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Poland:  कौन हैं करोल तादेउज नवरोकी? ट्रंप समर्थक और हैवीवेट बॉक्सर; ऐसा रहा पोलैंड के राष्ट्रपति पद तक का सफर

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वारसॉ Published by: अभिषेक दीक्षित Updated Sat, 07 Jun 2025 08:29 AM IST
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सार

होटल में सुरक्षा गार्ड रहे, तो पीएचडी की उपाधि हासिल कर इतिहास पर कई किताबें भी लिखीं। बॉक्सिंग का शौक है, गैंगस्टरों से संबंध के आरोप हैं, लेकिन ‘पोलैंड फर्स्ट, पोलिश फर्स्ट’ की बात कर घोर कम्युनिस्ट विरोधी 42 वर्षीय करोल तादेउज नवरोकी यूरोप में दक्षिण पंथ को नई दिशा देने के लिए तैयार हैं।

Who is Karol Tadeusz Nawrocki? Trump supporter heavyweight boxer this was his journey to presidency of Poland
Karol Tadeusz Nawrocki - फोटो : Amar Ujala
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पोलैंड में नेशनलिस्ट-कंजर्वेटिव लॉ एंड जस्टिस पार्टी को ऐसे नेता की तलाश थी, जो मौजूदा सत्तारूढ़ पार्टी का मुकाबला कर सके, लेकिन उसे हर तरफ से निराशा ही मिल रही थी। उस वक्त 42 वर्षीय करोल तादेउज नवरोकी इतिहासकार के रूप में इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल रिमेंबरेंस के प्रमुख के तौर पर अपना काम संभाल रहे थे। वह अपने ज्ञान को हथियार बनाकर साम्यवाद के खिलाफ जमकर लिख रहे थे। बस फिर क्या था, लॉ एंड जस्टिस पार्टी को वह जम गए और इस तरह से उन्होंने एक गैर-राजनीतिक पृष्ठभूमि से पोलैंड के राष्ट्रपति चुने जाने तक की यात्रा की शुरुआत कर दी। नवरोकी ने हाल ही में संपन्न हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में वारसा के उदारवादी मेयर रफाल ट्रजास्कोवस्की को हराया है।

पोप का नाम और बॉक्सिंग
पोलैंड के शहर डांस्क में तीन मार्च, 1983 को करोल नवरोकी का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था। मां के अनुसार, उनका नाम पोप जॉन पॉल II (पूर्व नाम करोल वोज्त्यला) के नाम पर रखा गया। वह स्कूल के समय में हेवीवेट बॉक्सर थे और पोमेरेनियन हेवीवेट चैंपियन का खिताब भी जीता था। वह स्थानीय फुटबाल टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। करोल के कोच और उनके चाचा वाल्डेमार नवरोकी कहते हैं कि उन्होंने पढ़ाई जारी रखने के लिए पेशेवर बॉक्सिंग छोड़ दी, लेकिन शौकिया तौर पर अब भी बॉक्सिंग करते हैं।
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जहां पढ़ा, वहीं पढ़ाया
नवरोकी ने स्कूली शिक्षा अपने गृहनगर डांस्क में हासिल की। उन्होंने डांस्क यूनिवर्सिटी से ही स्नातक और इतिहास में स्नातकोत्तर किया। इसके बाद उन्होंने इसी संस्थान से ‘सोशल रेजिस्टेंस टू कम्यूनिस्ट रूल इन द एल्ब्लाग वोइवोडीशिप, 1976-1989’ विषय पर पीएचडी की। उन्होंने डांस्क यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी से एमबीए की डिग्री भी हासिल की है। 2008 में डांस्क यूनिवर्सिटी में उन्होंने इतिहास की फैकल्टी के रूप में पढ़ाना शुरू किया। इसके बाद वह 2009 में इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल रिमेंबरेंस से जुड़ गए और विभिन्न पदों पर रहते हुए राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने तक, वह इस संस्था के प्रमुख रहे। वह 2017 में डांस्क में द्वितीय विश्वयुद्ध संग्रहालय के निदेशक भी रहे।

ट्रंप के घनघोर समर्थक
करोल नवरोकी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक हैं। ट्रंप ने भी राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान ही करोल को अमेरिका बुलाकर 21 मई को अपने ओवल ऑफिस में मुलाकात की थी। यूरोप में दक्षिण पंथ को नई दिशा देने में लगे करोल को हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन और रोमानिया के दक्षिणपंथी राजनीतिज्ञ जॉर्ज सिमियन, जो हाल ही में राष्ट्रपति पद का चुनाव हार गए थे, का भी समर्थन हासिल है। लेकिन उन्हें मौजूदा पोलैंड की मध्य मार्गीय सरकार और प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क का कट्टर विरोधी माना जाता है। वह ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति की तरह ‘पोलैंड फर्स्ट, पोलिश फर्स्ट’ की बात करते हैं। वह यूरोपीय संघ की प्रवास नीति के भी विरोधी हैं।

रूस में हैं वांटेड
नवरोकी के रूस से संबंध ठीक नहीं हैं। वह रूस को साम्राज्यवादी और लाल आतंक यानी आधुनिक आतंक का पोषक बताते हैं। वह पोलैंड में सोवियत साम्राज्य की निशानियों को मिटाने वाले अभियान के अगुआ रहे, जिसकी वजह से उन्हें रूस ने अपने यहां वांछित घोषित कर दिया है। इसके साथ ही वह यूक्रेन पर किए गए रूस के हमलों की भी निंदा करते हैं, लेकिन वह यूक्रेन के नाटों में शामिल होने की बात का विरोध भी करते हैं। वह अपनी सैन्य शक्ति बढ़ाने में भरोसा करते हैं।

सौतेले बेटे को अपनाया
करोल नवरोकी ने 2010 में मार्टा नवरोका से शादी की है, जो राष्ट्रीय राजस्व प्रशासन में पदस्थ हैं। करोल और मार्टा को खुद की शादी से दो बच्चे, बेटा एंटोनी और बेटी कतार्ज्याना हैं। लेकिन करोल ने मार्टा के पूर्व संबंधों से पैदा हुए बेटे डेनियल को भी अपनाया है।

किताबें भी लिखीं
रूढ़िवादी इतिहासकार नवरोकी कई किताबों के लेखक और सह-लेखक हैं। उन्होंने एंटीकम्युनिस्ट अपोजीशन, ऑर्गेनाइज्ड क्राइम इन द पॉलिस पीपल्स रिपब्कि एंड द हिस्ट्री ऑफ स्पोर्ट्स विषयों पर पेपर प्रकाशित किए हैं। उन्होंने 1980 के दशक के साम्यवादी पोलैंड में रहने वाले एक गैंगस्टर के बारे में एक किताब लिखने के लिए ‘तादेउज बातिर’ नाम का प्रयोग किया। नवरोकी पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने पोलैंड में कम्युनिस्टों के विरोध में खुलकर लिखा और उनकी कारगुजारियों को उजागर किया।

गैंगस्टरों से संबंध के आरोप
जब वह होटल में सुरक्षा गार्ड थे, तब वह वेश्याओं के गार्ड के रूप में काम करते थे। उनके ऊपर गैंगस्टरों से संपर्क रखने और एक बुजुर्ग के घर पर जबरन कब्जा करने का आरोप है। वह जिम जाने और बंदूक चलाने की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहते हैं। उन्होंने स्वीकार किया था कि एक बार वह करीब 140 फुटबालरों के बीच हुए झगड़े में शामिल थे।

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