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पीएम मोदी बोले: भारत की अध्यक्षता में ब्रिक्स को मिलेगी नई पहचान, मानवता सर्वोपरि हमारी भावना

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, रियो डी जेनेरियो Published by: शिव शुक्ला Updated Tue, 08 Jul 2025 08:21 AM IST
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सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स देशों से वैश्विक सहयोग और बहुध्रुवीय दुनिया के लिए उत्प्रेरक की मिसाल बनने का आह्वान किया। 17वें ब्रिक्स सम्मेलन में बहुपक्षवाद, आर्थिक-वित्तीय मामलों और एआई को सुदृढ़ करने पर आयोजित सत्र में मोदी ने कहा, समूह की ताकत इसकी विविधता और बहुध्रुवीयता के प्रति साझा प्रतिबद्धता में निहित है।

PM Modi said BRICS will get new identity under India's presidency, our feeling is that humanity is paramount
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी - फोटो : पीटीआई

विस्तार
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत अपनी अध्यक्षता में ब्रिक्स को नए रूप में परिभाषित करेगा। जहां ब्रिक्स का अर्थ होगा सहयोग व स्थिरता के लिए लचीलापन और नवाचार का निर्माण। उन्होंने यह भी कहा, भारत अपने नेतृत्व के दौरान समूह में जन-केंद्रित प्रगति की भावना को आगे बढ़ाएगा। भारत अगले वर्ष ब्रिक्स की अध्यक्षता करेगा।

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पर्यावरण व वैश्विक स्वास्थ्य पर सत्र में पीएम मोदी ने कहा कि पृथ्वी और लोगों की सेहत एक-दूसरे से जुड़े हैं। भारत के लिए जलवायु न्याय कोई विकल्प नहीं है, यह नैतिक कर्तव्य है। जहां कुछ लोग इसे संख्याओं में मापते हैं, भारत इसे मूल्यों में जीता है। 
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मानवता सर्वोपरि की भावना
पीएम मोदी ने कहा, भारत ने जी-20 की अध्यक्षता के दौरान विकासशील देशों की चिंताओं के मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा, जिस तरह से जी-20 की अध्यक्षता में हमने समावेशिता सुनिश्चित की और वैश्विक दक्षिण के मुद्दों को एजेंडे में प्राथमिकता दी, उसी तरह से ब्रिक्स की अध्यक्षता के दौरान हम इस मंच को जन-केंद्रित दृष्टिकोण और मानवता सर्वोपरि की भावना के साथ आगे ले जाएंगे।  

ब्रिक्स वैश्विक दक्षिण के लिए बने सहयोग की मिसाल : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स देशों से वैश्विक सहयोग और बहुध्रुवीय दुनिया के लिए उत्प्रेरक की मिसाल बनने का आह्वान किया। 17वें ब्रिक्स सम्मेलन में बहुपक्षवाद, आर्थिक-वित्तीय मामलों और एआई को सुदृढ़ करने पर आयोजित सत्र में मोदी ने कहा, समूह की ताकत इसकी विविधता और बहुध्रुवीयता के प्रति साझा प्रतिबद्धता में निहित है। वह बोले, वैश्विक दक्षिण को हमसे अपेक्षाएं हैं। उनके लिए हमें मिसाल कायम करनी होगी। भारत साझा लक्ष्यों लिए सभी साझेदारों संग कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए प्रतिबद्ध है। ब्रिक्स की विविधता और बहुध्रुवीयता में हमारी आस्था ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने सबसे पहले, हमारे अपने तंत्रों को बेहतर बनाने पर जोर दिया।

ब्रिक्स एनडीबी में परियोजनाओं को मंजूरी देते वक्त स्वस्थ क्रेडिट रेटिंग पर ध्यान जरूरी
पीएम मोदी ने कहा, ब्रिक्स न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) के माध्यम से परियोजनाओं को मंजूरी देते समय, मांग-आधारित निर्णय प्रक्रिया, दीर्घकालिक वित्तीय स्थिरता और एक स्वस्थ क्रेडिट रेटिंग बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। पीएम ने कृषि क्षेत्र में वैश्विक दक्षिण का सहयोग का भी आह्वान किया।  

2028 में कॉप 33 की मेजबानी करेगा भारत
भारत 2028 में जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) के 33वें सम्मेलन (कॉप 33) की मेजबानी करेगा। ब्रिक्स देशों ने अपने घोषणापत्र में भारत की उम्मीदवारी का स्वागत किया। ब्रिक्स देशों ने पेरिस समझौते के उद्देश्य और लक्ष्यों की खोज में एकजुट रहने की अपनी प्रतिबद्धता भी व्यक्त की।

 रेयर अर्थ मेटल को लेकर पीएम का इशारों में चीन पर निशाना
ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, समूह के देशों को रेयर अर्थ मेटल यानी महत्वपूर्ण खनिजों और टेक्नोलॉजी की सप्लाई चेन को सुरक्षित बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने अप्रत्यक्ष रूप से चीन को लेकर यह बात कही। 
 

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