Nepal: 'ज्ञानेंद्र शाह राजनीति के लिए उपयुक्त नहीं', पूर्व पीएम देउबा ने राजशाही समर्थकों को दिया करारा जवाब
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने राजशाही समर्थकों को करारा जवाब दिया है। उन्होंने नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह के राजनीति में एंट्री को लेकर बड़ा बयान दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि ज्ञानेंद्र शाह संविधानिक सम्राट बनने के लिए उपयुक्त नहीं हैं।

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नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने रविवार को कहा कि पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह संविधानिक सम्राट बनने के लिए उपयुक्त नहीं हैं। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कुछ राजशाही समर्थक काठमांडू और नेपाल के अन्य हिस्सों में रैलियां कर रहे थे, जिनमें 2008 में खत्म हुई 240 साल पुरानी राजशाही को फिर से बहाल करने की मांग की जा रही थी।

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बहादुर देउबा का बयान
मामले में पूर्व पीएम देउबा ने कहा कि यदि राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) ज्ञानेंद्र को अपना अध्यक्ष बनाती है, तो उसे बाद में पछतावा होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ज्ञानेंद्र को राजनीति में आना था, तो उन्हें अपनी पार्टी बनानी चाहिए थी। देउबा ने यह भी साफ किया कि नेपाल में राजशाही की वापसी का कोई सवाल नहीं है और ज्ञानेंद्र संवैधानिक सम्राट बनने के लिए सही नहीं हैं।
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सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस ने भी जारी किया बयान
इस बीच, सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस ने भी इस पर अपनी बातें साफ की। पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नेपाल की वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था में बदलाव की जरूरत नहीं है। पार्टी का कहना है कि नेपाल का संविधान, जो लोकतांत्रिक गणराज्य की प्रणाली पर आधारित है, नेपाली लोगों द्वारा चुनी गई संविधान सभा ने तैयार किया था। अब 28 मार्च को, राजशाही समर्थक और गणतंत्र समर्थक पार्टियां काठमांडू में अपनी-अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने की योजना बना रही हैं।