{"_id":"6909502820fb65ff6b011813","slug":"bangladesh-agreement-with-the-adani-group-signed-during-hasina-tenure-is-under-scrutiny-news-in-hindi-2025-11-04","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bangladesh: अदाणी समूह से हसीना कार्यकाल में हुआ करार पर जांच शुरू, भ्रष्टाचार साबित हुआ तो रद्द होगा समझौता","category":{"title":"World","title_hn":"दुनिया","slug":"world"}}
    Bangladesh: अदाणी समूह से हसीना कार्यकाल में हुआ करार पर जांच शुरू, भ्रष्टाचार साबित हुआ तो रद्द होगा समझौता
 
            	    वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, ढाका             
                              Published by: शुभम कुमार       
                        
       Updated Tue, 04 Nov 2025 06:30 AM IST
        
       
            सार 
            
            
        
                                    
                बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा कि यदि भ्रष्टाचार साबित हुआ तो भारत के अदाणी समूह के साथ 2017 के बिजली समझौते रद्द किए जाएंगे। यह प्रतिक्रिया राष्ट्रीय समीक्षा समिति की अंतरिम रिपोर्ट के बाद आई है, जिसमें हसीना सरकार के दौरान बिजली क्षेत्र के सौदों में कथित गड़बड़ी का मुद्दा उठाया गया।
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                        मुहम्मद फौजुल कबीर खान,  अंतरिम सरकार के सड़क परिवहन और पुल मंत्री
                                    - फोटो : अमर उजाला 
                    
    
        
    
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विस्तार
                                                 
                बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा कि यदि कोई भ्रष्टाचार साबित हुआ तो भारत के अदाणी समूह संग मौजूदा बिजली समझौतों को रद्द किया जाएगा। अदाणी पावर और बांग्लादेश के बीच 2017 में बिजली आपूर्ति के लिए करार हुआ था। यह शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के गत वर्ष सत्ता से हटने के बाद जांच के घेरे में आ गया। स्थानीय मीडिया ने ऊर्जा मामलों के सलाहकार मुहम्मद फौजुल कबीर खान ने कहा, समझौतों में सामान्यतः यह कहा गया है कि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है लेकिन यदि यह साबित हुआ तो ये रद्द हो सकता है।
                                
                
                
                 
                    
                                                                                                        
                                                
                        
                        
                        
                                                                                      
                   
                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
राष्ट्रीय समीक्षा समिति की ओर से पेश एक अंतरिम रिपोर्ट पर सलाहकार ने यह प्रतिक्रिया दी। समिति का गठन हसीना शासन के दौरान बिजली क्षेत्र के समझौते की समीक्षा के लिए किया गया था। सलाहकार की टिप्पणियों पर अदाणी समूह की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज मोइनुल इस्लाम चौधरी की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय समीक्षा समिति ने हाल ही में हसीना शासन के दौरान हुए सौदों में कथित भ्रष्टाचार पर अपनी अंतरिम रिपोर्ट सौंपी है। समिति के जनवरी में अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करने की उम्मीद है।    
             
                                                    
                                 
                                
                               
                                                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
कानूनी प्रक्रिया में मिलेंगे मजबूत सबूत
सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर एक व्यक्ति के हवाले से कहा, हमारा मानना है कि जब अदाणी और भ्रष्टाचार में शामिल उनकी कुछ अन्य कंपनियों के खिलाफ देश एवं विदेश में कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी तो आपको भ्रष्टाचार के मजबूत सबूत मिलेंगे।
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                                                
                                
                                
                
                                                                
                               
                                                        
        
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                                                                राष्ट्रीय समीक्षा समिति की ओर से पेश एक अंतरिम रिपोर्ट पर सलाहकार ने यह प्रतिक्रिया दी। समिति का गठन हसीना शासन के दौरान बिजली क्षेत्र के समझौते की समीक्षा के लिए किया गया था। सलाहकार की टिप्पणियों पर अदाणी समूह की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज मोइनुल इस्लाम चौधरी की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय समीक्षा समिति ने हाल ही में हसीना शासन के दौरान हुए सौदों में कथित भ्रष्टाचार पर अपनी अंतरिम रिपोर्ट सौंपी है। समिति के जनवरी में अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करने की उम्मीद है।
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            कानूनी प्रक्रिया में मिलेंगे मजबूत सबूत
सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर एक व्यक्ति के हवाले से कहा, हमारा मानना है कि जब अदाणी और भ्रष्टाचार में शामिल उनकी कुछ अन्य कंपनियों के खिलाफ देश एवं विदेश में कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी तो आपको भ्रष्टाचार के मजबूत सबूत मिलेंगे।