EV: होंडा मोटर ने ओएमसी पावर में किया निवेश, भारत में ईवी बैटरी और सौर ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ेगी साझेदारी
जापान की होंडा मोटर ने भारत की ओएमसी पावर में 5-10% हिस्सेदारी खरीदी है। यह साझेदारी ईवी बैटरी स्टोरेज और 1 गीगावॉट सौर ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा देगी, जिससे भारत के ग्रीन एनर्जी मिशन को नई गति मिलेगी।
विस्तार
जापान की ऑटोमोबाइल दिग्गज कंपनी होंडा मोटर ने भारत की ओएमसी पावर में 5-10 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदकर भारतीय रिन्यूएबल ऊर्जा क्षेत्र में अपनी मजबूत एंट्री दर्ज कराई है। यह होंडा का भारत में किसी वितरित ऊर्जा प्लेटफॉर्म (डिस्ट्रिब्यूटेड एनर्जी प्लेटफार्म) में पहला निवेश है।
भारत में ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन को गति मिलेगी
ओएमसी पावर अब इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बैटरियों को बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) के रूप में इस्तेमाल करने की दिशा में काम कर रही है। इस पहल के तहत कंपनी पुरानी ईवी बैटरियों को यूपीएस (अनइंटरप्टेड पावर सप्लाई) जैसे पावर बैकअप सिस्टम के लिए दोबारा इस्तेमाल करेगी। यह कदम भारत में ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन को गति देगा और बैटरी वेस्ट को कम करेगा।
चार साल की बातचीत के बाद हुआ समझौता
ओएमसी पावर के एमडी और सीईओ रोहित चंद्रा के मुताबिक, दोनों कंपनियों के बीच चार वर्षों से बातचीत चल रही थी। उन्होंने कहा, "यह साझेदारी कई वर्षों की शोध, बाजार विश्लेषण और ग्राहक परीक्षणों का परिणाम है। होंडा हमारे लिए एक मजबूत तकनीकी सहयोगी बनेगी, जबकि हम उन्हें भारत में 1 गीगावॉट रिन्यूएबल ऊर्जा मिशन का हिस्सा बनने का अवसर देंगे।"
ओएमसी पावर में निवेश करने वाली तीसरी जापानी कंपनी बनी होंडा
होंडा मोटर अब ओएमसी पावर में निवेश करने वाली तीसरी जापानी कंपनी बन गई है। इससे पहले मित्सुई एंड कंपनी के पास कंपनी में 26% हिस्सेदारी है। चुबू इलेक्ट्रिक पावर के पास 30% इक्विटी हिस्सेदारी है और वह सबसे बड़ा जापानी निवेशक है। होंडा के इस निवेश से कंपनी को न केवल पूंजी मिलेगी, बल्कि तकनीकी ज्ञान और ईवी विशेषज्ञता भी हासिल होगी।
1 गीगावॉट (GW) रिन्यूएबल ऊर्जा क्षमता तैयार करने की योजना
ओएमसी पावर की योजना भारत में 1 गीगावॉट (GW) यानी 1,000 मेगावॉट की रिन्यूएबल ऊर्जा क्षमता तैयार करने की है। इस लक्ष्य को पाने के लिए कंपनी चार प्रमुख सेक्टरों पर काम कर रही है।
- 600 MWp: हेल्थकेयर सेक्टर के लिए रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन (वर्तमान क्षमता: 75 MWp)
- 200 MWp: टेलीकॉम टावरों को ग्रीन एनर्जी सप्लाई (वर्तमान क्षमता: 15 MWp)
- 100 MWp: ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्मार्ट ग्रिड (वर्तमान क्षमता: 10 MWp)
- 100 MWp: एमएसएमई और सीएंडआई (कमर्शियल एंड इंडस्ट्रियल) सेक्टर के लिए सोलर ईपीसी प्रोजेक्ट्स (5 MWp से शुरुआत)
बैटरी इंजीनियरिंग और इनोवेशन स्ट्रैटेजी में मदद करेंगे होंडा के विशेषज्ञ
कंपनी जल्द ही एक नया बिजनेस वर्टिकल लॉन्च करेगी, जिसके तहत होंडा मोटर के दो अधिकारी ओएमसी पावर की मैनेजमेंट टीम में शामिल होंगे। ये अधिकारी ओएमसी पावर को तकनीकी सहयोग, बैटरी इंजीनियरिंग और इनोवेशन स्ट्रैटेजी में मदद करेंगे।
इन राज्यों में शुरू होंगी परियोजनाएं
ओएमसी पावर अपनी परियोजनाओं को भारत के सात राज्यों (उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, असम और पूर्वोत्तर राज्य) में विस्तार दे रही है। होंडा मोटर का यह निवेश भारत में ईवी बैटरी स्टोरेज और रिन्यूएबल ऊर्जा के क्षेत्र में एक अहम मील का पत्थर है। यह साझेदारी न केवल भारत की स्वच्छ ऊर्जा नीति को मजबूती देगी, बल्कि ग्रामीण इलाकों में सतत बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने में भी मदद करेगी।