{"_id":"60b301cb8ebc3e1f5943099a","slug":"pakistan-could-not-prove-indias-role-in-2018-chinese-embassy-attack","type":"story","status":"publish","title_hn":"चीनी दूतावास हमले में भारत की भूमिका साबित नहीं कर सका पाकिस्तान ","category":{"title":"World","title_hn":"दुनिया","slug":"world"}}
चीनी दूतावास हमले में भारत की भूमिका साबित नहीं कर सका पाकिस्तान
एजेंसी, कराची
Published by: Kuldeep Singh
Updated Sun, 30 May 2021 08:38 AM IST
विज्ञापन
भारत-पाकिस्तान
- फोटो : iStock
विज्ञापन
पाकिस्तान के कराची में चीनी दूतावास पर हुए हमले से जुड़े एक मामले में भारत को मिलीभगत साबित करने में नाकाम रहा है। नवंबर 2018 में हुए इस हमले में 4 लोग मारे गए थे। पाकिस्तान के आतंकवाद रोधी अदालत एटीसी ने 26 मई को बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के संदिग्ध सदस्यों के खिलाफ गवाह पेश करने में अभियोजन की विफलता पर नाराजगी जाहिर की है।
Trending Videos
मामले में दायर चार्जशीट में बीएलए के भारत की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के साथ मिलकर इस हमले को अंजाम देने का आरोप लगाया गया था। कहा गया कि इसका मकसद पाकिस्तान-चीन संबंधों को नुकसान पहुंचाना व चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना को बाधित करना था। एटीसी जज ने मामले के जांच अधिकारी को आदेश दिया था कि शिकायतकर्ता की 7 जुलाई को उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
विज्ञापन
विज्ञापन