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Balasore Train Accident : ट्रेन हादसे के 50 दिन बाद मिली सीवान के उपेंद्र की लाश, इस टेस्ट के जरिए हुई पहचान
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, सीवान
Published by: आदित्य आनंद
Updated Wed, 26 Jul 2023 10:49 AM IST
सार
Siwan News : उपेंद्र की लाश पूरी तरह से सड़-गल चुका था। रेलवे की टीम ने परिजनों को फोन पर सूचना दिया। इसके बाद परिजन बालासोर पहुंचे। रेलवे की टीम ने कागजी प्रक्रिया के बाद शव को परिजनों काे सौंप दिया।
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ओडिशा ट्रेन हादसा
- फोटो : Social Media
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विस्तार
ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे के शिकार हुए सीवान के युवक की लाश 50 दिन बाद बरामद हुई है। शव पूरी तरह से सड़-गल चुका था। रेलवे की टीम ने परिजनों को फोन पर सूचना दिया। इसके बाद परिजन बालासोर पहुंचे। रेलवे की टीम ने कागजी प्रक्रिया के बाद शव को परिजनों काे सौंप दिया। परिजनों का कहना है कि जब तक उपेंद्र कुमार शर्मा की लाश नहीं मिली थी तब तक एक उम्मीद थी कि वह जिंंदा वापस लौट आए। लाश मिलने के बाद सारी उम्मीद टूट गई।
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घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रेलवे की टीम हादसे का मुआवजा परिजनों को मुहैया करवाए। बताया जाता है कि सीवान जिले के दौरान थाना क्षेत्र के सतजोड़ा गांव निवासी उपेंद्र कुमार शर्मा 2 जून को उड़ीसा- हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन में सफर कर रहा था। तभी उड़ीसा के बालासोर में कई ट्रेन एक के बाद एक आपस में टकराई थी। इसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी। उपेंद्र कुमार शर्मा भी इस हादसे का शिकार हो गया था।
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डीएनए सैंपल से हुई लाश की पहचान
हादसे के कारण उपेंद्र की लाश क्षत-विक्षत हालत में मिली थी। इस कारण उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। परिजनों ने भी शव को पहचानने से इनकार कर दिया था। इसके बाद रेलवे की जांच टीम ने डीएनए सैंपल लिया और टेस्ट के लिए भेज दिया। रिपोर्ट में पाया गया कि यह उपेंद्र की ही लाश है। इसके बाद कागजी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद लाश को परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों ने बालासोर में ही शव का दाह-संस्कार कर दिया।
हादसे में 293 लोगों की मौत हो गई थी
दो जून को बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन पर कोरोमंडल एक्सप्रेस एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी और इसके कुछ डिब्बे पटरी से उतरे और यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस से टकरा गए थे। इसमें 293 लोगों की मौत हो गई थी और 1200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।