मध्यप्रदेश के डिंडोरी जिले में बीते कुछ दिनों से जारी बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हो रही भारी बारिश से जहां एक ओर तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, वहीं दूसरी ओर जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित होता नजर आ रहा है। निचले इलाकों में बसे गांवों में पानी भर गया है, तो उफनती नदियों और नालों ने लोगों के लिए मुश्किलें और भी बढ़ा दी हैं।
जिला मुख्यालय से सटे देवरा गांव की स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है। यहां के ग्रामीण रोजमर्रा के कामों के लिए उफनती नदी को पार करने पर मजबूर हैं। स्थिति इतनी भयावह है कि लोग अपनी जान जोखिम में डालकर तेज बहाव वाली नदी को पार कर रहे हैं। वायरल हो रहे एक वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक बाइक सवार युवक नदी के बीचों-बीच फंस गया, जिसे बड़ी मुश्किल से स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया। यह दृश्य न सिर्फ प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े करता है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा व्यवस्था की भी पोल खोलता है।
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इधर, शहपुरा तहसील के अंतर्गत आने वाले लालपुर गांव में साकुल नदी एक बार फिर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नदी का जलस्तर बढ़ने से आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क तहसील मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है। इनमें खासतौर पर खमरिया, पनियारी, लोहारी और भर्री गांव शामिल हैं। इन गांवों के ग्रामीण आवश्यक सामग्री और चिकित्सा सुविधाओं के लिए परेशान हैं, लेकिन राहत कार्य अब तक नहीं पहुंच पाए हैं।
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ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन से कई बार मदद की गुहार लगाई गई, लेकिन न तो कोई अस्थायी पुल बन पाया और न ही नाव की सुविधा उपलब्ध कराई गई। वहीं, स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और बच्चों की स्कूलों तक पहुंच बाधित होने से लोगों की समस्याएं और बढ़ गई हैं। बारिश के इस कहर ने डिंडोरी जिले की प्रशासनिक तैयारियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन कब तक हालात को काबू में लाने के लिए ठोस कदम उठाता है। फिलहाल, लोगों को अपने स्तर पर ही जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
प्रशासन ने जिले के संवेदनशील इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है और नागरिकों से अपील की गई है कि वे नदियों और नालों को पार करने की कोशिश न करें। बारिश का सिलसिला अगर इसी तरह जारी रहा, तो जिले में आपदा जैसे हालात बन सकते हैं।