हांगकांग में लोकतंत्र के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने दागी आंसू गैस, ऐसे भड़की हिंसा

दंगा पुलिस ने शनिवार शाम और देर रात दो अलग-अलग जगह प्रदर्शन कर रहे लोकतंत्र समर्थकों पर आंसू गैस के कई राउंड फायर किए। यह कार्रवाई चीन की तरफ से लगातार दी जा रही कड़ी चेतावनियों के बावजूद वैश्विक वित्त केंद्र बन चुके हांगकांग को हिला देने वाली हालिया हिंसक प्रदर्शन के दौरान की गई है।

शनिवार को हिंसक झड़प की पहली घटना तटीय जिले सिम शा सुई में हुई, जिसे आमतौर पर पर्यटकों के पसंदीदा लक्जरी शॉपिंग मालों और होटलों के लिए पहचाना जाता है। एक पुलिस स्टेशन का घेराव कर रहे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को गैस मास्क पहने और हाथों में सुरक्षा शील्ड लिए पुलिसकर्मियों ने नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन मास्क पहने प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पार्किंग एरिया में खड़ी कारों के शीशे तोड़ दिए और आसपास की दीवारों पर कुछ चित्र बना दिए। बहुत सारे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।
इसके बाद, देर रात वांग टाई सिन जिले में भी स्थानीय पुलिस स्टेशन का घेराव कर रहे प्रदर्शनकारियों और स्थानीय नागरिकों पर आंसू गैस के गोले दागे गए। हालांकि स्थानीय नागरिक अन्य प्रदर्शनकारियों की तरह गैस मास्क नहीं पहने होने के कारण घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए ले जाना पड़ा है। प्रदर्शनकारियों ने सोमवार तक प्रदर्शन जारी रखने की योजना बनाई है।
दो दशक पहले ब्रिटेन के नियंत्रण से चीन को स्थानांतरित किए गए अर्द्ध स्वायत्त सत्ता वाले शहर हांगकांग में पिछले दो महीने से विरोधियों की तरफ से लगातार प्रदर्शन और हिंसा को अंजाम दिया जा रहा है। यह विरोध प्रदर्शन एक प्रत्यर्पण कानून लाए जाने की घोषणा के विरोध में शुरू हुआ था, जो जल्द ही लोकतांत्रिक सुधारों के लिए व्यापक आंदोलन में बदल गया।
पहले भी कई लोगों को किया जा चुका है गिरफ्तार
हांगकांग और बीजिंग में अधिकारियों ने इस सप्ताह प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाने के संकेत दिए थे। इसके बाद दर्जनों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया गया। चीनी सेना ने भी कहा था कि यदि उससे कहा जाता है तो वह असहनीय अशांति की स्थिति को रोकने के लिए तैयार है।
प्रशासन के इस कड़े रुख के बावजूद प्रदर्शनकारी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं और आने वाले दिनों में बहुत सारे आयोजन व रैलियां करने की तैयारियों में जुटे हुए हैं। पिछले दो सप्ताह में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक संघर्ष लगातार बढ़ा है।