सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   World ›   More than 1,000 Syrians have withdrawn asylum applications in Cyprus World News In Hindi

Cyprus: सीरियाई नागरिकों ने बदला मन, स्वदेश लौटने की इच्छा तेज; साइप्रस में शरण के लिए दिए आवेदन को लिया वापस

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, निकोसिया Published by: शुभम कुमार Updated Sat, 18 Jan 2025 05:16 AM IST
सार

कम से कम 1000 सीरियाई नागरिकों ने शरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा की मांग के लिए साइप्रस सरकार को दिए आवेदन को वापस ले लिया, क्योंकि अब उन्होंने अपने देश वापस लौटने की इच्छा जताई है। खबर है कि 500 लोग पहले ही स्वदेश लौट चुके है।  

विज्ञापन
More than 1,000 Syrians have withdrawn asylum applications in Cyprus World News In Hindi
सीरिया संघर्ष (सांकेतिक तस्वीर) - फोटो : ANI
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

सीरिया में पिछले महीने असद सरकार के पतन के बाद सीरियाई नागरिकों का पलायन तेज हो गया था। इसको लेकर हजारों सीरियाई नागरिकों ने साइप्रस सरकार को आवेदन लिखकर शरण और अंतरार्ष्ट्रीय सुरक्षा की मांग की। बहराल स्थिति ये है कि कम से कम 1000 सीरियाई नागरिकों ने साइप्रस में शरण लेने की अपनी चाह को खत्म करते हुए आवेदन वापस ले लिया है, क्योंकि वे अपने देश वापस जाना चाहते हैं। मीडिया रिपोर्ट की माने तो खबर ये भी है कि पहले ही 500 से ज्यादा सीरियाई नागरिक वापस अपने देश लौट चुके हैं। 
Trending Videos


साइप्रस का सख्त कदम
बता दें कि सीरियाई नागरिकों के साइप्रस में बढ़ते आगमन को रोकने के लिए साइप्रस ने पिछले कुछ वर्षों में शरणार्थियों के आगमन को रोकने के लिए सख्त नीतियां अपनाई हैं, खासकर तुर्की से नाव के जरिए या तुर्की साइप्रस से आने वालों के लिए। साइप्रस में अनियमित प्रवासियों का प्रतिशत यूरोपीय औसत से छह गुना अधिक था, लेकिन हाल में इन सख्त नीतियों के परिणामस्वरूप पिछले साल लगभग 10,000 अनियमित प्रवासियों ने साइप्रस छोड़ दिया। 
विज्ञापन
विज्ञापन


गौरतलब है कि 2024 में नए शरण आवेदनों में 41 प्रतिशत की गिरावट आई। इससे अधिकारियों को लंबित आवेदनों को जल्दी से निपटाने और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा पाने वाले लोगों को जरूरी मदद देने में मदद मिली है। साइप्रस ने नाव से आने वाले प्रवासियों की संख्या को भी कम किया है, खासकर लेबनान से। 

साइप्रस लगातार लगा रहा आरोप
हालांकि मामले में साइप्रस पर यह आरोप भी हैं कि उसने प्रवासियों के अधिकारों का उल्लंघन किया है। यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय ने पिछले अक्टूबर में फैसला सुनाया कि साइप्रस ने दो सीरियाई नागरिकों को उनके शरण के अधिकार से वंचित किया था, क्योंकि उन्हें दो दिन तक समुद्र में नाव पर रखा गया था और फिर लेबनान वापस भेज दिया गया था।

एक नजर सीरिया संघर्ष पर
सीरिया में बशर अल असद परिवार के 50 साल के शासन का अंत हुआ। विद्रोहियों ने सीरिया पर कब्जा कर लिया है और राष्ट्रपति बशर के परिवार समेत देश छोड़कर भागना पड़ा।  विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क समेत प्रमुख शहरों पर कब्जा कर लिया। सीरिया बीते 13 वर्षों से गृह युद्ध में फंसा हुआ था और अब बशर सरकार के पतन के बाद इसका गृह युद्ध समाप्त होने की बजाय और तेज हो गई।

देखा जाए तो सीरिया में साल 2016 के बाद गृह युद्ध धीमा पड़ गया था, लेकिन नवंबर 2024 की अंत में प्रमुख विद्रोही संगठन हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) ने अन्य विद्रोही गुटों के साथ मिलकर अलप्पो, इदलिब और होम्स शहरों पर तेज हमले शुरू कर दिए और आखिरकार इन पर कब्जा कर लिया। विद्रोही गुटों ने राजधानी दमिश्क पर भी कब्जा कर लिया है।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get latest World News headlines in Hindi related political news, sports news, Business news all breaking news and live updates. Stay updated with us for all latest Hindi news.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed