{"_id":"659e72b474317f4a7a07a417","slug":"bihar-news-minister-tej-pratap-yadav-targets-bjp-and-rss-lalu-yadav-family-ed-raid-2024-01-10","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bihar News : लालू परिवार पर ईडी का शिकंजा; तेज प्रताप बोले- जिनका सूपड़ा हो रहा साफ, वही करा रहे यह सब","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bihar News : लालू परिवार पर ईडी का शिकंजा; तेज प्रताप बोले- जिनका सूपड़ा हो रहा साफ, वही करा रहे यह सब
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Published by: आदित्य आनंद
Updated Wed, 10 Jan 2024 04:04 PM IST
सार
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने ईडी की रेड पर जवाब देते हुए कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। यह भाजपा और आरएसएस के लोग समझ गए हैं।
विज्ञापन
मंत्री तेज प्रताप यादव।
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
लालू परिवार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के बाद वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधा है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने ईडी की रेड पर जवाब देते हुए कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। यह भाजपा और आरएसएस के लोग समझ गए हैं। अब इनका सुपड़ा साफ होने वाला है। इसलिए यह लोग इस तरह का हथकंडा अपना रहे हैं। तेज प्रताप यादव ने कहा कि जो जाल इन्होंने फेंका है उसे जाल में यह आरएसएस और भाजपा वाले खुद फंस रहे हैं।
Trending Videos
तेज प्रताप बोले- पूरे भारत में महागठबंधन का झंडा लहराएगा
वहीं इंडी गठबंधन के सवाल पर तेज प्रताप यादव ने कहा कि इस मामले में जो सीनियर लीडर हैं, वह देख रहे हैं। पूरे भारत में महागठबंधन का झंडा लहराएगा। तेज प्रताप ने फुलवारीशरीफ गैंगरेप कांड की निंदा की। उन्होंने कहा कि इस मामले में दो भी दोषी हैं, उन्हें कड़ी सजा मिले। मैं इसकी अपील करता हूं।
विज्ञापन
विज्ञापन
नौकरियों के बदले जमीन से जुड़े केस में पहला आरोप पत्र दायर
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रेलवे की नौकरियों के बदले जमीन से जुड़े मामले में मंगलवार को अपना पहला आरोप पत्र दायर किया जिसमें बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी सांसद बेटी मीसा भारती का नाम था। एजेंसी के अनुसार अभियोजन शिकायत (आरोपपत्र) में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार के कथित 'करीबी सहयोगी' अमित कत्याल, कुछ अन्य व्यक्तियों और कंपनियों के नाम भी शामिल हैं। आरोप है कि 2004 से 2009 तक भारतीय रेलवे के विभिन्न जोनों में ग्रुप 'डी' के पदों पर कई लोगों को नियुक्त किया गया और बदले में इन लोगों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री प्रसाद के परिवार के सदस्यों और एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी को हस्तांतरित कर दी थी।