India-EU FTA: भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौते पर बढ़ी बातचीत, पीयूष गोयल और EU कमिश्नर के साथ हाई-लेवल मीटिंग
भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और EU कमिश्नर ने नई दिल्ली में उच्चस्तरीय वार्ता की। दोनों पक्षों ने व्यापार सहयोग और समय पर समझौते पर जोर दिया।
विस्तार
भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते को जल्द अंतिम रूप देने के प्रयासों में एक अहम कदम उठाते हुए, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 8-9 दिसंबर 2025 को यूरोपीय संघ के ट्रेड और आर्थिक सुरक्षा आयुक्त मारोस सेफकोविक के साथ उच्चस्तरीय चर्चा की। इस बैठक का उद्देश्य FTA पर चल रही वार्ताओं को रणनीतिक दिशा देना और दोनों पक्षों के बीच तेजी से प्रगति सुनिश्चित करना था।
दिसंबर 3-9 तक हुए तकनीकी संवाद
यह उच्चस्तरीय बातचीत 3 से 9 दिसंबर तक नई दिल्ली में चले तकनीकी दौरों के बाद हुई, जहां भारत-EU मुक्त व्यापार समझौते के कई महत्वपूर्ण अध्यायों पर विस्तृत चर्चा की गई। इनमें गुड्स मार्केट एक्सेस, रूल्स ऑफ ओरिजिन, सर्विसेज, टेक्निकल बैरियर्स टू ट्रेड और सस्टेनेबल डेवलपमेंट जैसे अहम मुद्दे शामिल थे। इससे पहले, 7 दिसंबर को वाणिज्य सचिव और यूरोपीय आयोग के डायरेक्टर-जनरल ट्रेड के बीच हुई बैठक ने भी बातचीत की गति बढ़ाई और दोनों पक्षों के साझा लक्ष्य समयबद्ध और लाभकारी समझौते की दिशा में सहमति को मजबूत किया।
दोनों पक्षों की साझा प्रतिबद्धता
बैठक में भारत और EU ने एक तेज, संतुलित और महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते को आगे बढ़ाने पर मजबूत सहमति जताई। दोनों पक्षों ने माना कि अब तक की प्रगति उत्साहजनक रही है और इस गति को बरकरार रखना जरूरी है। मंत्री स्तर की यह बातचीत दर्शाती है कि दोनों पक्ष नियम-आधारित, पारदर्शी और पारस्परिक हितों वाले व्यापार ढांचे को मजबूत करना चाहते हैं।
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EU कमिश्नर की भारत यात्रा ने जोड़ा नया मोड़
मारोस सेफकोविक की नई दिल्ली यात्रा को सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। इससे व्यापार सहयोग, नवाचार, सस्टेनेबिलिटी और आर्थिक साझेदारी के प्रति दोनों पक्षों की प्रतिबद्धता और स्पष्ट हो गई। वार्ता के अंत में दोनों नेताओं ने जल्द और परस्पर लाभकारी FTA को अंतिम रूप देने के लिए प्रयासों को तेज करने पर सहमति जताई।
आठ साल के लंबे अंतराल के बाद भारत-ईयू की वार्ता
भारत और 27 देशों के ईयू समूह ने आठ साल के लंबे अंतराल के बाद जून 2022 में व्यापक एफटीए, निवेश संरक्षण समझौते और भौगोलिक संकेत पर समझौतों के लिए बातचीत फिर से शुरू की थी। 2024-25 में ईयू भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था, जिसके साथ द्विपक्षीय व्यापार 1.36 लाख करोड़ रुपये। यह समझौता दोनों अर्थव्यवस्थाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जून 2022 में, भारत और 27 देशों के यूरोपीय संघ समूह ने आठ वर्षों से अधिक के अंतराल के बाद एक व्यापक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए), एक निवेश संरक्षण समझौते और भौगोलिक संकेतों पर एक समझौते के लिए बातचीत फिर से शुरू की।