World Updates: तुर्किये में आईएस से मुठभेड़ में छह आतंकी ढेर; कंबोडिया-थाईलैंड के शीर्ष राजनयिकों से मिला चीन
तुर्किये के गृह मंत्री अली येरलिकाया ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी हिस्से में हुई एक मुठभेड़ में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के छह आतंकियों और पुलिस के तीन अधिकारियों की मौत हो गई। यह मुठभेड़ सोमवार को इस्तांबुल के दक्षिण में यालोवा प्रांत में एक घर में छिपे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान हुई। येरलिकाया ने कहा, मुठभेड़ में पुलिस के आठ अन्य अधिकारी और एक गार्ड घायल हो गए हैं।
गृह मंत्री के मुताबिक, यालोवा में चलाया गया अभियान देश भर के 15 प्रांतों में आईएस संदिग्धों के खिलाफ हुई 100 से अधिक कार्रवाईयों में से एक था। घर पर चलाए गए अभियान में सावधानी बरती गई, क्योंकि वहां महिलाएं और बच्चे मौजूद थे। सभी 5 महिलाओं व 6 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। बताया गया कि सभी आतंकवादी तुर्किये के नागरिक थे। इस बीच, न्याय मंत्री यिलमाज टुनक ने कहा, पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस बीच, झड़प सड़कों पर फैलने के कारण इलाके के पांच स्कूल दिन भर के लिए बंद कर दिए गए। क्षेत्र में प्राकृतिक गैस और बिजली की आपूर्ति भी काट दी गई, जबकि नागरिकों और वाहनों को इलाके में प्रवेश करने से रोक दिया गया। बता दें कि तुर्किये जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी आतंक का पक्ष लेता रहा है।
पंजाब दौरे के दौरान केपीके सीएम ने उठाए सवाल
पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा (केपीके) के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने पंजाब सरकार के रवैये पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब दौरे के दौरान उनके और उनके मंत्रियों के साथ गलत और निंदनीय व्यवहार किया गया। सोमवार को हुई केपीके कैबिनेट बैठक में पंजाब सरकार के व्यवहार को अलोकतांत्रिक, अनैतिक और निंदनीय बताया गया। मुख्यमंत्री अफरीदी का आरोप है कि दौरे के दौरान उनके कैबिनेट सदस्यों के साथ मारपीट और बदसलूकी की गई।
उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा के दौरान बार-बार रास्ते रोके गए, बाजार जबरन बंद कराए गए, मोटरवे के विश्राम स्थल बंद कर दिए गए और यहां तक कि मजार-ए-इकबाल में लाइटें भी बंद कर दी गईं। अफरीदी ने कहा कि जब देश आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता से गुजर रहा है, ऐसे समय में इस तरह का व्यवहार बेहद चिंताजनक और समझ से परे है। बता दें कि अफरीदी समेत पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के वरिष्ठ नेता पंजाब में पार्टी संस्थापक इमरान खान की रिहाई के लिए आंदोलन शुरू करने पहुंचे थे। इमरान खान अगस्त 2023 से भ्रष्टाचार के कई मामलों में जेल में बंद हैं।
जुबीन गर्ग मौत मामले की सिंगापुर कोर्ट 14 से करेगा न्यायिक जांच
असम के लोकप्रिय गायक जुबीन गर्ग की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए सिंगापुर की अदालत 14 जनवरी से कोरोनर इंक्वायरी (मौत के कारणों की न्यायिक जांच) शुरू करेगी। 52 वर्षीय जुबीन का निधन 19 सितंबर को सिंगापुर के सेंट जॉन्स आइलैंड पर समुद्र में तैरने के दौरान हुआ था। वे सिंगापुर में एक सांस्कृतिक उत्सव में प्रस्तुति देने गए थे। सिंगापुर पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में किसी भी तरह की साजिश का संदेह नहीं मिला है। कोरोनर एडम नाखोडा के नेतृत्व में होने वाली यह सुनवाई तथ्यों का पता लगाएगी कि मौत कब, कहां और किन परिस्थितियों में हुई। पुलिस ने जनता से इस मामले में किसी भी तरह की अटकलें न लगाने की अपील की है। न्यायिक प्रक्रिया के तहत यह जांच खुली अदालत में होगी।
नेपाल : जेन-जी प्रदर्शनों पर पूर्व गृह मंत्री जांच पैनल के समक्ष पेश
नेपाल के पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक सोमवार को उच्च स्तरीय जांच आयोग के समक्ष पेश हुए। उन पर जेन-जी आंदोलनों के दौरान सुरक्षाबलों को अत्यधिक बल प्रयोग की अनुमति देने का आरोप है। गौरी बहादुर कार्की की अध्यक्षता वाला यह आयोग 8 और 9 सितंबर को हुई हिंसक घटनाओं की जांच कर रहा है। इन प्रदर्शनों में भ्रष्टाचार और कुशासन के खिलाफ सड़कों पर उतरे 77 लोगों की मौत हुई थी। अगले हफ्ते पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से भी पूछताछ होने की उम्मीद है।
भारत से संबंधों में टैरिफ की वजह से तनाव : अमेरिकी सांसद
भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने भारत और अमेरिका के वर्तमान संबंधों को थोड़ा तनावपूर्ण बताया है। निजी यात्रा पर कर्नाटक आए थानेदार ने कहा कि अमेरिका के जरिये लगाए गए भारी टैरिफ से व्यापारिक रिश्तों पर बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने दोनों देशों के बीच अधिक दोस्ती और भरोसे की जरूरत पर जोर दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारतीय सामानों पर टैरिफ बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया था।
इंडोनेशिया : नाव डूबने से लापता फुटबाल कोच की तलाश तेज
इंडोनेशिया में तीन दिन पहले डूबी नाव के मलबे से बचाव दल ने एक लड़की का शव बरामद किया है। माना जा रहा है कि यह स्पेनिश फुटबॉल कोच फर्नांडो मार्टिन की लापता बेटी का शव है। सोमवार तड़के सेराई द्वीप के पास एक स्थानीय निवासी ने शव तैरता देखा। उसे पहचान के लिए लाबुआन बाजो के अस्पताल भेजा गया है। गौरतलब है कि, वेलेंसिया सीएफ विमेंस बी के कोच मार्टिन का परिवार कोमोडो नेशनल पार्क की यात्रा पर था। शुक्रवार शाम इंजन फेल होने के कारण उनकी नाव डूब गई थी। हादसे के बाद मार्टिन की पत्नी एंड्रिया, एक बेटी और चालक दल के सदस्यों को बचा लिया गया था।
कंबोडिया-थाईलैंड के शीर्ष राजनयिकों से मिला चीन
कंबोडिया और थाईलैंड के बीच हिंसक सीमा विवाद में एक मजबूत मध्यस्थ की भूमिका निभाने की कोशिश कर रहे चीनी विदेश मंत्री ने सोमवार को दोनों दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक की। विवादित सीमा के उत्तर में स्थित चीन के युन्नान प्रांत में यह त्रिपक्षीय बैठक हुई। यह बैठक थाईलैंड और कंबोडिया की बीच हफ्तों से जारी लड़ाई को समाप्त करने के लिए एक नए युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर करने के दो दिन बाद हुई। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर हुई लड़ाई में 100 से अधिक लोग मारे गए और सीमा के दोनों ओर से लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा। युन्नान प्रांत में बैठक के बाद थाईलैंड के विदेश मंत्री सिहासक फुआंगकेटकेओ ने कहा, हम सभी मुद्दों को हल नहीं कर सके हैं लेकिन मुझे लगता है कि हम सही दिशा में प्रगति कर रहे हैं।
फरवरी में चुनाव के लिए बांग्लादेश तैयार : युनूस
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने स्पष्ट किया है कि देश फरवरी में होने वाले संसदीय चुनावों और जनमत संग्रह के लिए पूरी तरह तैयार है। सोमवार को अमेरिकी चार्ज डी अफेयर्स ट्रेसी एन जैकबसन ने अपनी विदाई मुलाकात के दौरान प्रोफेसर यूनुस से भेंट की। दोनों के बीच द्विपक्षीय संबंधों और चुनावी तैयारियों पर विस्तृत चर्चा हुई।
प्रोफेसर यूनुस ने आश्वासन दिया कि चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण होंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि मतदान में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जैकबसन ने अंतरिम सरकार की ओर से किए गए श्रम सुधारों की सराहना करते हुए उन्हें असाधारण बताया और कहा कि इससे विदेशी निवेश बढ़ेगा। बैठक में रोहिंग्या शरणार्थियों की सहायता और व्यापार पर भी चर्चा हुई। यूनुस ने जैकबसन को उनके कार्यकाल के लिए बांग्लादेश का मित्र बताते हुए धन्यवाद दिया। हालांकि, यह चुनावी घोषणा ऐसे समय में हुई है, जब बांग्लादेश आंतरिक अशांति और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा जैसी गंभीर चुनौतियों से जूझ रहा है।
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बलूचिस्तान में चार विद्रोही मारे
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बलूचिस्तान प्रांत के कलात जिले में चार विद्रोहियों को मार गिराया है। यह घटना संदिग्ध ठिकाने पर कार्रवाई के दौरान हुई। पिछले सप्ताह सुरक्षा बलों ने बलूचिस्तान के कलात, कोहलू और पंजगुर क्षेत्रों में तीन अभियानों में 17 आतंकियों को मार गिराया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में इस साल 2,115 आतंकी हताहत हुए, जबकि 664 सुरक्षाकर्मी भी मारे गए।
यूएन को अमेरिका से 2 अरब डॉलर की मदद
ट्रंप प्रशासन द्वारा अमेरिकी विदेशी सहायता में लगातार कटौती किए जाने के बीच सोमवार को संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता कार्यक्रमों के लिए दो अरब डॉलर देने की घोषणा की। यह घोषणा नए आर्थिक हालात में यूएन निकायों को परिस्थितियों के अनुसार ढलने, खुद को सीमित करने या समाप्त होने की चेतावनी देने के बाद की गई है। आलोचकों का कहना है कि पश्चिमी देशों की सहायता में कटौती से लाखों लोग भूख, विस्थापन या बीमारी की ओर धकेल दिए गए हैं।
यह धनराशि अमेरिका की ओर से अतीत में दिए गए योगदान की तुलना में बेहद कम है लेकिन प्रशासन यह मानता है कि यह धनराशि उतनी कम नहीं है और अमेरिका को मानवीय कार्यों के लिए दुनिया के सबसे बड़े दानदाता के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखने में सक्षम बनाएगी। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, यह दो अरब डॉलर संयुक्त राष्ट्र समर्थित कार्यक्रमों के लिए पारंपरिक मानवीय सहायता का एक छोटा सा हिस्सा है, जो हाल के वर्षों में वार्षिक रूप से 17 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, इनमें से 8-10 अरब डॉलर स्वैच्छिक योगदान के रूप में है। इसके अलावा अमेरिका अपनी संयुक्त राष्ट्र सदस्यता से संबंधित वार्षिक शुल्क के रूप में भी अरबों डॉलर का भुगतान करता है। एजेंसी
इस्राइल में मिले 2000 वर्ष पुराने मंदिर काल के अवशेष
यरूशलम के पुराने शहर में पश्चिमी दीवार प्लाजा के नीचे पुरातात्विक खोदाई में एक मिकवेह (स्नानघर) के अवशेष मिले हैं। ये अवशेष 2000 वर्ष पुराने हैं और द्वितीय मंदिर काल के हैं। उस समय इनका इस्तेमाल क्षेत्र में रहने वाले यहूदियों और मंदिर में आने-जाने वाले तीर्थयात्री करते थे।
अर्जेंटीना ने माल्विनास (फॉकलैंड द्वीप) पर अपने लंबे समय से चले आ रहे दावे को दोहराते हुए उपनिवेशवाद के खिलाफ भारत की ऐतिहासिक भूमिका की सराहना की है। इसके साथ ही भारत में अर्जेंटीना के राजदूत मारियानो कॉसिनो ने सोमवार को भारत की संयुक्त राष्ट्र (यूएन) सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की मांग को भी जायज बताया।
कॉसिनो ने कहा कि ये द्वीप 1816 में स्पेन की आजादी के बाद अर्जेंटीना को विरासत में मिले थे, लेकिन 1833 में ब्रिटेन ने इन पर अवैध कब्जा कर लिया। उन्होंने कहा कि अर्जेंटीना इस मुद्दे को लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाता रहा है। उन्होंने बताया कि 1950-60 के दशक में संयुक्त राष्ट्र में उसे इस मामले में मिला भारत का समर्थन बेहद अहम रहा, क्योंकि उस वक्त भारत एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में उपनिवेशवाद के खिलाफ की एक बड़ी आवाज बनकर उभरा था। इस वर्ष इस विवाद पर शांतिपूर्ण समाधान के आह्वान वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली चर्चा के 60 साल पूरे हो रहे हैं।