{"_id":"68cbd958e50902eedb0893b5","slug":"libya-boat-tragedy-hindi-updates-boat-sinks-near-tobruk-in-libya-iom-says-migrants-going-to-greece-killed-2025-09-18","type":"story","status":"publish","title_hn":"Libya Boat Tragedy: उत्तरी अफ्रीकी देश लीबिया के तट पर डूबी नाव, IOM बोला- ग्रीस जा रहे 50 प्रवासियों की मौत","category":{"title":"World","title_hn":"दुनिया","slug":"world"}}
Libya Boat Tragedy: उत्तरी अफ्रीकी देश लीबिया के तट पर डूबी नाव, IOM बोला- ग्रीस जा रहे 50 प्रवासियों की मौत
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, काहिरा
Published by: पवन पांडेय
Updated Thu, 18 Sep 2025 03:36 PM IST
विज्ञापन
सार
Libya Boat Tragedy: उत्तरी अफ्रीकी देश लीबिया में बड़ा हादसा हो गया है, जहां करीब 75 लोगों से भरी नाव आग लगने के बाद डूब गई। जिसमें कुल 50 लोगों की मौत हो गई और कई लोग इसमें लापता भी हो गए हैं। बता दें कि इस महीने की शुरुआत में लीबिया के तट के पास एक नाव पलट गई थी।

सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : ANI
विज्ञापन
विस्तार
लीबिया के तट के पास रविवार को एक नाव हादसे में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। यह नाव सूडान के शरणार्थियों को लेकर ग्रीस जा रही थी। अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) ने गुरुवार को जानकारी दी कि नाव में अचानक आग लग गई और वह डूब गई। यह हादसा लीबिया के पूर्वी तट पर तोब्रुक शहर से लगभग 60 किलोमीटर दूर समुद्र में हुआ। आईओएम के मुताबिक, इस नाव में कुल 75 शरणार्थी सवार थे। अब तक 24 लोगों को बचा लिया गया है, जबकि बाकी लापता हैं।
यह भी पढ़ें - Antifa: क्या है एंटीफा? जिसे राष्ट्रपति ट्रंप ने चार्ली किर्क की हत्या के बाद आतंकी संगठन घोषित किया
शव बरामद करने का प्रयास जारी
लीबिया रेड क्रेसेंट ने सोमवार को बताया कि उसे तोब्रुक के अधिकारियों से आपातकालीन कॉल मिली थी। इसके बाद बचावकर्मी कम्बोट बीच (तट से 60 किलोमीटर पश्चिम) और काबेस क्षेत्र (तट से 90 किलोमीटर पूर्व) से शव बरामद कर रहे हैं। हालांकि यह साफ नहीं है कि मिले शव उसी डूबी हुई नाव के यात्रियों के हैं या नहीं।
लीबिया- प्रवासियों के लिए खतरनाक रास्ता
लीबिया लंबे समय से युद्ध और गरीबी से भाग रहे अफ्रीका और मध्य पूर्व के लोगों के लिए यूरोप जाने का प्रमुख रास्ता रहा है। यहां से प्रवासी समुद्र के रास्ते इटली या ग्रीस पहुंचने की कोशिश करते हैं। लेकिन यह यात्रा बेहद खतरनाक होती है। नावें अक्सर ओवरलोड होती हैं और खराब मौसम या तकनीकी खराबी के कारण डूब जाती हैं।
पहले भी हुए बड़े हादसे
इस महीने की शुरुआत में लीबिया के तट के पास एक नाव पलट गई थी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई और 22 लोग लापता हो गए थे। उस समय नाव में 32 प्रवासी सवार थे, जिनमें से नौ लोगों को बचा लिया गया था। दिसंबर 2024 में भी पश्चिमी लीबिया के तट पर एक बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें 61 प्रवासी, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, डूब गए थे। आईओएम के मिसिंग माइग्रेंट्स प्रोजेक्ट के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले आठ महीनों में लीबिया के तट पर कम से कम 434 प्रवासियों की मौत हुई है, जबकि 611 लोग अब भी लापता हैं।
यह भी पढ़ें - UN: 'लश्कर और जैश संगठनों पर वैश्विक कार्रवाई जरूरी', अफगानिस्तान को आतंक मुक्त करने के लिए यूएन में बोला भारत
लीबिया में अस्थिरता की वजह
लीबिया में यह संकट 2011 में शुरू हुआ, जब नाटो समर्थित विद्रोह में लंबे समय तक शासन करने वाले तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी को सत्ता से हटाकर मार दिया गया। तब से देश में राजनीतिक अस्थिरता और गृहयुद्ध की स्थिति बनी हुई है, जिसका फायदा मानव तस्कर उठा रहे हैं।

यह भी पढ़ें - Antifa: क्या है एंटीफा? जिसे राष्ट्रपति ट्रंप ने चार्ली किर्क की हत्या के बाद आतंकी संगठन घोषित किया
विज्ञापन
विज्ञापन
शव बरामद करने का प्रयास जारी
लीबिया रेड क्रेसेंट ने सोमवार को बताया कि उसे तोब्रुक के अधिकारियों से आपातकालीन कॉल मिली थी। इसके बाद बचावकर्मी कम्बोट बीच (तट से 60 किलोमीटर पश्चिम) और काबेस क्षेत्र (तट से 90 किलोमीटर पूर्व) से शव बरामद कर रहे हैं। हालांकि यह साफ नहीं है कि मिले शव उसी डूबी हुई नाव के यात्रियों के हैं या नहीं।
लीबिया- प्रवासियों के लिए खतरनाक रास्ता
लीबिया लंबे समय से युद्ध और गरीबी से भाग रहे अफ्रीका और मध्य पूर्व के लोगों के लिए यूरोप जाने का प्रमुख रास्ता रहा है। यहां से प्रवासी समुद्र के रास्ते इटली या ग्रीस पहुंचने की कोशिश करते हैं। लेकिन यह यात्रा बेहद खतरनाक होती है। नावें अक्सर ओवरलोड होती हैं और खराब मौसम या तकनीकी खराबी के कारण डूब जाती हैं।
पहले भी हुए बड़े हादसे
इस महीने की शुरुआत में लीबिया के तट के पास एक नाव पलट गई थी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई और 22 लोग लापता हो गए थे। उस समय नाव में 32 प्रवासी सवार थे, जिनमें से नौ लोगों को बचा लिया गया था। दिसंबर 2024 में भी पश्चिमी लीबिया के तट पर एक बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें 61 प्रवासी, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, डूब गए थे। आईओएम के मिसिंग माइग्रेंट्स प्रोजेक्ट के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले आठ महीनों में लीबिया के तट पर कम से कम 434 प्रवासियों की मौत हुई है, जबकि 611 लोग अब भी लापता हैं।
यह भी पढ़ें - UN: 'लश्कर और जैश संगठनों पर वैश्विक कार्रवाई जरूरी', अफगानिस्तान को आतंक मुक्त करने के लिए यूएन में बोला भारत
लीबिया में अस्थिरता की वजह
लीबिया में यह संकट 2011 में शुरू हुआ, जब नाटो समर्थित विद्रोह में लंबे समय तक शासन करने वाले तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी को सत्ता से हटाकर मार दिया गया। तब से देश में राजनीतिक अस्थिरता और गृहयुद्ध की स्थिति बनी हुई है, जिसका फायदा मानव तस्कर उठा रहे हैं।