ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में महिलाएं: बर्था बेंज से लेकर सुबी घोष तक... महिला शक्ति की पांच मिसाल
किसी भी पुरुष-प्रधान उद्योग में महिला होना सिर्फ करियर के लिहाज से ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर भी चुनौती भरा होता है। हम ऑटोमोबाइल जगत के इतिहास में प्रभावशाली महिलाओं के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से एक मुकाम हासिल किया है।

विस्तार

बर्था बेंज

Bertha Benz
आप शायद इस उपनाम को पहचान सकते हैं क्योंकि Bertha Benz (बर्था बेंज) Mercedes-Benz (मर्सिडीज-बेंज) के संस्थापक कार्ल बेंज की पत्नी थीं। बर्था बेंज ने अपने पति, और दुनिया की पहली मोटर कार डिजाइन के लिए बड़ी धन राशि का योगदान दिया।
उन्होंने न सिर्फ अपने पति को ऑटोमोबाइल कंपनी बनाने के लिए आर्थिक रूप से मदद की, बल्कि उन्होंने उनके पहले मोटर वाहन के लिए पहली पब्लिसिटी टूर (प्रचार यात्रा) भी पूरी की। मर्सिडीज बेंज की पहली कार बनने के बाद उन्हें एहसास हुआ कि लोगों को कार की मशीन को लेकर संशय हो पैदा हो गया कि इसमें पावर कहां से आएगी। ऐसे में उन्होंने अपने पति के सहयोग के लिए इस कार के लिए पब्लिसिटी टूर निकाला।
उन्होंने अपने दो बच्चों के साथ मैनहेम से पेफरजिम की यात्रा की और फिर कुछ दिनों बाद इसी रास्ते से वापसी की। इस यात्रा के जरिए उन्होंने लोगों को यह दिखा दिया कि मोटर कार वास्तव में क्या कर सकती है, जोकि इस कारोबार के लिए उस समय एक जबरदस्त प्रचार बन गया।
आज आप अभी भी उस सड़क पर कार चला सकते हैं जो उन्होंने 130 साल पहले 193 किलोमीटर लंबी सड़क पर चलाई थी, जिसे बाद में बर्था बेंज मेमोरियल रूट के नाम से जाना जाने लगा। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की बात करते समय सबसे पहले बर्था बेंच का नाम इसलिए शामिल किया गया है क्योंकि सड़कों पर पहली मोटर कार लाने में उनका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।
बारबरा समरजिच

Barbara Samardzich
बारबरा समरजिच नवंबर 2013 और अक्तूबर 2016 के बीच फोर्ड यूरोप की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर और वाइस प्रेसिडेंट थीं, जब वह सेवानिवृत्त हुईं। कंपनी में इस पद पर काम करते हुए वे सभी यूरोपीय मैन्युफैक्चरिंग, उत्पाद विकास, परचेसिंग, क्वालिटी, सेफ्टी और पर्यावरण संचालन के लिए जिम्मेदार थीं। उन्होंने फोर्ड की यूरोपीय परिचालन को स्थायी लाभ तक पहुंचाने में मदद करने के लिए 30,000 से अधिक की एक टीम का नेतृत्व किया।
फोर्ड के साथ अपने 26 साल के करियर के दौरान उन्होंने पावरट्रेन संचालन, पावरट्रेन इंजीनियरिंग और उत्पाद विकास में कई लीडरशिप रोल में काम किया। 2016 में यूरोपीय ऑटो उद्योग में 25 अग्रणी महिलाओं में से एक के रूप में उन्हें इस क्षेत्र में योगदान के लिए नामित किया गया था। फोर्ड कंपनी में उनकी उपलब्धियों के लिए उनके टॉप वीमने पावर की सूची में शामिल किया गया है।
एलेना फोर्ड

Elena Ford
Elena Ford (एलेना फोर्ड) फोर्ड में चीफ कस्टमर एक्सपीरियंस ऑफिसर (मुख्य ग्राहक अनुभव अधिकारी) हैं। इस पद उन्हें फोर्ड के ग्राहक सेवा प्रभाग और गुणवत्ता संगठन के साथ काम करना शामिल है। इसके तहत उन्हें अपने सभी ग्राहकों को इंडस्ट्री-लीडिंग अनुभव प्रदान करना होता है।
Ford Motor Company (फोर्ड मोटर कंपनी) के संस्थापक हेनरी फोर्ड की परपोती, एलेना ने 1995 में शामिल होने के बाद से 26 वर्षों तक अपने पारिवारिक व्यवसाय के लिए काम किया है। इस दौरान उन्होंने ग्लोबल मार्केटिंग, बिक्री और सेवा निदेशक, ग्राहक अनुभव और ग्लोबल डीलर और FordPass और लिंकन वे एप के विकास जैसे क्षेत्रों में मार्केटिंग, ब्रांड रणनीति और व्यवसाय प्रबंधन जैसी कई भूमिकाओं में काम किया है।
इस नई भूमिका की जिम्मेदारी लेने से पहले वह कंपनी की वाइस-प्रेसिडेंड का पद संभालने वाली फोर्ड परिवार की पहली महिला सदस्य थीं। वह दो बार उत्तर अमेरिकी ऑटो उद्योग में 100 अग्रणी महिलाओं की ऑटोमोटिव न्यूज की सूची में भी शामिल हो चुकी हैं।
हालांकि उसका नाम आपको यह सोचने पर मजबूर कर सकता है कि वह करियर में जहां हैं अपने परिवार की वजह से पहुंची होंगी। लेकिन यह उनकी उपलब्धियों से साफ है और एलेना ने ऑटो उद्योग के भीतर जो ख्याति है, उसे उन्होंने अपने बल बूते पर हासिल किया है।
मैरी बार्रा

Mary Barra
Mary Barra (मैरी बार्रा) जनरल मोटर्स की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हैं। वह जनवरी 2014 से सीईओ हैं। वह एक प्रमुख ऑटोमोटिव कंपनी में इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला है। इसके दो साल बाद जनवरी 2016 में वे निदेशक मंडल की अध्यक्ष चुनी गईं।
उन्होंने 1980 में पोंटिएक मोटर डिवीजन में जनरल मोटर्स इंस्टीट्यूट के एक को-ऑप छात्र के रूप में इस व्यवसाय में कदम रखा और तब से कंपनी के भीतर विभिन्न भूमिकाओं में काम किया है, जिसमें ग्लोबल प्रोडक्ट डेवलपमेंट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, ग्लोबल प्रोडक्ट डेवलप्मेंट, परजेसिंग और सप्लाई चेन के कार्यकारी उपाध्यक्ष और प्लांट मैनेजर जैसे पद भी शामिल हैं।
उनके नेतृत्व में, कंपनी को जेंडर इक्वेलिटी पर 2018 ग्लोबल रिपोर्ट में नंबर एक पर रखा गया था। और उस वर्ष केवल दो वैश्विक कंपनियों में से यह एक थी जहां लिंग के आधार पर तनख्वाह में कोई अंतर नहीं था। साल 2019 की रिपोर्ट में जनरल मोटर्स टॉप स्थान से खिसक गई थी लेकिन वे विश्व स्तर पर टॉप 20 कंपनियों में बनी हुई है।
ऑटोमोबाइल उद्योग में उनके योगदान को पूरी मान्यता मिली और सराहा गया है। फोर्ब्स और फॉर्च्यून दोनों पत्रिकाओं ने उन्हें शक्तिशाली महिलाओं की सूची में शामिल किया है।
सुबी घोष

Subi Ghosh
किसी भी पुरुष-प्रधान उद्योग में महिला होना सिर्फ करियर के लिहाज से ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर भी चुनौती भरा होता है। इसलिए महिला कनेक्शन, मेंटर्स, और सपोर्ट सिस्टम के महत्व को कम करने नहीं आंका जा जा सकता है। Subi Ghosh (सुबी घोष) Stream Companies (स्ट्रीम कंपनीज) में मार्केटिंग की वाइस-प्रेसिडेंट हैं और वीमेन इन ऑटोमोटिव (WIA) नामक संस्था की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं।
यह एक ऐसा संगठन है जो ऑटो उद्योग में महिलाओं को "सशक्त और विकसित" करना चाहती है। WIA के मुताबिक यह सोच महिलाओं और डीलरशिप दोनों को फायदा पहुंचाता है और डीलरशिप में ज्यादा महिलाओं के प्रशिक्षण और काम पर रखने में मदद करेगा। WIA नेटवर्किंग उद्देश्यों के लिए और साथ ही ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में महिलाओं की मदद के लिए कार्यशालाओं का आयोजन करती है। इसके जरिए महिलाएं अपने कौशल को और विकसित करने में सहायता करती है। इस तरह उन्हें नौकरी मिलने और प्रमोशन में ज्यादा मजबूती प्रदान करती है।
सुबी घोष ने मोटर वाहन उद्योग में काफी लंबे समय तक काम किया है। जून 2014 में उन्होंने और पांच अन्य इंडस्ट्री लीडर्स ने इस असमानता को दूर करने का फैसला किया और ऑटो उद्योग में महिलाओं के लिए अपनी खुद की सहायता प्रणाली बनाई। स्थापना के बाद से ही उनकी संस्था लगातार बड़ी हो रही है। उनका काम यह दिखाता है कि जब महिलाएं महिलाओं का नेतृ्तव करती हैं, तो वे कहां से कहां पहुंच सकती हैं।