Indo-Pak Conflict: मार्को रुबियो ने शरीफ को दी नसीहत; जयशंकर बोले- आतंकवाद के किसी भी प्रयास का देंगे जवाब
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से फोन पर बात की। रुबियो ने दोनों नेताओं से तत्काल तनाव कम करने को कहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों के बीच हालात और न बिगड़ें। अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी बातचीत का समर्थन किया है।


विस्तार
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। इसे लेकर बृहस्पतिवार सुबह अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारतीय समकक्ष डॉ. एस जयशंकर से बात की। रुबियो ने दोनों से तत्काल तनाव कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। रुबियो की बातचीत के बारे में अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने जानकारी दी। इस दौरान, विदेश मंत्री जयशंकर ने रुबियो से कहा कि आतंकवाद को बढ़ाने के किसी भी प्रयास का हम दृढ़ता से जवाब देंगे।
टैमी ब्रूस ने कहा कि विदेश मंत्री रुबियो ने शरीफ और जयशंकर से फोन पर अलग-अलग बातचीत की। इस दौरान उन्होंने दोनों नेताओं से तत्काल तनाव को कम करने और हिंसा को समाप्त करने की अपील की। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी बातचीत का समर्थन करता है। रुबियो ने दोनों देशों से कहा कि वह आपसी बातचीत और संपर्क बेहतर बनाने की कोशिश जारी रखें।
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रुबियो की कोशिश- भारत-पाकिस्तान के बीच हालात और न बिगड़ें
टैमी ब्रूस ने आगे बताया कि विदेश मंत्री रुबियो की कोशिश यह है कि भारत और पाकिस्तान के बीच हालात और न बिगड़ें। यह एक गंभीर मसला है जो दशकों से चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद जो कुछ हुआ, वह आश्चर्यजनक तो नहीं है, लेकिन बहुत निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश यही है कि तनाव और न बढ़े। ब्रूस ने बताया कि रुबियो का जोर इस बात पर रहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत जरूरी है। चुप रहना इसका समाधान नहीं है। पिछले दो दिनों में अमेरिका ने दोनों देशों के नेताओं से बात की है और यह मुद्दा उन सभी बातचीतों के केंद्र में रहा है।
आतंकवादी हमले की स्वतंत्र जांच चाहता है पाकिस्तान: ब्रूस
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता ब्रूस ने आगे कहा कि यह चर्चा हो रही है कि पाकिस्तान आतंकवादी हमले की स्वतंत्र जांच चाहता है। हम भी यही चाहते हैं कि जिन लोगों ने यह अपराध किया, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और अमेरिका इस दिशा में किसी भी प्रयास का समर्थन करता है। ब्रूस ने कहा कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान से इस मुद्दे का शांतिपूर्ण और जिम्मेदारी से हल निकालने की अपील करता है। ब्रूस ने कहा, 'हम यह भी कहना चाहते हैं कि इस समय सबसे अहम बात यह है कि फोन कॉल हुई है और हम दोनों सरकारों के साथ कई स्तरों की बातचीत कर रहे हैं। हम इस बात पर चर्चा नहीं करेंगे कि क्या बातचीत हुई या हमने क्या संदेश दिया।'
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आतंकवाद को बढ़ाने के प्रयास का दृढ़ता से देंगे जवाब: जयशंकर
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी समकक्ष रुबियो के साथ हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काम करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता की सराहना की। साथ ही सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लक्षित और संतुलित कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। इस दौरान जयशंकर ने रुबियो से कहा कि भारत आतंकवाद को बढ़ाने के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से जवाब देगा।
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