सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   World ›   Chinese envoy Xu Feihong says two Asian neighbours should work together to ensure peace in their border areas

India China Ties: 'सीमा पर शांति के लिए मिलकर काम करें भारत-चीन', PM मोदी-जिनपिंग मुलाकात पर बोले चीनी दूत

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, बीजिंग Published by: दीपक कुमार शर्मा Updated Mon, 01 Sep 2025 02:46 AM IST
विज्ञापन
सार

भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने कहा कि दोनों एशियाई पड़ोसियों को अपने सीमावर्ती इलाकों में शांति बनाए रखने के लिए मिलकर काम करना चाहिए और सीमा मुद्दे को समग्र चीन-भारत संबंधों को परिभाषित नहीं करने देना चाहिए।

Chinese envoy Xu Feihong says two Asian neighbours should work together to ensure peace in their border areas
शू फेइहोंग - फोटो : वीडियो ग्रैब/एएनआई
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने रविवार को कहा कि दोनों एशियाई पड़ोसियों को अपने सीमावर्ती इलाकों में शांति बनाए रखने के लिए मिलकर काम करना चाहिए और सीमा मुद्दे को समग्र चीन-भारत संबंधों को परिभाषित नहीं करने देना चाहिए। उनका यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की द्विपक्षीय मुलाकात के बाद आया है। 

loader
Trending Videos


चीनी दूत ने एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, 'राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि चीन और भारत सहयोगी साझेदार हैं, प्रतिद्वंदी नहीं। दोनों देश एक-दूसरे के लिए खतरा नहीं बल्कि विकास का अवसर हैं।'
विज्ञापन
विज्ञापन


ये भी पढ़ें: Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान में आया भूकंप, 6.0 रही तीव्रता, दहशत में घरों से बाहर निकले लोग

चीन-भारत को अच्छे संबंधों वाले पड़ोसी बनना चाहिए
चीनी दूत ने आगे कहा, जब तक दोनों देश इस बड़े दृष्टिकोण पर कायम रहते हैं, चीन-भारत संबंध स्थिर और लंबे समय तक आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि चीन और भारत को अच्छे संबंधों वाले पड़ोसी बनना चाहिए और एक-दूसरे की सफलता में मददगार साझेदार बनना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ड्रैगन और हाथी का सहयोगी पा-दे-दो दोनों देशों के लिए सही विकल्प होना चाहिए। 

दोनों देशों को आपसी संबंधों को रणनीतिक-दीर्घकालिक नजरिये से देखने की आवश्यकता
इसके अलावा, चीनी दूत ने दोनों देशों की 75वीं वर्षगांठ पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, 'इस वर्ष चीन-भारत राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ है। दोनों देशों को आपसी संबंधों को रणनीतिक और दीर्घकालिक नजरिये से देखने और संभालने की आवश्यकता है।' शू फेइहोंग ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों को रणनीतिक संवाद बढ़ाना चाहिए ताकि आपसी विश्वास गहरा हो, आदान-प्रदान और आपसी लाभ वाला सहयोग बढ़े, एक-दूसरे की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए सौहार्दपूर्ण सहअस्तित्व का रास्ता तलाशना चाहिए और साझा हितों की रक्षा के लिए बहुपक्षीय सहयोग मजबूत करना चाहिए। 

दिन में पीएम मोदी-जिनपिंग की हुई मुलाकात
इससे पहले दिन में, पीएम मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) नेताओं के शिखर सम्मेलन से इतर राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। यह उनकी 2024 में रूस के कजान में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद पहली मुलाकात थी।

ये भी पढ़ें: Donald Trump: 'हमारा देश पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा', संघीय अदालत के फैसले के बाद बोले अमेरिकी राष्ट्रपति

पीएम मोदी का जिनपिंग ने पत्नी संग किया गर्मजोशी से स्वागत 
इसके बाद पीएम मोदी ने तियानजिन के मीजियांग अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन एवं प्रदर्शनी केंद्र में राष्ट्रपति शी द्वारा आयोजित आधिकारिक स्वागत समारोह में हिस्सा लिया। यहां शी जिनपिंग और उनकी पत्नी पेंग लीयुआन ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। बाद में वे अन्य विश्व नेताओं के साथ क्षेत्रीय एकता का प्रतीक समूह तस्वीर में शामिल हुए।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get latest World News headlines in Hindi related political news, sports news, Business news all breaking news and live updates. Stay updated with us for all latest Hindi news.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed