सोशल मीडिया: अब फेसबुक पर भारी टिकटॉक, मेटा की सारी उम्मीदें अब मेटावर्स पर
बाजार विश्लेषकों के मुताबिक पिछले 31 दिसंबर को खत्म हुई तिमाही में मेटा का राजस्व 33.7 बिलियन डॉलर रहा। साल भर पहले की तुलना में यह 20 फीसदी ज्यादा है। लेकिन कंपनी की कुल आमदनी में आठ फीसदी की गिरावट दर्ज हुई। दो वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ, जब किसी तिमाही में मेटा की कुल आमदनी गिरी...

विस्तार
टिकटॉक से मिल रही चुनौती फेसबुक के लिए भारी पड़ रही है। अब मेटा नाम से कारोबार कर रही इस कंपनी के शेयरों के भाव में हाल में भारी गिरावट आई है। संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने दो टूक स्वीकार किया है कि टिकटॉक और ऐसे दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का उदय उनकी कंपनी के शेयरों के भाव में आई गिरावट का कारण है। खासकर बुधवार को शेयर बाजारों में मेटा को भारी नुकसान उठाना पड़ा।

मेटा ने कहा है कि पिछली तिमाही में उसकी कमाई अपेक्षा से कम रही। इसकी वजह यह है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में उसके यूजर्स में वृद्धि की रफ्तार धीमी हो गई है। जबकि यही उसका सबसे बड़ा बाजार है। कंपनी ने बताया है कि इस बाजार में उसका ग्रोथ बहुत धीमा रहा, जबकि कई दूसरे क्षेत्रों में उसके कारोबार में गिरावट आई। तो अब कंपनी ने अनुमान लगाया है कि इस वर्ष की पहली तिमाही में उसका राजस्व 27 से 20 बिलियन डॉलर तक ही सीमित रहेगा। हालांकि पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में यह तीन फीसदी से ज्यादा की वृद्धि होगी, लेकिन राजस्व की वृद्धि की दर गिरती नजर आ रही है।
गिरे मेटा के शेयर
इन अनुमानों का नतीजा है कि अमेरिकी शेयर बाजार में मेटा के शेयरों का भाव 20 फीसदी तक गिर गया है। इसका असर कंपनी के कुल मूल्य पर पड़ा है। कंपनी के मूल्य में 175 बिलियन डॉलर की गिरावट आ चुकी है। इस बारे में प्रतिक्रिया देते हुए जुकरबर्ग ने कहा है- ‘लोग अपना समय कहां लगाएं, इस बारे में अब उनके पास बहुत से विकल्प हैं। टिकटॉक जैसे एप्स तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।’
बाजार विश्लेषकों के मुताबिक पिछले 31 दिसंबर को खत्म हुई तिमाही में मेटा का राजस्व 33.7 बिलियन डॉलर रहा। साल भर पहले की तुलना में यह 20 फीसदी ज्यादा है। लेकिन कंपनी की कुल आमदनी में आठ फीसदी की गिरावट दर्ज हुई। दो वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ, जब किसी तिमाही में मेटा की कुल आमदनी गिरी।
मेटा के आकलन में कहा गया है कि बढ़ती प्रतिस्पर्धा के अलावा एपल कंपनी की प्राइवेसी पॉलिसी में हुए बदलाव से भी उसे नुकसान हुआ है। एपल की नई प्राइवेसी पॉलिसी के कारण अब विज्ञापनदाताओं को लक्ष्य करना कठिन हो गया है।
फेसबुक पर रोज एक अरब 93 करोड़ यूजर्स
वैसे फेसबुक अभी भी दुनिया में सबसे बड़ा सोशल मीडिया नेटवर्क है। 31 दिसंबर को खत्म हुई तिमाई में फेसबुक पर रोजाना सक्रिय यूजर्स की संख्या एक अरब 93 करोड़ रही। लेकिन ये संख्या पिछली तीन तिमाहियों की तुलना में दस लाख कम है।
इस बीच मेटा ने अपने नए रियलिटी लैब- मेटावर्स के निर्माण के लिए 4.2 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। कंपनी का दावा है कि इस प्लैटफॉर्म में त्रिआयामी आभासी दुनिया का अनुभव यूजर्स को मिलेगा। कंपनी के मुताबिक अभी ये प्लैटफॉर्म अधिक लोकप्रिय नहीं हुआ है, लेकिन कंपनी इसमें निवेश बढ़ाना जारी रखेगी। इसलिए मुमकिन है कि 2022 में उसे और आर्थिक नुकसान हो।
तकनीक जानकारों का कहना है कि मेटा की अब सारी उम्मीदें मेटावर्स की कामयाबी से जुड़ी हैं। वह एक नई चीज होगा। जबकि अभी जिस तरह के नेटवर्क हैं, उनमें कई नए विकल्प तेजी से बाजार में लोकप्रिय हो रहे हैं। उसकी चुभन फेसबुक को महसूस हो रही है।