बजट 2019: हलवा बनने के साथ शुरू हुई छपाई, 10 दिन के लिए बंद हुए 100 कर्मचारी


वित्त मंत्रालय में बजट डॉक्यूमेंट की छपाई शुरू हो गई है। हलवा सेरेमनी के साथ ही 10 दिन के लिए मंत्रालय के 100 कर्मचारी अब भूतल में बनी प्रिंटिंग प्रेस में बंद कर दिए गए हैं। इन कर्मचारियों और अधिकारियों पर बजट भाषण से जुड़े डॉक्यूमेंट की छपाई का जिम्मा रहता है।
बजट से पहले हलवा सेरेमनी में इस बार वित्त मंत्री अरुण जेटली उपस्थित नहीं हुए। वो फिलहाल इलाज के लिए अमेरिका में हैं। उनके स्थान पर वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला, वित्त मामलों के सचिव सुभाष गर्ग ने इस प्रथा को पूरा किया।
Delhi: Halwa Ceremony held in Finance Ministry to mark the beginning of printing of documents relating to General Budget 2019, attended by Minister of State for Finance Shiv Pratap Shukla, Secretary DEA Subash Garg and MoS Road Transport and Highways Pon Radhakrishnan pic.twitter.com/pvX0pXWfc9
— ANI (@ANI) January 21, 2019
क्यों होती है हलवा सेरेमनी
बजट छपाई एक तरह से पूर्णतया गोपनीय काम होता है। इससे जुड़ी जाटिल प्रक्रिया को हल्का-फुल्का करने के लिए हलवा सेरेमनी का आयोजन होता है। बजट छपाई की प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी 10 दिनों के लिए पूरी दुनिया से कटे रहते है। इन 100 अधिकारियों व कर्मचारियों को घर जाने की भी इजाजत नहीं होती है। वित्त मंत्री के बेहद वरिष्ठ अधिकारियों को ही घर जाने की इजाजत होती है।

सुरक्षा होती है चाक-चौबंद
इस दौरान वित्त मंत्रालय की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद होती है। किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वित्त मंत्रालय में नहीं होता है। इस दौरान छपाई से जुड़े अधिकारी व कर्मचारियों को भी बाहर आने या फिर अपने सहयोगियों से मिलने की भी मनाही होती है। अगर किसी विजिटर का आना बहुत जरूरी है तो उन्हें सुरक्षाकर्मियों की निगरानी में अंदर भेजा जाता है।
लीक न हो कोई खबर
वित्त मंत्रालय में खुफिया विभाग से लेकर के साइबर सिक्योरिटी सेल सबका पहरा रहता है। इन 10 दिनों तक मंत्रालय के अंदर कोई भी मोबाइल नेटवर्क काम नहीं करता है। केवल लैंडलाइन फोन के जरिए ही बातचीत हो पाती है।
तैनात रहती है डॉक्टरों की टीम
वित्त मंत्रालय में 10 दिन के लिए डॉक्टरों की एक टीम भी तैनात रहती है। ऐसा इसलिए ताकि किसी भी कर्मचारी के बीमार पड़ने पर उसे वहीं पर मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। बीमार कर्मचारी को भी 10 दिनों के लिए अस्पताल में इलाज कराने की मनाही होती है।
कट जाता है इंटरनेट कनेक्शन
जिन कंप्यूटरों पर बजट डॉक्यूमेंट होता है, उनसे इंटरनेट और एनआईसी के सर्वर को डिलिंक कर दिया जाता है। इससे किसी भी प्रकार की हैकिंग का डर नहीं रहता है। इन कंप्यूटरों को केवल प्रिंटर और छपाई मशीन से कनेक्ट करके रखा जाता है। वित्त मंत्रालय के जिस हिस्से में प्रिंटिंग प्रेस स्थित है, वहां पर केवल चुनिंदा वरिष्ठ अधिकारियों को जाने की इजाजत होती है।