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Pithoragarh News: कड़ी चौकसी के बीच भारत-नेपाल सीमा पर सामान्य है आवाजाही
संवाद न्यूज एजेंसी, पिथौरागढ़
Updated Thu, 11 Sep 2025 10:34 PM IST
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पिथौरागढ़। नेपाल में उपजे हालात के बीच पिथौरागढ़ जिले से लगती सीमाओं से दोनों तरफ नागरिकों की आवाजाही सामान्य बनी हुई है। हालांकि सीमा पार के घटनाक्रम से लोग चिंतित हैं लेकिन दोनों देशों के बीच आम नागरिकों का आवागमन जारी है। नेपाल में चल रही उथल-पुथल के बीच भारतीय सुरक्षा और जांच एजेंसियां अधिक सतर्क हो गई हैं और उन्होंने सीमा पर निगरानी और चौकसी बढ़ा दी है।
पिथौरागढ़ के डीएम विनोद गोस्वामी ने बताया कि सीमा क्षेत्रों से दोनों तरफ आवाजाही में कोई रोक नहीं है और नागरिकों का आवागमन जारी है। उन्होंने कहा कि नई परिस्थितियों के मद्देनजर झूलापुलों और अधिकृत मार्गों पर एसएसबी, पुलिस, कस्टम विभाग और अन्य सुरक्षा एजेंसियां सुरक्षा कड़ी करते हुए जांच कर रही हैं। उन्होंने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर बीते बुधवार की शाम चार बजे तक विभिन्न अधिकृत मार्गों से भारत से 889 नागरिक नेपाल गए जबकि 929 नागरिक नेपाल से भारत आए। बृहस्पतिवार को भी आवागमन सामान्य रहा।
बुधवार को सीमा पर हुई लोगों की आवाजाही
अधिकृत मार्ग भारत से नेपाल गए नेपाल से भारत आए
झूलाघाट 241 278
ड्योड़ा (अस्कोट) 74 41
द्ववालीसेरा 03 62
जौलजीबी 09 163
बलुवाकोट 52 88
धारचूला 370 261
रौंगतीनाला (ऐलागाड़) 80 12
ऐलागाड़ (नवीन) 48 12
मलघट 12 12
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सोशल मीडिया पर गलत खबर से पड़ा असर
झूलाघाट (पिथौरागढ़)। नेपाल में हिंसक आंदोलन के बीच भ्रामक और झूठी खबरें भी प्रसारित हो रही हैं। इससे नेपाल के आम नागरिक तो प्रभावित हो ही रहे हैं, सीमा पर आवाजाही पर भी इसका असर पड़ रहा है।
बीते बुधवार की शाम को भारतीय सीमा से सटे बैतड़ी जिले में एक पत्रकार ने सोशल मीडिया पर खबर दी, जिसमें कहा गया कि नेपाल में हिंसक प्रदर्शनों के बाद झूलाघाट अंतरराष्ट्रीय झूलापुल से भारतीय सशस्त्र सीमा बल ने नेपाली नागरिकों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। इसमें उसने जिलाधिकारी बैतड़ी के बयान का भी जिक्र किया। जिलाधिकारी बैतड़ी पुण्य विक्रम पौडेल ने इसे भ्रामक खबर करार दिया है। इस भ्रामक जानकारी के चलते बैतड़ी और आसपास के क्षेत्रों से आम नेपाली ग्राहक झूलाघाट बाजार नहीं आए। वहीं, भारत में रोजगार करने वाले और गौरा पर्व के लिए अपने घर गए अनेक नेपाली नागरिक इस भ्रामक सूचना के चलते नहीं लौट पाए। संवाद
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नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के बाद भारतीय बाजार झूलाघाट में नेपाली ग्राहक अभी कम पहुंच रहे हैं। - गगेश चंद, कांग्रेस नेता, बुड्डा, बैतड़ी
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मैं मुंबई में कार्य करता हूं। बुधवार को सोशल मीडिया में गलत खबर से कई लोग जो भारत में काम करते हैं, वापसी नहीं कर पा रहे हैं। - उमेश बडू, सुरकाल गांव, बैतड़ी
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नेपाल में बाजार में खुलकर नहीं आ रहे लोग, मन में बैठा है डर
चंपावत/बनबसा। नेपाल में हालात सामान्य होने में समय लगेगा। जेन जी के बीच अंतरिम प्रधानमंत्री बनाने के लिए स्थिति अभी भी तनावपूर्ण हैं।
नेपाल में सेना ने स्थिति को पूरी तरह से संभाल लिया है। सुबह 10 से शाम पांच बजे तक दुकानें खुली है लेकिन लोग डर के चलते सिर्फ जरूरी सामान लेने के लिए ही घरों से निकल रहे हैं। भीड़ वाले मार्गों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हल्की सी आहट भी लोगों को डरा रही है। बैतड़ी जिले के गोविंद राज जोशी ने बताया कि वह बैतड़ी से एक प्रोजेक्ट के मामले में काठमांडो आए थे लेकिन नेपाल में सोशल मीडिया बैन के बाद स्थिति बिगड़ गई। उनकी बैठक स्थगित हो गई। वर्तमान में वह अपने परिचितों के साथ ललितपुर जिले में है। लोगों का आगमन पूरी तरह बंद है। दुकानें खुली हैं लेकिन खरीदारी के लिए जरूरी चीजों की खरीदारी करने के बाद लोग घर में कैद हो रहे हैं। हवाई सेवा सुचारु हो गई है। बनबसा में भारत-नेपाल सीमा लगे महेंद्रनगर में दुकानें बंद है। सड़कों पर सेना के अलावा कोई नहीं दिख रहा है। सेना हर गली और मोहल्ले में तैनात है।
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सात फरार कैदी पकड़े, तीन फिर भागे, एक धरा गया
चंपावत। नेपाल की जेल से फरार सात कैदियों को एसएसबी ने बनबसा सीमा पार करते समय हिरासत में लेकर उन्हें एपीएफ के हवाले कर दिया। एसपी अजय गणपति ने बताया कि फरार कैदियों को एपीएफ के हवाले करने के बाद इनमें से तीन कैदी फिर से भाग निकले, जिनमें से एक कैदी दोबारा एसएसबी के चंगुल में फंस गया। एसएसबी ने उसे फिर से एपीएफ के हवाले कर दिया जबकि दो कैदियों की एपीएफ तलाश कर रही है। एसपी ने बताया कि फरार हुए तीन कैदियाें में से एक हल्द्वानी जबकि दो अन्य यूपी के रहने वाले हैं। इधर लोहाघाट के चौकी मडलक क्षेत्र में भारत-नेपाल राष्ट्रीय सीमा पर स्थित ग्राम सभा में नेपाली मजदूरों, नागरिकों का विशेष सत्यापन अभियान संचालित कर क्षेत्र में निवासरत नेपाली नागरिकों की सूची बनाई गई। संवाद

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पिथौरागढ़ के डीएम विनोद गोस्वामी ने बताया कि सीमा क्षेत्रों से दोनों तरफ आवाजाही में कोई रोक नहीं है और नागरिकों का आवागमन जारी है। उन्होंने कहा कि नई परिस्थितियों के मद्देनजर झूलापुलों और अधिकृत मार्गों पर एसएसबी, पुलिस, कस्टम विभाग और अन्य सुरक्षा एजेंसियां सुरक्षा कड़ी करते हुए जांच कर रही हैं। उन्होंने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर बीते बुधवार की शाम चार बजे तक विभिन्न अधिकृत मार्गों से भारत से 889 नागरिक नेपाल गए जबकि 929 नागरिक नेपाल से भारत आए। बृहस्पतिवार को भी आवागमन सामान्य रहा।
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बुधवार को सीमा पर हुई लोगों की आवाजाही
अधिकृत मार्ग भारत से नेपाल गए नेपाल से भारत आए
झूलाघाट 241 278
ड्योड़ा (अस्कोट) 74 41
द्ववालीसेरा 03 62
जौलजीबी 09 163
बलुवाकोट 52 88
धारचूला 370 261
रौंगतीनाला (ऐलागाड़) 80 12
ऐलागाड़ (नवीन) 48 12
मलघट 12 12
सोशल मीडिया पर गलत खबर से पड़ा असर
झूलाघाट (पिथौरागढ़)। नेपाल में हिंसक आंदोलन के बीच भ्रामक और झूठी खबरें भी प्रसारित हो रही हैं। इससे नेपाल के आम नागरिक तो प्रभावित हो ही रहे हैं, सीमा पर आवाजाही पर भी इसका असर पड़ रहा है।
बीते बुधवार की शाम को भारतीय सीमा से सटे बैतड़ी जिले में एक पत्रकार ने सोशल मीडिया पर खबर दी, जिसमें कहा गया कि नेपाल में हिंसक प्रदर्शनों के बाद झूलाघाट अंतरराष्ट्रीय झूलापुल से भारतीय सशस्त्र सीमा बल ने नेपाली नागरिकों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। इसमें उसने जिलाधिकारी बैतड़ी के बयान का भी जिक्र किया। जिलाधिकारी बैतड़ी पुण्य विक्रम पौडेल ने इसे भ्रामक खबर करार दिया है। इस भ्रामक जानकारी के चलते बैतड़ी और आसपास के क्षेत्रों से आम नेपाली ग्राहक झूलाघाट बाजार नहीं आए। वहीं, भारत में रोजगार करने वाले और गौरा पर्व के लिए अपने घर गए अनेक नेपाली नागरिक इस भ्रामक सूचना के चलते नहीं लौट पाए। संवाद
नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के बाद भारतीय बाजार झूलाघाट में नेपाली ग्राहक अभी कम पहुंच रहे हैं। - गगेश चंद, कांग्रेस नेता, बुड्डा, बैतड़ी
मैं मुंबई में कार्य करता हूं। बुधवार को सोशल मीडिया में गलत खबर से कई लोग जो भारत में काम करते हैं, वापसी नहीं कर पा रहे हैं। - उमेश बडू, सुरकाल गांव, बैतड़ी
नेपाल में बाजार में खुलकर नहीं आ रहे लोग, मन में बैठा है डर
चंपावत/बनबसा। नेपाल में हालात सामान्य होने में समय लगेगा। जेन जी के बीच अंतरिम प्रधानमंत्री बनाने के लिए स्थिति अभी भी तनावपूर्ण हैं।
नेपाल में सेना ने स्थिति को पूरी तरह से संभाल लिया है। सुबह 10 से शाम पांच बजे तक दुकानें खुली है लेकिन लोग डर के चलते सिर्फ जरूरी सामान लेने के लिए ही घरों से निकल रहे हैं। भीड़ वाले मार्गों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हल्की सी आहट भी लोगों को डरा रही है। बैतड़ी जिले के गोविंद राज जोशी ने बताया कि वह बैतड़ी से एक प्रोजेक्ट के मामले में काठमांडो आए थे लेकिन नेपाल में सोशल मीडिया बैन के बाद स्थिति बिगड़ गई। उनकी बैठक स्थगित हो गई। वर्तमान में वह अपने परिचितों के साथ ललितपुर जिले में है। लोगों का आगमन पूरी तरह बंद है। दुकानें खुली हैं लेकिन खरीदारी के लिए जरूरी चीजों की खरीदारी करने के बाद लोग घर में कैद हो रहे हैं। हवाई सेवा सुचारु हो गई है। बनबसा में भारत-नेपाल सीमा लगे महेंद्रनगर में दुकानें बंद है। सड़कों पर सेना के अलावा कोई नहीं दिख रहा है। सेना हर गली और मोहल्ले में तैनात है।
सात फरार कैदी पकड़े, तीन फिर भागे, एक धरा गया
चंपावत। नेपाल की जेल से फरार सात कैदियों को एसएसबी ने बनबसा सीमा पार करते समय हिरासत में लेकर उन्हें एपीएफ के हवाले कर दिया। एसपी अजय गणपति ने बताया कि फरार कैदियों को एपीएफ के हवाले करने के बाद इनमें से तीन कैदी फिर से भाग निकले, जिनमें से एक कैदी दोबारा एसएसबी के चंगुल में फंस गया। एसएसबी ने उसे फिर से एपीएफ के हवाले कर दिया जबकि दो कैदियों की एपीएफ तलाश कर रही है। एसपी ने बताया कि फरार हुए तीन कैदियाें में से एक हल्द्वानी जबकि दो अन्य यूपी के रहने वाले हैं। इधर लोहाघाट के चौकी मडलक क्षेत्र में भारत-नेपाल राष्ट्रीय सीमा पर स्थित ग्राम सभा में नेपाली मजदूरों, नागरिकों का विशेष सत्यापन अभियान संचालित कर क्षेत्र में निवासरत नेपाली नागरिकों की सूची बनाई गई। संवाद