Bangladesh: ब्रिटिश सांसद ने हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर जताई नाराजगी, अपनी सरकार से की कार्रवाई की मांग
ब्रिटेन की भारतीय मूल की सांसद प्रीति पटेल ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की और साथ ही ब्रिटेन की कीर स्टार्मर सरकार से मोहम्मद यूनुस सरकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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'बांग्लादेश की सरकार के सामने इस मुद्दे को उठाए ब्रिटिश सरकार'
प्रीति पटेल ने संसद में दिए अपने संबोधन का वीडियो सोशल मीडिया पर भी साझा किया है। इस पोस्ट के कैप्शन में प्रीति पटेल ने लिखा कि 'बांग्लादेश में जारी हिंसा को लेकर चिंतित हूं और मेरी दुआएं उन लोगों के साथ हैं, जो इस हिंसा से प्रभावित हैं। संसद में मैंने आज सरकार से अपील की कि वे बांग्लादेश की सरकार से इस मुद्दे पर बात करें। धर्म के आधार पर हो रहे भेदभाव और हिंसा से लोगों की जिंदगी बचाने के लिए कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।'
I am deeply concerned by the awful violence we have seen in Bangladesh, and my thoughts are with those affected.
In Parliament this afternoon, I called on the Government to set out how they are engaging with the Bangladeshi Government on this pressing and important issue.… pic.twitter.com/jRXciBQIKH— Priti Patel MP (@pritipatel) December 2, 2024
ब्रिटिश सांसद और ब्रिटेन की पूर्व गृह मंत्री प्रीति पटेल ने कहा कि बांग्लादेश में जिस तरह से हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं, वे बेहद चिंताजनक हैं। बांग्लादेश में एक हिंदू साधु की गिरफ्तारी पर भी प्रीति पटेल ने चिंता जाहिर की और ब्रिटिश सरकार से अपील की कि वे चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई के लिए कार्रवाई करे।
बांग्लादेश में जारी है अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा
गौरतलब है कि बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के सत्ता से हटने के बाद से पड़ोसी मुल्क में अल्पसंख्यकों खासकर हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं। इस हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने के चलते बीते दिनों बांग्लादेश में राजद्रोह के आरोप में एक हिंदू साधु चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार कर लिया गया। चिन्मय कृष्ण दास के साथ ही इस्कॉन से जुड़े चार अन्य साधु भी लापता हैं, और दावा किया जा रहा है कि उन्हें भी बांग्लादेश की पुलिस ने हिरासत में लिया हुआ है।