शेयर बाजार में निवेश का स्मार्ट तरीका, जानें फ्लेक्सी-कैप फंड्स के बारे में सब कुछ
अक्सर निवेशक लार्ज, मिड और स्मॉल-कैप फंड्स के बीच चयन करने में भ्रमित रहते हैं। फ्लेक्सी-कैप फंड इस धर्मसंकट का एक प्रभावी समाधान है, जो एक ही जगह पर स्थिरता और ग्रोथ दोनों प्रदान करता है। आइए इस बारे में विस्तार से जानें।
विस्तार
इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय अक्सर निवेशक धर्मसंकट में फंस जाते हैं। उन्हें लार्ज-कैप फंड्स की स्थिरता चुननी चाहिए, मिड-कैप की ग्रोथ या फिर स्मॉल-कैप फंड्स का हाई रिटर्न? इस उलझन का एक सरल और प्रभावी समाधान है- फ्लेक्सी-कैप फंड।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल फ्लेक्सीकैप फंड के विकास भट्टू के अनुसार हाल के वर्षों में फ्लेक्सी-कैप फंड्स की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। ये फंड लार्ज, मिड और स्मॉल-कैप का एक बेहतरीन मिश्रण प्रदान करते हैं, जिससे निवेशकों को एक ही जगह पर ग्रोथ और स्थिरता दोनों मिल जाती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि ये फंड कैसे काम करते हैं और इनमें निवेश करना आपके लिए कितना फायदेमंद हो सकता है।
क्या हैं फ्लेक्सी-कैप फंड्स?
फ्लेक्सी-कैप फंड एक ओपन-एंडेड इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम है। जैसा कि नाम से पता चलता है, इसमें 'फ्लेक्सिबिलिटी' यानी लचीलापन होता है। इन फंड्स के पास किसी भी मार्केट कैप (बाजार पूंजीकरण) वाली कंपनी में निवेश करने की पूरी आजादी होती है। सेबी (SEBI) के नियमों के अनुसार, फ्लेक्सी-कैप फंड को अपने कुल पोर्टफोलियो का कम से कम 65% हिस्सा इक्विटी या इक्विटी से जुड़े उपकरणों में निवेश करना अनिवार्य है।
ये फंड कैसे काम करते हैं?
इन फंड्स की सबसे बड़ी ताकत इनका डायनामिक एलोकेशन है। फंड मैनेजर बाजार के मौजूदा हालात को देखते हुए अपने निवेश की रणनीति बदल सकते हैं। जब बाजार में उतार-चढ़ाव या जोखिम ज्यादा होता है, तो फंड मैनेजर लार्ज-कैप कंपनियों (बड़ी कंपनियों) में निवेश बढ़ा देते हैं ताकि पोर्टफोलियो सुरक्षित रहे। दूसरी ओर, जब बाजार में तेजी की उम्मीद होती है और मिड या स्मॉल-कैप शेयरों में अवसर दिखते हैं, तो मैनेजर वहां निवेश बढ़ाकर ज्यादा रिटर्न कमाने की कोशिश करते हैं।
फ्लेक्सी-कैप फंड की मुख्य विशेषताएं और लाभ
- डायवर्सिफिकेशन (विविधता): आपको अलग-अलग फंड्स खरीदने की जरूरत नहीं है। एक ही फंड के जरिए आपका पैसा अलग-अलग सेक्टर और साइज की कंपनियों में निवेश होता है।
- सक्रिय प्रबंधन: फंड मैनेजर अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल करके बाजार के रुझानों के अनुसार पोर्टफोलियो को बैलेंस करते हैं।
- संतुलित रिस्क-रिटर्न: लार्ज-कैप की सुरक्षा और स्मॉल-कैप की ग्रोथ का मिश्रण इसे एक संतुलित निवेश बनाता है।
जोखिम क्या हैं?
चूंकि यह एक इक्विटी फंड है, इसलिए शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर इस पर पड़ता है। फंड का प्रदर्शन काफी हद तक फंड मैनेजर के फैसलों पर निर्भर करता है। इसके अलावा, स्मॉल और मिड-कैप में ज्यादा निवेश होने पर इसमें अस्थिरता (volatility) बढ़ सकती है।

किन्हें निवेश करना चाहिए?
- फ्लेक्सी-कैप फंड उन निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त हैं जो मध्यम से उच्च स्तर का जोखिम उठा सकते हैं।
- जिनका निवेश का नजरिया लंबी अवधि (कम से कम 5 साल या उससे अधिक) का है।
- जो एक डायवर्सिफाइड और सक्रिय रूप से प्रबंधित पोर्टफोलियो चाहते हैं।
टैक्सेशन (कर नियम)
निवेशकों को टैक्स के नियमों का भी ध्यान रखना चाहिए। अगर आप यूनिट्स को एक साल के भीतर बेचते हैं, तो मुनाफे पर 20% टैक्स लगता है। वहीं, एक साल के बाद बेचने पर 1.25 लाख रुपये तक का मुनाफा टैक्स-फ्री है, लेकिन इससे ऊपर के लाभ पर 12.5% की दर से टैक्स लगता है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल फ्लेक्सी-कैप फंड
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल फ्लेक्सीकैप फंड एक बाजार में मजबूत दावेदार के रूप में उभरा है। यह फंड मार्केट कैप के आर-पार एक डायनामिक दृष्टिकोण अपनाता है, इसका उद्देश्य बाजार के विभिन्न चक्रों में निवेशकों को बेहतर अनुभव देना है। 31 अक्तूबर 2025 तक, इस फंड ने पिछले तीन वर्षों में 19.01% का सीएजीआर रिटर्न दिया है। अपनी शुरुआत (जुलाई 2021) से अब तक इसने 17.32% का शानदार सीएजीआर रिटर्न प्रदान किया है।