Biz Updates: एआई से जुड़ी प्रतिभाओं की मांग में तेजी, सितंबर में नौकरियों की पोस्टिंग 11.7 प्रतिशत बढ़ी
भारत में एआई कौशल की मांग लगातार बढ़ रही है। बुधवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल सितंबर में एआई से संबंधित नौकरियों की संख्या बढ़कर 11.7 प्रतिशत हो गई, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 8.2 प्रतिशत थी।
वैश्विक नियुक्ति मंच इंडीड ने एक रिपोर्ट में कहा कि सितंबर में 11.7 प्रतिशत भारतीय नौकरी पोस्टिंग में नौकरी विवरण में स्पष्ट रूप से एआई का उल्लेख किया गया था, जबकि तीन महीने पहले यह आंकड़ा 10.6 प्रतिशत और एक साल पहले 8.2 प्रतिशत था।
इंडीड के एशिया-प्रशांत क्षेत्र के वरिष्ठ अर्थशास्त्री कैलम पिकरिंग ने कहा, "भारत अन्य इंडीड बाज़ारों की तुलना में उच्च स्थान पर है। भारत के अलावा, केवल सिंगापुर में ही कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उल्लेख करने वाली पोस्टिंग का हिस्सा अधिक है। यह स्पष्ट है कि भारत भर में कई नियोक्ता कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर पूरी तरह से निर्भर हो गए हैं।"
इस रिपोर्ट के निष्कर्ष इंडीड प्लेटफ़ॉर्म पर नौकरी पोस्टिंग के आंकड़ों पर आधारित हैं। यह प्लेटफॉर्म भारत की औपचारिक अर्थव्यवस्था में वास्तविक समय पर भर्ती की गतिविधियों पर नजर रखता है। नौकरी पोस्टिंग के रुझानों को सितंबर 2025 तक मापा गया, और पिछले महीनों और साल-दर-साल के स्तर से तुलना की गई।
सरकार खाद्य तेल रिपोर्टिंग से जुड़े नियमों में बदलाव की योजना बना रही
सरकार ने बुधवार को कहा कि वह खाद्य तेल से जुड़े नए नियमों के अनुपालन की पुष्टि के लिए निरीक्षण अभियान शुरू करेगी। सरकार देश की खाद्य सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण इस क्षेत्र की निगरानी कड़ी करना चाहती है।
खाद्य मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्रीय जांच का उद्देश्य संशोधित आदेश के तहत सख्त रिपोर्टिंग आवश्यकताओं को लागू करना है, जिसके तहत सभी खाद्य तेल निर्माताओं, प्रसंस्करणकर्ताओं और वितरकों को अधिकारियों के पास पंजीकरण कराना और मासिक उत्पादन डेटा प्रस्तुत करना अनिवार्य है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि निरीक्षण गैर-अनुपालन इकाइयों को लक्षित करेगा और इसका उद्देश्य "अनुपालन की गंभीरता को सुदृढ़ करना और खाद्य तेल क्षेत्र के लिए राष्ट्रीय डेटा पारिस्थितिकी तंत्र की अखंडता को बनाए रखना" है।
संशोधित वनस्पति तेल उत्पाद, उत्पादन और उपलब्धता (विनियमन) आदेश, 2025 के तहत, खाद्य तेल आपूर्ति शृंखला की फर्मों को https://www.nsws.gov.in पर राष्ट्रीय एकल खिड़की प्रणाली के माध्यम से पंजीकरण करना होगा और https://www.edibleoilindia.in के माध्यम से मासिक रिटर्न दाखिल करना होगा ।
अनुपालन में विफल रहने वाली कंपनियों को संशोधित आदेश और सांख्यिकी संग्रहण अधिनियम, 2008 के तहत दंड का सामना करना पड़ेगा नियामकीय सख्ती ऐसे समय में की गई है जब देश घरेलू मांग को पूरा करने के लिए आयात पर बहुत अधिक निर्भर है।
पीएनबी को 1,500 करोड़ की ट्रेजरी आय की उम्मीद
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को चालू वित्त वर्ष 2025-26 की तीसरी तिमाही में करीब 1,500 करोड़ रुपये की ट्रेजरी आय होने और मार्जिन में सुधार की उम्मीद है। ट्रेजरी आय किसी बैंक के प्रतिभूति निवेश, विदेशी मुद्रा कारोबार और वित्तीय साधनों से होने वाली आय है। पीएनबी के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अशोक चंद्रा ने मंगलवार को कहा, 2025-26 की पहली दो तिमाहियों के दौरान बैंक को कुल 1,800 करोड़ रुपये की ट्रेजरी आय हुई थी।
टाटा मोटर्स : एक लाख से अधिक कारों की आपूर्ति
टाटा मोटर्स पैसेंजर वेहिकल्स लिमिटेड ने नवरात्रि से दिवाली तक 30 दिन में एक लाख से अधिक यात्री वाहनों की आपूर्ति की, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 33 फीसदी अधिक है। टाटा मोटर्स पैसेंजर वेहिकल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शैलेश चंद्रा ने कहा, त्योहारों के दौरान सबसे अधिक आपूर्ति एसयूवी की गई। इलेक्ट्रिक वाहन श्रेणी में भी मजबूती रही।
चीन के यूरिया और विशेष उर्वरकों के निर्यात को रोकने करने के बाद भारत महत्वपूर्ण रबी (सर्दियों) फसल के सत्र से पहले उर्वरक की बढ़ी हुई कीमतों से निपटने की तैयारी कर रहा है। चीन ने 15 मई से 15 अक्तूबर तक बढ़े हुए निरीक्षणों के साथ उर्वरक निर्यात हाल ही में फिर से शुरू किया था। हालांकि, उसने अब अगली सूचना तक निर्यात को निलंबित कर दिया है। इससे न केवल भारत बल्कि वैश्विक बाजार भी प्रभावित हो रहे हैं। इस प्रतिबंध में टीएमएपी (तकनीकी मोनोअमोनियम फॉस्फेट) जैसे विशेष उर्वरक और एडब्लू जैसे यूरिया-समाधान उत्पाद के साथ डीएपी एवं यूरिया जैसे पारंपरिक उर्वरक शामिल हैं। घुलनशील उर्वरक उद्योग संघ के अध्यक्ष राजीब चक्रवर्ती ने कहा, मेरा मानना है कि निर्यात पर रोक अगले पांच से छह महीनों तक रहेगी। भारत अपने करीब 95 फीसदी विशेष उर्वरकों का आयात चीन से करता है। इनमें टीएमएपी जैसे फॉस्फेट और एडब्लू जैसे उत्सर्जन नियंत्रण तरल पदार्थ शामिल हैं। उन्होंने कहा, विशेष उर्वरकों की कीमतें जो पहले से ही असामान्य रूप से ऊंची बनी हैं, चीन के निर्यात प्रतिबंधों की वजह से उनके दाम घरेलू बाजार में 10-15 फीसदी बढ़ सकते हैं। भारत में हर साल करीब 2,50,000 टन विशेष उर्वरकों की खपत होती है। इसका लगभग 60-65 फीसदी उपयोग रबी सत्र के दौरान होता है।
स्टील और बिजली क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों का उत्पादन सितंबर, 2025 में सालाना आधार पर तीन फीसदी बढ़ गया। हालांकि, मासिक आधार पर उत्पादन की वृद्धि दर में गिरावट दर्ज की गई है।
- 6.5 % रही थी उत्पादन की वृद्धि दर अगस्त माह में
- 2.4 % बढ़ा था बुनियादी उद्योगों का उत्पादन सितंबर, 2024 में
- 14.1 % पहुंच गया स्टील क्षेत्र का उत्पादन
- 2.1 फीसदी रही बिजली क्षेत्र में वृद्धि दर
- 1.6 फीसदी रह गई उर्वरक क्षेत्र की वृद्धि 1.9 फीसदी से घटकर
- 7.6 फीसदी से गिरकर 5.3 फीसदी रह गया सीमेंट का उत्पादन
- चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में घटकर 2.9 फीसदी रह गई आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर
- 4.3 फीसदी बढ़ा था उत्पादन एक साल पहले की समान अवधि में
जर्मन बिजनेस लीडर्स से मिले वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, अक्षय ऊर्जा पर रहा फोकस
गोयल ने जर्मन लीडर्स से अक्षय ऊर्जा और डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग पर चर्चा की
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने दिल्ली में इंटरनेशनल इलेक्ट्रोटेक्निकल कमीशन के उपाध्यक्ष और कई प्रमुख जर्मन बिजनेस लीडर्स से मुलाकात की। इस मुलाकात में अक्षय ऊर्जा, तकनीक और सतत विकास के मुद्दों पर बात हुई। संयुक्त राष्ट्र सतत विकास के विशेष प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल कमीशन के उपाध्यक्ष विमल महेंद्रू के साथ मुलाकात में अक्षय ऊर्जा में रूपांतरण, सौर ऊर्जा, ऊर्जा बचत के मुद्दों पर बात की। साथ ही कई जर्मन बिजनेस प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात में वाणिज्य मंत्री ने डिजिटल ढांचा और मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने को लेकर बात हुई।
मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री अभी भी त्योहारों पर केंद्रित: रेडसीर रिपोर्ट
भारत में ऑनलाइन शॉपिंग की आदतें अब केवल त्योहारों तक सीमित नहीं रह गई हैं, लेकिन मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी श्रेणियों में सितंबर-अक्टूबर के दौरान बिक्री में भारी उछाल अभी भी देखा जा रहा है। यह जानकारी कंसल्टिंग फर्म रेडसीर की हालिया अध्ययन में सामने आई है।
रिपोर्ट के अनुसार, देश का ऑनलाइन रिटेल सेक्टर धीरे-धीरे पूरे साल समान मांग वाले पैटर्न की ओर बढ़ रहा है। हालांकि, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी श्रेणियां अब भी सालाना फेस्टिव सीजन पर निर्भर हैं, जिससे इनका ऑपरेशनल मैनेजमेंट जोखिम भरा बन जाता है।
रेडसीर ने कहा कि भारत का ऑनलाइन रिटेल लैंडस्केप संतुलित मांग की ओर बढ़ रहा है, लेकिन फेस्टिव सीजन की लय में मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स अब भी मुख्य भूमिका निभाते हैं। अध्ययन में बताया गया कि मोबाइल में सबसे ज्यादा मौसमी उतार-चढ़ाव होता है, जिसमें सीजनैलिटी इंडेक्स अंतर 1.7 तक पहुंचता है। इलेक्ट्रॉनिक्स इसका करीब-करीब पीछा करता है, जिसमें अंतर 1.3 है। सितंबर-अक्तूबर के महीने में मोबाइल का मासिक इंडेक्स 2.3 और इलेक्ट्रॉनिक्स का इंडेक्स 2.0 तक पहुंच जाता है। यह आंकड़ा स्पष्ट करता है कि इन श्रेणियों की मांग फेस्टिव सीजन पर अत्यधिक केंद्रित है।
यूको बैंक मार्च तक 150 और शाखाएं जोड़ेगा
सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक ने अपनी उपस्थिति और कारोबार का विस्तार करने के लिए अगले पांच महीनों में 150 और शाखाएं खोलने की योजना बनाई है। वर्तमान में, कोलकाता स्थित इस बैंक की देश भर में 3,322 शाखाएं हैं। 150 शाखाओं के जुड़ने से इसका नेटवर्क 3,472 शाखाओं का हो जाएगा। यूको बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अश्विनी कुमार ने दूसरी तिमाही के आंकड़ों की मंजूरी के बाद बताया बोर्ड ने मार्च तक 150 और शाखाएं खोलने को मंजूरी दे दी है।
उन्होंने कहा कि बैंक शाखाओं का माहौल सुधारने पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि आईटी, डिजिटल और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अधिक कुशल कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी। सितंबर 2025 तक बैंक के कुल कर्मचारियों की संख्या 21,266 है, जिनमें से 70 प्रतिशत की आयु औसत 70 वर्ष से कम है। 30 सितंबर, 2025 को समाप्त दूसरी तिमाही के लिए, यूको बैंक ने शुद्ध लाभ में 3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जो एक साल पहले की समान अवधि में 603 करोड़ रुपये के मुकाबले 620 करोड़ रुपये हो गया।
समीक्षाधीन तिमाही में कुल आय 7,071 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,421 करोड़ रुपये हो गई। ऋणदाता की ब्याज आय भी बढ़कर 6,537 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 6,078 करोड़ रुपये थी। इसकी शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के 2,301 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,533 करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान बैंक का परिचालन लाभ एक साल पहले इसी तिमाही के 1,432 करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 1,613 करोड़ रुपये हो गया।
शिक्षक भर्ती घोटाला: बंगाल के मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा तीसरी बार ईडी के सामने पेश हुए
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के सुधार सेवा मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा कथित प्राथमिक विद्यालय शिक्षक भर्ती घोटाले की चल रही जांच के सिलसिले में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
यह सिन्हा की केंद्रीय एजेंसी के समक्ष तीसरी पेशी थी, इससे पहले एजेंसी उनसे दो बार पूछताछ कर चुकी थी। उन्होंने बताया कि सिन्हा अपने साथ कई फाइलें और दस्तावेज लेकर ईडी के साल्ट लेक कार्यालय आए।
एजेंसी ने सिन्हा की नवीनतम उपस्थिति के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। ईडी के सूत्रों ने बताया कि सिन्हा का नाम इस मामले के प्रमुख आरोपियों में से एक कुंतल घोष से बरामद एक डायरी में सामने आया है। इस डायरी में कथित तौर पर घोटाले से जुड़े सौ से ज़्यादा लोगों के नाम हैं।