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Rishikesh News: नई प्रयोगशाला में होंगे पशुओं के एक्सरे और अल्ट्रासाउंड
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भेड़ एवं ऊन विकास बोर्ड की ओर से पशुलोक में तैयार की गई नई प्रयोगशाला में पशुओं के एक्सरे और अल्ट्रासाउंड होंगे। मशीनों की खरीद के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। अनुमति मिलने के बाद मशीनें लगाई जाएंगी।
पशुलोक की पुरानी प्रयोगशाला करीब 40 वर्ष पुरानी हो गई है। यहां गोबर, यूरिन, ब्लड की जांच, ब्लड पैरासाइड और पोस्टमार्टम आदि किए जाते हैं। खुरपका, मुंहपका बीमारी की भी जांच की जाती है। सीरो सर्विलांस के माध्यम से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से संक्रमित पशुओं की स्थित का आकलन किया जाता है। मौजूदा समय में जगह की कमी के चलते इन सभी कामों को करने में परेशानी होती है। अब नई प्रयोगशाला बनने के बाद सभी जांचें आधुनिक मशीनों से होंगी। मशीनों के आवंटन के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है।
नई प्रयोगशाला में एक्सरे और अल्ट्रसाउंड होंगे। मशीनों की खरीदारी और इसे लगाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। अनुमति मिलते ही मशीनों को स्थापित कर एक्सरे और अल्ट्रासाउंड किए जाएंगे।
-अभय गर्ग, परियोजना प्रबंधक, भेड़ एवं ऊन विकास बोर्ड, पशुलोक ऋषिकेश
पशुलोक की पुरानी प्रयोगशाला करीब 40 वर्ष पुरानी हो गई है। यहां गोबर, यूरिन, ब्लड की जांच, ब्लड पैरासाइड और पोस्टमार्टम आदि किए जाते हैं। खुरपका, मुंहपका बीमारी की भी जांच की जाती है। सीरो सर्विलांस के माध्यम से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से संक्रमित पशुओं की स्थित का आकलन किया जाता है। मौजूदा समय में जगह की कमी के चलते इन सभी कामों को करने में परेशानी होती है। अब नई प्रयोगशाला बनने के बाद सभी जांचें आधुनिक मशीनों से होंगी। मशीनों के आवंटन के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है।
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नई प्रयोगशाला में एक्सरे और अल्ट्रसाउंड होंगे। मशीनों की खरीदारी और इसे लगाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। अनुमति मिलते ही मशीनों को स्थापित कर एक्सरे और अल्ट्रासाउंड किए जाएंगे।
-अभय गर्ग, परियोजना प्रबंधक, भेड़ एवं ऊन विकास बोर्ड, पशुलोक ऋषिकेश