Akshaya Tritiya: अक्षय तृतीया पर देश में बिका करीब 20 टन सोना, मुंबई में ही की गई 2350 करोड़ रुपये की खरीदारी
Akshaya Tritiya: अक्षय तृतीया के दिन सोने में 94361 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव पर कारोबार होता दिखा। इस मौके पर देश में लगभग 20 टन सोना बिका। जिसका मूल्य 18000 करोड़ रुपये के करीब है। इस दौरान मुंबई में ही करीब 2.5 टन सोने की खरीदारी की गई। जिसका मूल्य 2350 करोड़ रुपये है।


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अक्षय तृतीया के दिन यानी बुधवार, 30 अप्रैल 2025 को सोने की कीमत 94361 रुपये प्रति दस ग्राम पर रही। इस मौके पर देश में लगभग 20 टन सोना बिका। जिसका मूल्य 18000 करोड़ रुपये के करीब है। इस दौरान मुंबई में ही करीब 2.5 टन सोने की खरीदारी की गई। जिसका मूल्य 2350 करोड़ रुपये है। इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए ) के अनुसार अक्षय तृतीया के खास मौके पर लोगों ने सोना खरीदने में उत्साह दिखाया। जानकारों के अनुसार, अक्षय तृतीया के कारण दक्षिण भारत में आभूषणों की बिक्री बहुत अच्छी रही। लोग निवेश के नजरिए से सोने में बढ़-चढ़कर खरीदारी करते दिखे। खुदरा आभूषण विक्रेताओं का कहना है सोने की रिकॉर्ड कीमतों के कारण उपभोक्ताओं ने अक्षय तृतीया पर पुराने सोने की अदला-बदली कर भी खरीदारी की।
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आईबीजेए के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरेंद्र मेहता ने अमर उजाला डॉटकॉम को बताया कि अक्षय तृतीया के दौरान दक्षिण भारत में आभूषणों की बिक्री बहुत अच्छी रही। हालांकि, भारत के बाकी हिस्सों में आभूषण बिक्री की मात्रा तुलनात्मक रूप से कम रही। इस दौरान, कॉरपोरेट मल्टी चेन स्टोर ने अच्छा प्रदर्शन किया। त्यौहार के दिन एकल खुदरा दुकानों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। मूल्य के लिहाज से सोने की कुल मांग पिछले साल के बराबर ही रहेगी, लेकिन कुल मिलाकर सोने की बिक्री में कम से कम 15 प्रतिशत की गिरावट आई है। हल्के वजन के आभूषण, कम कैरेट के आभूषण और सिक्कों की अच्छी मांग है। कुल मिलाकर सोने की ऊंची कीमतें सुस्त मांग का कारण रही हैं।
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पीएनजी ज्वेलर्स के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सौरभ गाडगिल ने बताया कि सोने की रिकॉर्ड उच्च कीमतों के बावजूद उपभोक्ता का उत्साह इस अक्षय तृतीया पर देखने को मिला। ऐसा लगता है कि मूल्यों में वृद्धि को भारतीय उपभोक्ता ने स्वीकार कर लिया है और आत्मविश्वास के साथ खरीदारी करते नजर आए। उन्होने बताया कि गुड़ी पड़वा के बराबर है अक्षय तृतीया पर खरीदारी देखी गई है। एक नया ट्रेंड देखा गया है कि इस बार 50 प्रतिशत खरीदारी पुराने सोने के माध्यम से की जा रही है, जिसमें ग्राहक अपनी त्योहारी और शादी ब्याह की जरूरतों से समझौता किए बिना अपने बजट को स्मार्ट तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं। जबकि वॉल्यूम ग्रोथ में 8 से 9 प्रतिशत की गिरावट देखी जा सकती है। मूल्य के हिसाब से हम 20 से 25 प्रतिशत तक वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। जेन डायमंड के प्रबंध निदेशक नील सोनावाला बताते हैं उपभोक्ता में उत्साह देखा गया है। कीमतें बढ़ी होने के बाद भी लोगों ने हल्के वजन के गहनों और डिजाइनर गहनों में खरीदारी को बढ़ाया है। उपभोक्ता आभूषणों को केवल पहनने के लिए ही नहीं रिटर्न के तौर पर भी इस बार देख रहे हैं।
निवेशकों ने सिक्कों और बार में की खरीदारी
इंडियन बुलियन एंड ज्वेलरी एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुमार जैन कहते हैं इस बार अक्षय तृतीया पर गोल्ड निवेशकों द्वारा खरीदारी अधिक की गई है। 30 प्रतिशत खरीदारी निवेशकों द्वारा की गई है, जिसमें सोने के सिक्कों और बार में बिक्री बढ़ी है। इसमें पांच ग्राम के सिक्के से लेकर 10 ग्राम के सिक्के शामिल हैं। उन्होंने बताया कि शुभ मर्हूत रात 11 बजे तक होने की वजह से देर रात तक ज्वेलर्स दुकानें खुली रखेंगी।
हीरे और हल्के आभूषणों की बिक्री में वृद्धि
नील कहते हैं कि हीरे और अन्य जड़े हल्के आभूषणों की मांग में अच्छी वृद्धि देखी गई है। इस अक्षय तृतीया जहां पर सोने के बढ़ी कीमतों की बढ़ी हुईं थी और खरीदारी की उम्मीद अधिक नहीं थी, ऐसे में भारतीय उपभोक्ताओं द्वारा बहुमूल्य धातुओं में निवेश बनाया रखा है। सौरभ कहते हैं कि अक्षय तृतीया एक बार फिर भारतीय उपभोक्ताओं द्वारा धातुओं में निवेश और परंपरा दोनों में विश्वास की पृष्टि करती है।
सोने की बढ़ती कीमतों के कारण खरीदारों में दिखी चिंता
रत्न व आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) के अध्यक्ष किरीट भंसाली कहते हैं सोने की बढ़ती कीमतें उपभोक्ताओं के लिए चिंता का विषय रही। लेकिन अक्षय तृतीया जैसे अवसर पर उपभोक्ता खरीदारी करते नजर आए। दिलचस्प बात यह है कि पिछले सप्ताह सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट देखी गई है, जिससे उपभोक्ताओं को कीमतों में संभावित रूप से फिर से बढ़ोतरी शुरू होने से पहले का समय मिल गया है। हमें उम्मीद है कि ग्राहक इसका फायदा उठाएंगे और अधिक खरीदारी करेंगे।