सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Business ›   Business Diary ›   GST reform is expected to keep retail inflation at 3.1 pc in FY 2026, BoB report claims

Report: जीएसटी सुधार से वित्त वर्ष 2026 में खुदरा महंगाई 3.1 फीसदी पर रहने का अनुमान, BoB की रिपोर्ट में दावा

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: रिया दुबे Updated Sat, 13 Sep 2025 01:41 PM IST
विज्ञापन
सार

बैंक ऑफ बड़ौदा की रिपोर्ट के अनुसार जीएसटी सुधार से में महंगाई दर में और नरमी देखी जा सकती है। अनुमान जताया गया है कि वित्त वर्ष 2025-26 में औसतन सीपीआई महंगाई 3.1% पर पर स्थिर या इससे और भी कम रहेगी। अगस्त 2025 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित महंगाई दर में राहत देखने को मिली है।
 

GST reform is expected to keep retail inflation at 3.1 pc in FY 2026, BoB report claims
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : Adobestock
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

जीएसटी सुधार से आने वाले दिनों में रोजमर्रा की वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें कम होनी शुरू हो सकती है। बैंक ऑफ बड़ौदा की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में समग्र मुद्रास्फीति (सीपीआई) लगभग 3.1 प्रतिशत पर स्थिर या इससे और भी कम रहने की उम्मीद है। 

loader
Trending Videos


ये भी पढ़ें: GST: दवा निर्माता व चिकित्सा उपकरण उद्योग जीएसटी दर में कटौती का लाभ आम लोगों तक पहुंचाएं, एनपीपीए के निर्देश

विज्ञापन
विज्ञापन

वित्त वर्ष 2026 में खुदरा महंगाई 3.1 फीसदी रहने की संभावना

रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले दिनों में महंगाई दर में और नरमी देखी जा सकती है। सरकार द्वारा अप्रत्यक्ष करों में कटौती का लाभ उपभोक्ताओं तक धीरे-धीरे पहुंचेगा, जिससे महंगाई पर दबाव कम हो सकता है। अनुमान जताया गया है कि वित्त वर्ष 2025-26 में औसतन सीपीआई महंगाई 3.1% पर रहेगी, हालांकि इसमें गिरावट का जोखिम बना हुआ है। 

अगस्त में महंगाई दर 2.1 फीसदी रही

इसमें कहा गया है कि अगस्त 2025 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित महंगाई दर में राहत देखने को मिली है। खाद्य पदार्थों की कीमतों में लगातार गिरावट की वजह से खुदरा महंगाई अगस्त में घटकर सालाना आधार पर 2.1% रही। पिछले वर्ष अगस्त 2024 में यह दर 3.7% दर्ज की गई थी।


अगस्त 2025 में खाद्य महंगाई के मोर्चे पर राहत का सिलसिला जारी रहा। ताजा आंकड़ों के अनुसार सब्जियों, फलों, मांस-मछली और अंडों की कीमतों में बड़ी नरमी देखने को मिली है। यहां तक कि तिलहन की कीमतें भी कुछ कम हुई हैं। हालांकि घरेलू स्तर पर इनके दामों पर नजर रखने की जरूरत बनी हुई है क्योंकि बुवाई की रफ्तार सुस्त पड़ी है।

मौसमी रूप से समायोजित के आधार पर उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (CFPI) अगस्त में महीने-दर-महीने 0.8% बढ़ा। वहीं, बैंक ऑफ बड़ौदा के इन-हाउस इकोनॉमिक कंडीशन इंडेक्स के अनुसार सितंबर 2025 के शुरुआती 10 दिनों में यह -0.9% पर रहा, जो आगे कीमतों में और नरमी के संकेत देता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि मौसम से जुड़ी बाधाओं का असर प्रमुख सब्जियों टमाटर, प्याज और आलू (टीओपी) की आपूर्ति पर नहीं पड़ा है। दूसरी ओर, कोर महंगाई स्थिर बनी हुई है और सोने को छोड़कर कोर महंगाई निम्न स्तर पर बनी रही है।

विज्ञापन
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय Hindi News वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें कारोबार समाचार और Union Budget से जुड़ी ब्रेकिंग अपडेट। कारोबार जगत की अन्य खबरें जैसे पर्सनल फाइनेंस, लाइव प्रॉपर्टी न्यूज़, लेटेस्ट बैंकिंग बीमा इन हिंदी, ऑनलाइन मार्केट न्यूज़, लेटेस्ट कॉरपोरेट समाचार और बाज़ार आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़
 
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें अमर उजाला हिंदी न्यूज़ APP अपने मोबाइल पर।
Amar Ujala Android Hindi News APP Amar Ujala iOS Hindi News APP
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed