरिक रबर ट्यूब की सहायता से काली नदी पार कर देवताल के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान सीमा पर गश्त कर रही एसएसबी और पुलिस की टीम ने उन्हें देख लिया और चारों को पकड़ लिया। यह क्षेत्र भारत-नेपाल सीमा पर स्थित है और काली नदी इस सीमा को विभाजित करती है। एसएसबी और पुलिस ने चारों से पूछताछ की। प्रारंभिक पूछताछ में स्पष्ट हुआ कि ये सभी नेपाल की विभिन्न जेलों से फरार हैं। हाल में नेपाल में हुई उथल पुथल और हिंसा की घटनाओं का लाभ उठाकर जेल से भाग निकले। एसएसबी ने नेपाल पुलिस की ओर से साझा की गई अपराधियों की सूची से इनकी पहचान का मिलान किया।
विज्ञापन
विज्ञापन
पूछताछ में यह भी सामने आया कि ये सभी अपराधी भारत के रास्ते अन्य देशों में भागने की फिराक में थे। फिलहाल चारों नेपाली नागरिक सशस्त्र सीमा बल की हिरासत में हैं और स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। एसएसबी के मुताबिक नेपाल सरकार को इस घटना की सूचना दे दी गई है और औपचारिक प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद चारों को नेपाल प्रहरी को सौंपा जाएगा। संवाद
पकड़े गए नेपाल से फरार कैदी
भारतीय सीमा में प्रवेश करने के दौरान पकड़े गए नेपाल की जेलों से फरार कैदियों में धर्मेंद्र चंद्र (26) पुत्र डबल बहादुर चंद, निवासी पञ्चेश्वर गांव पालिका वार्ड नंबर 4 जिला बैतड़ी, दुराचार के मामले में 10 वर्ष कारावास, तर्कराम लुहार, (22) पुत्र काशी राम लुहार, निवासी द. नगरपालिका वार्ड नंबर 1 बैतड़ी, दुराचार के मामले में 18 वर्ष का कारावास और सूरज साउद, (24) पुत्र दान बहादुर साउद, निवासी बेलडाडी नगरपालिका वार्ड नं. 2 जिला कंचनपुर, दुराचार के मामले में 13 वर्ष का कारावास भुगत रहे थे। इसके अलावा आशिक पहरी, (31) वर्ष पुत्र लक्ष्मण पहरी, निवासी पाटन नगरपालिका वार्ड नंबर 6 जिला बैतड़ी हत्या के मामले में सजा काट रहा था।