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Canada: कनाडा में आव्रजन विरोधी रैली के दौरान जमकर बवाल, टोरंटो पुलिस ने 10 लोगों को किया गिरफ्तार

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, टोरंटो Published by: पवन पांडेय Updated Sun, 14 Sep 2025 09:20 AM IST
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सार

कनाडा में आव्रजन को लेकर बहस और विवाद लगातार बढ़ रहा है। एक तरफ ऐसे समूह हैं जो मानते हैं कि बढ़ता आव्रजन संसाधनों पर बोझ है, जबकि दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हैं जो प्रवासियों को समाज की ताकत मानते हैं और उनके खिलाफ हो रही नफरत का विरोध करते हैं।

Canada: Toronto police arrest 10 at Christie Pits during anti-immigration rally, counter-protest
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : ANI
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विस्तार
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कनाडा के टोरंटो शहर में शनिवार दोपहर एक आव्रजन विरोधी रैली और उसके जवाब में हुए बड़े विरोध प्रदर्शन के दौरान जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान टोरंटो पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया। यह घटना शहर के क्रिस्टी पिट्स पार्क इलाके में हुई।
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पहली गिरफ्तारी और रैली की शुरुआत
एक स्थानीय समाचार एजेंसी के मुताबिक, सबसे पहली गिरफ्तारी दोपहर 12:40 बजे (स्थानीय समय) के आसपास ब्लूर स्ट्रीट वेस्ट और क्रिस्टी स्ट्रीट के पास हुई, जहां एक व्यक्ति पर हमले का आरोप लगा। इसके बाद दिन भर में कुल 10 गिरफ्तारियां की गईं। 
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यह रैली 'कनाडा फर्स्ट पैट्रियट रैली' के नाम से आयोजित की गई थी। आयोजकों का दावा था कि यह रैली 'सामूहिक आप्रवासन' यानी बड़े पैमाने पर हो रहे आव्रजन के खिलाफ और कनाडाई मूल्यों की रक्षा के लिए की जा रही है। रैली के आयोजक जो एनीडजार ने रेडियो-कनाडा को बताया, 'हमारा मकसद है कि कनाडाई नागरिकों को प्राथमिकता दी जाए, देश को पहले रखा जाए। बड़े पैमाने पर हो रहा आव्रजन हमारे राष्ट्रीय संसाधनों पर दबाव डाल रहा है।'

विरोध-प्रदर्शन में सैकड़ों लोग जुटे
इस रैली का विरोध करने के लिए सैकड़ों लोग उसी पार्क में इकट्ठा हुए। ये लोग आप्रवासियों और हाशिए पर रह रहे समुदायों के समर्थन में आए थे। ओंटारियो फेडरेशन ऑफ लेबर ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि क्रिस्टी पिट्स पार्क लंबे समय से फासीवाद विरोधी आंदोलनों का केंद्र रहा है। यह पार्क प्रवासी समुदायों, आदिवासियों, एलजीबीटीक्यू+ समूहों, हिंसा के पीड़ितों, बेघर लोगों, कलाकारों और छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण जगह है।

नए लोगों को दोष देना गलत- डिना लैड
वर्कर्स एक्शन सेंटर की कार्यकारी निदेशक डिना लैड ने आव्रजन विरोधी सोच की निंदा की। उन्होंने कहा कि नए आने वाले लोगों को मकान की कमी, खाने की असुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की समस्याओं के लिए दोषी ठहराना गलत है। डिना लैड ने कहा, 'सच्चाई यह है कि यह समस्याएं अप्रवासियों की वजह से नहीं हैं। हमें सस्ती आवास सुविधाएं नहीं मिल रहीं, फूड बैंक में पर्याप्त खाना नहीं है और हेल्थ सर्विसेज में दिक्कतें हैं। इसके लिए प्रवासी समुदायों को दोषी ठहराना बिल्कुल गलत है।'

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सड़कों को बंद किया गया, फिर खोला गया
प्रदर्शनों के चलते पुलिस ने अस्थायी रूप से ब्लूर स्ट्रीट वेस्ट के कुछ हिस्सों को बंद कर दिया। इसके अलावा बे स्ट्रीट, यॉन्ग स्ट्रीट और वेल्सले स्ट्रीट के आसपास ट्रैफिक पर असर पड़ा। शाम तक सभी सड़कें फिर से खोल दी गईं जब प्रदर्शनकारी सैंकोफा स्क्वायर की ओर बढ़े।

प्रधानमंत्री मार्क कार्नी का बयान
इस पूरे घटनाक्रम से पहले ही कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने सप्ताह की शुरुआत में इमिग्रेशन नीति पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि मौजूदा स्तर 'असहनीय' हैं और आव्रजन नीति में बड़े बदलाव की जरूरत है। कार्नी ने कहा, 'हमें अपनी इमिग्रेशन नीतियों को और बेहतर बनाना होगा। यह स्पष्ट है कि मौजूदा स्थिति में सुधार की सख्त जरूरत है।'
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