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US: कौन हैं टीवी होस्ट और पूर्व जज जीनिन पिरो? जिन्हें ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी की शीर्ष संघीय अभियोजक बनाया
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वॉशिंगटन
Published by: पवन पांडेय
Updated Fri, 09 May 2025 07:39 AM IST
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सार
US Attorney: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टीवी होस्ट और पूर्व जज जीनिन पिरो को अंतरिम यूएस अटॉर्नी घोषित किया है, यानी वे अस्थायी तौर पर इस पद को संभालेंगी। हलांकि, यह अभी साफ नहीं है कि ट्रंप उन्हें स्थायी पद के लिए सीनेट में नामित करेंगे या नहीं।

डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति
- फोटो : ANI

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विस्तार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वे मशहूर टीवी होस्ट (पीटीआई के मुताबिक- फॉक्स न्यूज की होस्ट) और पूर्व जज जीनिन पिरो को वॉशिंगटन डीसी में शीर्ष संघीय अभियोजक (यूएस अटॉर्नी) के पद पर नियुक्त कर रहे हैं। इससे पहले ट्रंप ने अपने पहले उम्मीदवार एड मार्टिन जूनियर का नामांकन वापस ले लिया था।
न्यूज होस्ट से सरकारी पद तक सफर
जीनिन पिरो 2006 से फॉक्स न्यूज से जुड़ी हुई हैं और फिलहाल चैनल के लोकप्रिय शो 'द फाइव' में सह-होस्ट के रूप में काम कर रही हैं। इससे पहले वे न्यूयॉर्क के वेस्टचेस्टर काउंटी में जज और फिर तीन बार काउंटी की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी (डीए) के तौर पर चुनी जा चुकी हैं।
यह भी पढ़ें - Indo-Pakistan Tension: 'हम युद्ध के बीच में नहीं पड़ेंगे, यह हमारा काम नहीं', भारत-पाकिस्तान तनाव पर जेडी वेंस
ट्रंप ने पिरो को बताया 'टॉप डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी'
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'जीनिन इस पद के लिए बेहद योग्य हैं और न्यूयॉर्क राज्य के इतिहास की सबसे बेहतरीन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी मानी जाती हैं। वे अपने आप में एक अलग मुकाम रखती हैं।'
एड मार्टिन का नाम वापस क्यों लिया गया?
ट्रंप ने पहले एड मार्टिन को इस पद के लिए चुना था, लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के एक बड़े नेता ने उनके खिलाफ आवाज उठाई। वजह ये थी कि मार्टिन ने उन दंगाइयों का बचाव किया था जिन्होंने 6 जनवरी 2021 को अमेरिकी संसद पर हमला किया था। ट्रंप ने कहा, 'मार्टिन अच्छे इंसान हैं, लेकिन उन्हें वैसा समर्थन नहीं मिला जैसा मैंने सोचा था। लेकिन अब हमारे पास एक और बेहतरीन विकल्प है।'
मार्टिन पर पहले भी उठ चुके हैं सवाल
मार्टिन का कार्यकाल काफी विवादों भरा रहा है। उनके पास पहले कभी अभियोजक का अनुभव नहीं था और ना ही उन्होंने कोई केस लड़ा था। उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई वरिष्ठ अधिकारियों को हटाया, सोशल मीडिया पर जांच के संभावित लक्ष्यों के बारे में लिखा और एक डेमोक्रेटिक प्रशासन के दौरान हुए सरकारी कांट्रेक्ट की जांच का आदेश दिया था। उनकी नियुक्ति 20 मई को खत्म हो रही है।
यह भी पढ़ें - US: सेना से बाहर निकाले जा रहे 1000 से ज्यादा ट्रांसजेंडर सैनिक, अन्य को 30 दिन में बतानी होगी लैंगिक पहचान
पिरो का कानूनी और राजनीतिक अनुभव
जीनिन पिरो ने 1975 में एल्बानी लॉ स्कूल से कानून की पढ़ाई की थी। वे देश के पहले घरेलू हिंसा यूनिट की प्रमुख रही हैं। 2005 में पिरो ने डेमोक्रेट नेता हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ सीनेट चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, लेकिन बाद में उन्होंने अटॉर्नी जनरल पद के लिए चुनाव लड़ा, जिसमें वे एंड्रयू कुओमो से हार गईं।
पिरो के पिछले विवाद और टीवी करियर
पिरो ने ओ. जे. सिम्पसन के मशहूर मर्डर केस के दौरान टीवी पर काफी लोकप्रियता पाई थी। फॉक्स न्यूज में अपने करियर के दौरान वे कई बार डोनाल्ड ट्रंप का इंटरव्यू कर चुकी हैं। ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के आखिरी दिनों में पिरो के पूर्व पति अल्बर्ट पिरो को भी माफी दी थी, जिन्हें टैक्स चोरी के मामले में सजा हुई थी।
चुनावी धांधली के आरोप में मुकदमा
2021 में वोटिंग टेक्नोलॉजी कंपनी स्मार्टमैटिक ने पिरो और फॉक्स न्यूज पर झूठे आरोप फैलाने का मुकदमा किया था। कंपनी ने दावा किया था कि पिरो और अन्य ने यह गलत प्रचार किया कि स्मार्टमैटिक ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में गड़बड़ी की थी। इस मानहानि केस में कंपनी ने 2.7 अरब डॉलर का मुआवजा मांगा है।
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न्यूज होस्ट से सरकारी पद तक सफर
जीनिन पिरो 2006 से फॉक्स न्यूज से जुड़ी हुई हैं और फिलहाल चैनल के लोकप्रिय शो 'द फाइव' में सह-होस्ट के रूप में काम कर रही हैं। इससे पहले वे न्यूयॉर्क के वेस्टचेस्टर काउंटी में जज और फिर तीन बार काउंटी की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी (डीए) के तौर पर चुनी जा चुकी हैं।
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ट्रंप ने पिरो को बताया 'टॉप डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी'
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'जीनिन इस पद के लिए बेहद योग्य हैं और न्यूयॉर्क राज्य के इतिहास की सबसे बेहतरीन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी मानी जाती हैं। वे अपने आप में एक अलग मुकाम रखती हैं।'
एड मार्टिन का नाम वापस क्यों लिया गया?
ट्रंप ने पहले एड मार्टिन को इस पद के लिए चुना था, लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के एक बड़े नेता ने उनके खिलाफ आवाज उठाई। वजह ये थी कि मार्टिन ने उन दंगाइयों का बचाव किया था जिन्होंने 6 जनवरी 2021 को अमेरिकी संसद पर हमला किया था। ट्रंप ने कहा, 'मार्टिन अच्छे इंसान हैं, लेकिन उन्हें वैसा समर्थन नहीं मिला जैसा मैंने सोचा था। लेकिन अब हमारे पास एक और बेहतरीन विकल्प है।'
मार्टिन पर पहले भी उठ चुके हैं सवाल
मार्टिन का कार्यकाल काफी विवादों भरा रहा है। उनके पास पहले कभी अभियोजक का अनुभव नहीं था और ना ही उन्होंने कोई केस लड़ा था। उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई वरिष्ठ अधिकारियों को हटाया, सोशल मीडिया पर जांच के संभावित लक्ष्यों के बारे में लिखा और एक डेमोक्रेटिक प्रशासन के दौरान हुए सरकारी कांट्रेक्ट की जांच का आदेश दिया था। उनकी नियुक्ति 20 मई को खत्म हो रही है।
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पिरो का कानूनी और राजनीतिक अनुभव
जीनिन पिरो ने 1975 में एल्बानी लॉ स्कूल से कानून की पढ़ाई की थी। वे देश के पहले घरेलू हिंसा यूनिट की प्रमुख रही हैं। 2005 में पिरो ने डेमोक्रेट नेता हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ सीनेट चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, लेकिन बाद में उन्होंने अटॉर्नी जनरल पद के लिए चुनाव लड़ा, जिसमें वे एंड्रयू कुओमो से हार गईं।
पिरो के पिछले विवाद और टीवी करियर
पिरो ने ओ. जे. सिम्पसन के मशहूर मर्डर केस के दौरान टीवी पर काफी लोकप्रियता पाई थी। फॉक्स न्यूज में अपने करियर के दौरान वे कई बार डोनाल्ड ट्रंप का इंटरव्यू कर चुकी हैं। ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के आखिरी दिनों में पिरो के पूर्व पति अल्बर्ट पिरो को भी माफी दी थी, जिन्हें टैक्स चोरी के मामले में सजा हुई थी।
चुनावी धांधली के आरोप में मुकदमा
2021 में वोटिंग टेक्नोलॉजी कंपनी स्मार्टमैटिक ने पिरो और फॉक्स न्यूज पर झूठे आरोप फैलाने का मुकदमा किया था। कंपनी ने दावा किया था कि पिरो और अन्य ने यह गलत प्रचार किया कि स्मार्टमैटिक ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में गड़बड़ी की थी। इस मानहानि केस में कंपनी ने 2.7 अरब डॉलर का मुआवजा मांगा है।