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US: PM मोदी की रूसी यात्रा से अमेरिका चिंतित, कहा- यूक्रेन में संघर्ष को रोकने के लिए रूस पर दबाव डाले भारत
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वॉशिंगटन
Published by: काव्या मिश्रा
Updated Wed, 10 Jul 2024 07:50 AM IST
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सार
अमेरिकी अधिकारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक प्रसिद्ध लाइन यह युद्ध का युग नहीं है दोहराई। यह बात पीएम मोदी ने साल 2022 में बाली में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कही थी।

पीएम मोदी की रूसी यात्रा पर बोलीं मारग्रेट मैकलियोड
- फोटो : एएनआई
विस्तार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया रूस यात्रा पर विश्व राजनीति में हलचल पैदा हो गई है। यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को रुकवाने के लिए अमेरिका चाहता है कि भारत दबाव डाले। दरअसल, अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारग्रेट मैकलियोड ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि यूक्रेन में जारी संघर्ष को रोकने और क्षेत्र में स्थायी शांति लाने के लिए भारत अपनी विशेष साझेदारी का इस्तेमाल कर रूस पर दबाव बनाए।
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अमेरिकी अधिकारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक प्रसिद्ध लाइन 'यह युद्ध का युग नहीं है' दोहराई। बता दें, यह बात पीएम मोदी ने साल 2022 में बाली में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कही थी।
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रूस पर दबाव बनाया जाए
मैकलियोड ने कहा, 'अमेरिका भारत सहित अपने सभी साथियों से अनुरोध करना चाहता है कि यूक्रेन में जारी संघर्ष को रोकने के लिए रूस पर दबाव बनाया जाए। रूस को यूक्रेन से बाहर निकलना चाहिए। यह युद्ध का युग नहीं है, जैसा कि प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने कहा है।'
उन्होंने आगे कहा, 'भारत और रूस के बीच विशेष साझेदारी है। हम उम्मीद करते हैं कि भारत इस विशेष साझेदारी का इस्तेमाल रूस पर (युद्ध के खिलाफ) दबाव बनाने के लिए करे। यूक्रेन में रूस का युद्ध संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है।'
यह पूछे जाने पर कि यूक्रेन संघर्ष पर भारत के रुख को अमेरिका और पश्चिमी देश कैसे देखते हैं, इस पर अमेरिकी अधिकारी ने कहा, 'बेहतर होगा कि आप भारत सरकार से भारत के रुख के बारे में पूछें। हालांकि, अगर अमेरिका के रुख की बात करें तो रूस यूक्रेन की संप्रभुता का उल्लंघन कर रहा है। यह नागरिक अवसंरचना पर हमला कर रहा है। कल ही, हमने बच्चों के अस्पताल पर हमला देखा, जहां कोई यूक्रेनी सैनिक नहीं थे। यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफ है।'
भारत को रणनीतिक साझेदार के रूप में देखता रहेगा अमेरिका: पेंटागन
प्रधानमंत्री मोदी के रूस की ऐतिहासिक यात्रा संपन्न होने पर पेंटागन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका भारत को एक रणनीतिक साझेदार के रूप में देखना जारी रखेगा और देश के साथ मजबूत बातचीत करेगा।
पेंटागन के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट राइडर ने कहा, 'भारत और रूस के बीच बहुत लंबे समय से संबंध रहे हैं। अमेरिका के नजरिए से, भारत एक रणनीतिक साझेदार है जिसके साथ हम रूस के साथ संबंधों को शामिल करते हुए पूर्ण और स्पष्ट बातचीत जारी रखे हुए हैं। जहां तक इस सप्ताह होने वाले नाटो शिखर सम्मेलन का सवाल है, तो निश्चित रूप से आपकी तरह ही पूरी दुनिया का ध्यान उस पर केंद्रित है।'
मोदी की रूस यात्रा के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, 'लेकिन मुझे नहीं लगता कि किसी को आश्चर्य होगा यदि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस यात्रा को उस तरह से पेश करने की कोशिश करें कि वह बाकी दुनिय से अलग-थलग नहीं हैं। सच यह है कि राष्ट्रपति पुतिन के युद्ध के फैसले ने रूस को बाकी देशों से अलग-थलग कर दिया है और इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है।'