सीरिया में नौ साल के युद्ध में शरणार्थी शिविरों में पैदा हुए 10 लाख बच्चे : यूनिसेफ
सीरियाई गृहयुद्ध के दसवें वर्ष में प्रवेश पर संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने कहा है कि पिछले नौ साल के भीतर इस देश में युद्ध के चलते 9,000 बच्चे मारे गए हैं जबकि इस दौरान करीब 48 लाख बच्चे पैदा हुए हैं। इनमें से दस लाख बच्चे शरणार्थी शिविरों में पैदा हुए जिनके परिवारों ने युद्ध की विभीषिका से बचने के लिए दूसरे देशों में शरण ली है।
यूनिसेफ की ताजा रिपोर्ट शरणार्थी बच्चों के दर्दनाक हालात बयां करती है। यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनरिएटा फोर ने एक सप्ताह पहले ही सीरिया का दौरा करने के बाद कहा कि सीरिया में युद्ध ने एक और शर्मनाक पड़ाव पूरा किया है। अब जबकि सीरियाई युद्ध दसवें साल में दाखिल हो गया है, लाखों बच्चे भी अपने जीवन का दूसरा दशक युद्ध, हिंसा, मौत और विस्थापन के माहौल में ही शुरू कर रहे हैं।
ऐसे माहौल में हर हाल में शांति स्थापना की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा नजर आ रही है। यूनिसेफ का कहना है कि इस दौरान लगभग पांच हजार बच्चों को युद्ध में भाग लेने को भर्ती किया गया, उनमें से कुछ की उम्र महज सात साल थी। हेनरिएटा ने कहा, यह बहुत दुखद है कि पश्चिमोत्तर हिस्सों समेत अनेक जगह हिंसा व संघर्ष अब भी जारी है जिसका बच्चों पर गंभीर असर पड़ रहा है, जबकि यह प्रभाव और गहरा होने जा रहा है।
तुर्की : शरणार्थी बच्चे की मौत पर तीन लोगों को 125 साल की जेल
अंकारा : तुर्की की एक अदालत ने तीन वर्षीय सीरियाई शरणार्थी एलन कुर्दी की मौत के तीन जिम्मेदारों को मानव तस्करी के आरोप में 125-125 साल की जेल की सजा सुनाई है। तुर्की सेना ने तीनों को इसी हफ्ते गिरफ्तार किया था। समुद्र तट पर कुर्दी के शव की तस्वीर ने पूरी दुनिया को झकझोरा था। उसके माता-पिता सीरियाई गृहयुद्ध से जान बचाकर दूसरे देश में शरण के लिए निकले थे। लेकिन उनकी नाव समुद्र में डूब गई और हादसे में मां-बेटा मारे गए।