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Aviation: इंडिगो संकट के बीच IATA का बयान, कहा- भारत के पायलट नियम अन्य देशों से ज्यादा सख्त

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: रिया दुबे Updated Wed, 10 Dec 2025 12:24 PM IST
सार

अंतरराष्ट्रीय विमानन संगठन IATA ने कहा है कि भारत में पायलटों के लिए लागू किए गए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियम वैश्विक मानकों के मुकाबले अधिक कठोर और प्रतिबंधात्मक हैं। संगठन के प्रमुख विली वाल्श का कहना है कि इन बदलावों को लागू करने में समय लगेगा।

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Amid the IndiGo crisis, IATA issued a statement that India's pilot regulations are stricter than other country
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : Adobestock
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विस्तार
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अंतरराष्ट्रीय विमानन संगठन आईएटीए ने कहा है कि भारत में पायलटों के लिए लागू किए गए नए नियम वैश्विक मानकों की तुलना में काफी अधिक कठोर हैं। आईएटीए के प्रमुख विली वाल्श ने कहा कि स्थिति सामान्य होने में समय लगेगा। 

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इन नियमों की वजह से इंडिगो ने बड़ी परिचालन संकट का सामना किया

यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब पिछले एक सप्ताह में देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को ड्यूटी नियमों के चलते बड़े स्तर पर परिचालन बाधाओं का सामना करना पड़ा। इस दौरान सैकड़ों उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और हजारों यात्री प्रभावित हुईं। बता दें कि 1 नवंबर से लागू हुए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (एफडीटीएल) मानदंडों के दूसरे चरण को लागू करने में उचित योजना की कमी इंडिगो की उड़ान व्यवधानों के प्रमुख कारणों में से एक है, जो अब लगभग स्थिर हो चुके हैं।

नियामकों की जिम्मेदारी है कि उद्योग सुरक्षित और संरक्षित हो

वाल्श ने कहा कि भारत के नए नियम अन्य देशों के नियमों की तुलना में कहीं अधिक प्रतिबंधात्मक प्रतीत होते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि आपको हमेशा यह स्वीकार करना होगा कि नियामकों की यह जिम्मेदारी है कि वे यह सुनिश्चित करें कि उद्योग सुरक्षित और संरक्षित हो। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ये बदलाव सही कारणों से लागू किए गए हैं। अब बस कुछ समय की बात है जब सब कुछ सामान्य हो जाएगा।

पायलटों की सुविधा का मुद्दा है वैश्विक

जेनेवा में एक मीडिया गोलमेज सम्मेलन में, वाल्श ने यह भी कहा कि पायलट की थकान के मानदंड एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर यूरोप और अमेरिका में हर समय बहस होती रहती है। भारत ने यह फैसला किया है कि वे उपाय करना चाहते हैं, खासकर रात के समय की उड़ानों के दौरान संभावित थकान को लेकर, जिसका स्वाभाविक रूप से कम लागत वाली एयरलाइनों पर उनके व्यावसायिक मॉडल को देखते हुए अधिक प्रभाव पड़ेगा। यह निराशाजनक है कि इस बदलाव के परिणामस्वरूप इतने सारे उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं।

इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) लगभग 360 एयरलाइनों का एक समूह है, जो वैश्विक हवाई यातायात के 80 प्रतिशत से अधिक हिस्से के लिए जिम्मेदार हैं और इसके सदस्यों में इंडिगो, एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और स्पाइसजेट शामिल हैं।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो की उड़ाने की निर्धारित 

अन्य पहलुओं के अलावा, एफडीटीएल मानदंडों के दूसरे चरण ने एक पायलट द्वारा की जा सकने वाली रात्रि लैंडिंग की संख्या को सीमित कर दिया है। भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मंगलवार को परिचालन को स्थिर करने के लिए इंडिगो की शीतकालीन निर्धारित उड़ानों में 10 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की।

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