हवाई हमलों से नर्क बनता सीरिया, बीते दस दिनों में सौ से ज्यादा की मौत
सीरियाई सरकार और उसके सहयोगी देश विद्रेहियों के आखिरी ठिकाने पर हवाई हमले कर रहे हैं। जिसमें बीते दस दिनों में सौ से अधिक नागरिकों की मौत हो गई है। ये बात संयुक्त राष्ट्र संघ ने कही है। जिसमें कहा गया है कि तीन महीने चले अभियान के बाद चार लाख से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार चीफ मिशेल बेचलेट का कहना है कि हाल ही में हुए हवाई हमलों में 103 लोगों की मौत हो गई है। हैरानी की बात तो ये है कि ये हमले स्कूलों, अस्पतालों, बाजारों और बेकरी पर किए गए हैं। इन मरने वाले लोगों में 26 बच्चे भी शामिल थे। उन्होंने आगे कहा कि ये संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
हमलों के लिए नागरिकों के सामान को निशाना बनाया जाता है जो कि बिल्कुल भी ठीक नहीं है। अपने मुख्य सहयोगी रूस द्वारा समर्थित, सीरियाई सरकार ने उत्तर पश्चिमी सीरिया में विद्रोही एन्क्लेव के खिलाफ अपनी आक्रामक शुरुआत की है। जिस स्थान पर हमला किया जा रहा है, वहां तीस लाख लोगों का घर है। इनमें आधे से अधिक विस्थापित हो चुके हैं। ये लोग इदलिब प्रांत के अलावा पड़ोसी देश अलेपो, हमा और लताकिया प्रांत गए हैं।
उत्तरपश्चिमी इदलिब और आसपास के क्षेत्रों को रूस और तुर्की के बीच सितंबर में एक "डी-एस्केलेशन" सौदे के तहत शामिल किया गया था। ताकि यहां युद्ध और बमबारी को कम किया जा सके। हालांकि इसका पूर्ण रूप से पालन नहीं किया गया। सीरियाई सैनिकों ने यहां से जाने से इनकार कर दिया है। बीते कुछ हफ्तों में यहां बमबारी में भी बढ़ोतरी हुई है। इस क्षेत्र को ज्यादातर अल-कायदा के पूर्व सीरिया सहयोगी हयात तहरीर अल-शाम द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
क्या चल रहा है सीरिया में?
सीरिया में बीते आठ सालों से गृह युद्ध जारी है। इदलिब शहर के अलावा उत्तरी हमा और पश्चिमी अलेप्पो विद्रोहियों का आखिरी गढ़ बना हुआ है। सीरिया और तुर्की के बीच हुए समझौते से 27 लाख लोगों को हवाई हमलों से मुक्ति मिली थी। लेकिन बीते 29 अप्रैल से हिंसा भड़कने के बाद से सीरिया में 350 आम लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं रूस समर्थित सीरियाई सरकार का कहना है कि हमलों की संख्या बढ़ने की वजह अल-कायदा से जुड़े जिहादियों की ओर से शांति समझौतों का उल्लंघन किया जाना है। रूस ने भी पिछले हफ्ते आई उन मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन किया है जिनमें रूसी हवाई हमलों में 31 लोगों के मारे जाने की खबरें शामिल थीं।