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US: ट्रंप-नेतन्याहू की बैठक वेस्ट बैंक पर रही फोकस, ईरान-हमास को धमकी; जानिए और किन अहम मुद्दों पर हुई चर्चा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वॉशिंगटन
Published by: नितिन गौतम
Updated Tue, 30 Dec 2025 10:28 AM IST
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सार
ट्रंप और नेतन्याहू की फ्लोरिडा में हुई बैठक वेस्ट बैंक पर चर्चा पर फोकस रही। साथ ही दोनों नेताओं के बीच हमास के निरस्त्रीकरण और ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर भी बात हुई। तुर्किए और सीरिया को लेकर भी दोनों नेताओं के बीच बात हुई।
ट्रंप-नेतन्याहू की मुलाकात
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इस्राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के बीच फ्लोरिडा में गाजा शांति योजना को लेकर मुलाकात हुई। यह मुलाकात ट्रंप के निजी आवास मार ए लागो में हुई, जहां दोनों नेताओं ने दोपहर का भोजन किया। बैठक में दोनों नेताओं की वेस्ट बैंक में जारी हिंसा को लकर व्यापक बातचीत हुई। साथ ही हमास के निरस्त्रीकरण और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर भी चर्चा हुई।
वेस्ट बैंक समेत इन मुद्दों पर हुई बात
ट्रंप और नेतन्याहू ने गाजा शांति योजना के दूसरे चरण, हमास के निरस्त्रीकरण, वेस्ट बैंक पर बात की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप ने नेतन्याहू से वेस्ट बैंक में अपनी नीति में बदलाव करने को कहा है। इस्राइल पर वेस्ट बैंक में अपनी बस्तियां बसाने को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव पड़ रहा है। आरोप है कि इस्राइली बस्तियों में रहने वाले लोग फलस्तीनियों पर हमले कर रहे हैं। गौरतलब है कि भविष्य के फलस्तीन के लिए वेस्ट बैंक हमेशा से उसका अहम हिस्सा रहा है।
ट्रंप ने कहा कि कई मुद्दों पर उनके और नेतन्याहू के बीच सहमति नहीं है,लेकिन दोनों की बातचीत जारी है। ट्रंप ने कहा, 'हमने वेस्ट बैंक पर लंबे समय तक बड़ी चर्चा की है, और मैं यह नहीं कहूंगा कि हम वेस्ट बैंक पर 100% सहमत हैं, लेकिन हम वेस्ट बैंक पर किसी नतीजे पर जरूर पहुंचेंगे।' उन्होंने कहा, 'इस्राइल जो कुछ भी कर रहा है, उसके बारे में मुझे कोई चिंता नहीं है। मुझे इस बात की चिंता है कि दूसरे लोग क्या कर रहे हैं या शायद नहीं कर रहे हैं।'
नेतन्याहू ने बातचीत को बहुत ही फलदायी बताया और क्षेत्र में ट्रंप की भूमिका की प्रशंसा की। नेतन्याहू ने कहा, 'मेरी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बहुत, बहुत अच्छी बैठक हुई। आपके समर्थन के लिए धन्यवाद।' उन्होंने आगे कहा कि 'ट्रंप ने मध्य पूर्व में उल्लेखनीय चीजें हासिल की हैं क्योंकि हम एक साथ काम करते हैं। कभी-कभी हमारे विचार अलग होते हैं, लेकिन हम इसे सुलझा लेते हैं, और ज्यादातर समय, हम एक-दूसरे से सहमत होते हैं।'
ईरान को ट्रंप की धमकी
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान को धमकी देते हुए कहा कि अगर ईरान अपने बैलिस्टिक मिसाइल या परमाणु हथियार कार्यक्रम का पुनर्निर्माण फिर से शुरू करता है तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। नेतन्याहू के साथ बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने संकेत दिए कि जून में अमेरिका के ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद तेहरान फिर से अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को शुरू करने पर काम कर रहा है। ट्रंप ने कहा, मुझे पता लगा है कि ईरान फिर से निर्माण शुरू कर रहा है। अगर ऐसा है तो हम उन पर फिर से हमला करेंगे और उन्हें नेस्तानाबूद करेंगे, लेकिन उम्मीद करते हैं कि ऐसा न हो।'
ये भी पढ़ें- Hamas: 'हथियार नहीं डाले तो भुगतना पड़ेगा...', हमास को ट्रंप की दो टूक; नेतन्याहू से मुलाकात के बाद सख्त संदेश
'हमास अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे'
ट्रंप ने कहा कि गाजा में स्थायी शांति के लिए हामास का निरस्त्रीकरण अनिवार्य है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा हमास को हथियार डालने के लिए बहुत कम समय दिया जाएगा। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो भुगतने के लिए तैयार रहें। तुर्किए और सीरिया को लेकर भी दोनों नेताओं में बातचीत हुई। तुर्किए के गाजा में शांति सेना तैनात करने पर बात हुई। हालांकि इस्राइल और तुर्किए के संबंध अच्छे नहीं हैं। इस्राइल की सीमा सीरिया से भी मिलती है। ऐसे में सीरिया को लेकर भी बात हुई क्योंकि सीरिया में हाल के दिनों में हिंसा बढ़ी है और इसे लेकर ट्रंप और नेतन्याहू दोनों ने चिंता जाहिर की।
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वेस्ट बैंक समेत इन मुद्दों पर हुई बात
ट्रंप और नेतन्याहू ने गाजा शांति योजना के दूसरे चरण, हमास के निरस्त्रीकरण, वेस्ट बैंक पर बात की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप ने नेतन्याहू से वेस्ट बैंक में अपनी नीति में बदलाव करने को कहा है। इस्राइल पर वेस्ट बैंक में अपनी बस्तियां बसाने को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव पड़ रहा है। आरोप है कि इस्राइली बस्तियों में रहने वाले लोग फलस्तीनियों पर हमले कर रहे हैं। गौरतलब है कि भविष्य के फलस्तीन के लिए वेस्ट बैंक हमेशा से उसका अहम हिस्सा रहा है।
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ट्रंप ने कहा कि कई मुद्दों पर उनके और नेतन्याहू के बीच सहमति नहीं है,लेकिन दोनों की बातचीत जारी है। ट्रंप ने कहा, 'हमने वेस्ट बैंक पर लंबे समय तक बड़ी चर्चा की है, और मैं यह नहीं कहूंगा कि हम वेस्ट बैंक पर 100% सहमत हैं, लेकिन हम वेस्ट बैंक पर किसी नतीजे पर जरूर पहुंचेंगे।' उन्होंने कहा, 'इस्राइल जो कुछ भी कर रहा है, उसके बारे में मुझे कोई चिंता नहीं है। मुझे इस बात की चिंता है कि दूसरे लोग क्या कर रहे हैं या शायद नहीं कर रहे हैं।'
नेतन्याहू ने बातचीत को बहुत ही फलदायी बताया और क्षेत्र में ट्रंप की भूमिका की प्रशंसा की। नेतन्याहू ने कहा, 'मेरी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बहुत, बहुत अच्छी बैठक हुई। आपके समर्थन के लिए धन्यवाद।' उन्होंने आगे कहा कि 'ट्रंप ने मध्य पूर्व में उल्लेखनीय चीजें हासिल की हैं क्योंकि हम एक साथ काम करते हैं। कभी-कभी हमारे विचार अलग होते हैं, लेकिन हम इसे सुलझा लेते हैं, और ज्यादातर समय, हम एक-दूसरे से सहमत होते हैं।'
ईरान को ट्रंप की धमकी
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान को धमकी देते हुए कहा कि अगर ईरान अपने बैलिस्टिक मिसाइल या परमाणु हथियार कार्यक्रम का पुनर्निर्माण फिर से शुरू करता है तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। नेतन्याहू के साथ बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने संकेत दिए कि जून में अमेरिका के ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद तेहरान फिर से अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को शुरू करने पर काम कर रहा है। ट्रंप ने कहा, मुझे पता लगा है कि ईरान फिर से निर्माण शुरू कर रहा है। अगर ऐसा है तो हम उन पर फिर से हमला करेंगे और उन्हें नेस्तानाबूद करेंगे, लेकिन उम्मीद करते हैं कि ऐसा न हो।'
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'हमास अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे'
ट्रंप ने कहा कि गाजा में स्थायी शांति के लिए हामास का निरस्त्रीकरण अनिवार्य है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा हमास को हथियार डालने के लिए बहुत कम समय दिया जाएगा। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो भुगतने के लिए तैयार रहें। तुर्किए और सीरिया को लेकर भी दोनों नेताओं में बातचीत हुई। तुर्किए के गाजा में शांति सेना तैनात करने पर बात हुई। हालांकि इस्राइल और तुर्किए के संबंध अच्छे नहीं हैं। इस्राइल की सीमा सीरिया से भी मिलती है। ऐसे में सीरिया को लेकर भी बात हुई क्योंकि सीरिया में हाल के दिनों में हिंसा बढ़ी है और इसे लेकर ट्रंप और नेतन्याहू दोनों ने चिंता जाहिर की।
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