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MI-6: ब्रिटिश खुफिया प्रमुख का यूक्रेन युद्ध को लेकर दावा- पुतिन शांति वार्ता के इच्छुक नहीं, बहका रहे हैं
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, इस्तांबुल
Published by: राहुल कुमार
Updated Fri, 19 Sep 2025 02:46 PM IST
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सार
ब्रिटेन की विदेशी खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने शुक्रवार को कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन को लेकर शांति वार्ता करना चाहते हैं।

व्लादिमीर पुतिन, रूसी राष्ट्रपति
- फोटो : ANI
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विस्तार
ब्रिटेन की गुप्तचर एजेंसी एमआई6 के प्रमुख सर रिचर्ड मूर ने शुक्रवार को कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए बातचीत करना चाहते हैं, ऐसा कोई सबूत उन्हें नहीं मिला है। सर रिचर्ड मूर पिछले पांच वर्षों से एमआई6 के प्रमुख हैं और सितंबर के अंत में वह अपना पद छोड़ रहे हैं।

इस्तांबुल स्थित ब्रिटिश वाणिज्य दूतावास में 'सीक्रेट इंटेलिजेंस सर्विस' के प्रमुख सर रिचर्ड मूर ने अपने विदाई भाषण के दौरान कहा, इस बात का बिल्कुल भी कोई प्रमाण नहीं है कि पुतिन शांति वार्ता करना चाहते हैं। वे हमें सिर्फ बहका रहे हैं।
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'सीक्रेट इंटेलिजेंस सर्विस' के प्रमुख सर रिचर्ड मूर ने कहा कि पुतिन हमें अपने जाल में फंसा रहे हैं। वह अपनी शाही इच्छा को हरसंभव तरीके से थोपना चाहते हैं। लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं हो सकते। उन्होंने कहा, स्पष्ट रूप से कहें तो पुतिन ने अपनी क्षमता से ज़्यादा का बोझ उठा लिया है। उन्हें लगा कि उन्हें आसान जीत मिल जाएगी। लेकिन उन्होंने और कई अन्य लोगों ने यूक्रेनियों को कम करके आंका।
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'यह विश्वास दिलाने की कोशिश कर रहे हैं कि रूस की जीत तय है'
मूर ने कहा कि इस आक्रमण ने यूक्रेन की राष्ट्रीय पहचान को मजबूत हुई है और इसके पश्चिम की ओर बढ़ने की गति को तेज किया है साथ ही स्वीडन और फिनलैंड को नाटो में शामिल होने के लिए प्रेरित किया है। मूर ने पुतिन दुनिया को यह विश्वास दिलाने की कोशिश कर रहे हैं कि रूस की जीत तय है। लेकिन वह झूठ बोलते हैं। वह दुनिया से झूठ बोलते हैं। वह अपने लोगों से झूठ बोलते हैं। शायद वह खुद से भी झूठ बोलते हैं। मूर ने आगे कहा, रूस से कहीं बड़ी ताकतें भी यूक्रेन से कमजोर देशों को अधीन करने में विफल रही हैं।