Bihar News : प्रशांत किशोर को भाजपा सांसद का जवाब- वह झूठे हैं, NGO के नाम पर फंड लेकर राजनीति चमका रहे
Bihar Election: सांसद ने कहा कि जन सुराज पार्टी की जिस आम सभा का हवाला दिया जाता है, वह कभी हुई ही नहीं। सरत कुमार मिश्रा को हटाकर उदय सिंह और मनोज भारती को अध्यक्ष बनाया गया, जबकि इसकी कोई आधिकारिक बैठक नहीं हुई। ऐसे में यह सवाल उठता है कि पुराने पदाधिकारी कहां गायब हो गए।

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बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद संजय जायसवाल ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर प्रशांत किशोर और उनकी जन सुराज पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने पीके की पांच गारंटियों पर जवाब देते हुए कहा कि पीके ने जनता से झूठ बोला है।

संजय जायसवाल ने आरोप लगाया कि पीके ने 2 अक्टूबर 2022 को कहा था कि पहले वह बिहार के सभी जिलों में पदयात्रा करेंगे और जनता चाहेगी तभी पार्टी बनाएंगे। लेकिन उससे पहले ही 22 अगस्त 2022 को जन सुराज पार्टी का विज्ञापन निकाला गया था, जिसे छोटे अखबारों में छापा गया ताकि बिहार की जनता को पता ही न चले। उन्होंने सवाल उठाया कि एक ही पार्टी को 2024 में दोबारा लॉन्च करने का क्या मतलब है, जबकि इसके पदाधिकारी भी वही हैं।
उन्होंने कहा कि जन सुराज पार्टी की जिस आम सभा का हवाला दिया जाता है, वह कभी हुई ही नहीं। सरत कुमार मिश्रा को हटाकर उदय सिंह और मनोज भारती को अध्यक्ष बनाया गया, जबकि इसकी कोई आधिकारिक बैठक नहीं हुई। ऐसे में यह सवाल उठता है कि पुराने पदाधिकारी कहां गायब हो गए।
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फंडिंग को लेकर भी संजय जायसवाल ने गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पीके का "गिविंग ग्लोबल फाउंडेशन" बेंगलुरु में महज 50 हजार की पूंजी से खोला गया था, लेकिन एनजीओ के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। जब पार्टी 2022 में ही रजिस्टर्ड है तो किस नियम के तहत एनजीओ से पार्टी को फंडिंग मिल रही है?
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तेलंगाना के ठेकेदारों और कर्नाटक की शराब कंपनियों से चंदा लिया जा रहा है। उन्होंने एनरिका एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड का जिक्र करते हुए कहा कि इसके डायरेक्टर शराब कारोबार से जुड़े हैं और इनसे चंदा लिया जा रहा है।
संजय जायसवाल ने तंज कसते हुए कहा कि पीके दावा करते हैं कि अगर उनकी पार्टी 10 सीटें जीतती है तो वह पार्टी खत्म कर देंगे। कहीं ऐसा तो नहीं कि उन्होंने लालू प्रसाद यादव के साथ किसी डील की हो, क्योंकि बीते 20 वर्षों में वह लालू और नीतीश को कभी हरा नहीं पाए हैं।