{"_id":"694e017ca4f43e37ba0917e5","slug":"japan-cabinet-okays-record-defence-budget-that-aims-to-deter-china-usd-58-billion-cruise-missiles-arsenals-2025-12-26","type":"story","status":"publish","title_hn":"Japan: चीन को करारा जवाब देने की तैयारी में जापान! 58 अरब डॉलर के रक्षा बजट को दी मंजूरी; बनाया ये रिकॉर्ड","category":{"title":"Business Diary","title_hn":"बिज़नेस डायरी","slug":"business-diary"}}
Japan: चीन को करारा जवाब देने की तैयारी में जापान! 58 अरब डॉलर के रक्षा बजट को दी मंजूरी; बनाया ये रिकॉर्ड
बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, टोक्यो
Published by: देवेश त्रिपाठी
Updated Fri, 26 Dec 2025 09:01 AM IST
सार
रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि तटों की रक्षा के लिए जापान मार्च 2028 तक नियोजित 'शील्ड' नामक प्रणाली के तहत निगरानी और रक्षा के लिए विशाल मानवरहित हवाई, समुद्री सतह और पानी के नीचे के ड्रोन तैनात करने पर 100 अरब येन (640 मिलियन अमेरिकी डॉलर) खर्च करेगा।
विज्ञापन
जापान ने बढ़ाया रिकॉर्ड रक्षा बजट।
- फोटो : अमर उजाला ग्राफिक्स
विज्ञापन
विस्तार
जापान के मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को आगामी वर्ष के लिए 9 ट्रिलियन येन (58 बिलियन अमेरिकी डॉलर) से ज्यादा के रक्षा बजट को मंजूरी दी। इस रिकॉर्ड रक्षा बजट योजना का मकसद इलाके में बढ़ते तनाव के मद्देनजर क्रूज मिसाइलों और मानवरहित हथियारों के साथ अपनी जवाबी हमला करने की क्षमता और तटीय रक्षा को मजबूत करना है।
Trending Videos
अप्रैल में शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष 2026 के लिए बजट का मसौदा 2025 की तुलना में 9.4 प्रतिशत ज्यादा है। यह जापान के चल रहे पांच वर्षीय कार्यक्रम का चौथा वर्ष है जिसका उद्देश्य वार्षिक हथियार खर्च को सकल घरेलू उत्पाद के 2 प्रतिशत तक दोगुना करना है।
विज्ञापन
विज्ञापन
चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच बड़ा फैसला
रक्षा बजट में यह बढ़ोतरी ऐसे समय में हुई है जब जापान को चीन से बढ़ते तनाव का सामना करना पड़ रहा है। जापानी प्रधानमंत्री सनाए ताकाइची ने नवंबर में कहा था कि अगर चीन ताइवान के खिलाफ कोई कार्रवाई करता है, तो उनके देश की सेना हस्तक्षेप कर सकती है। ताइवान एक स्वशासित द्वीप है जिसे बीजिंग अपने शासन के अधीन लाना चाहता है।
अमेरिकी दबाव के चलते ताकाइची सरकार ने सैन्य शक्ति बढ़ाने के लिए मार्च तक 2 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल करने का वादा किया, जो कि निर्धारित समय से दो साल पहले है। जापान ने अपनी सैन्य शक्ति को और मजबूत करने के लिए दिसंबर 2026 तक अपनी मौजूदा सुरक्षा और रक्षा नीति में संशोधन करने की भी योजना बनाई है।
.ये भी पढ़ें: बाजार: रिटर्न देने में ब्लूचिप शेयरों से इस साल पिछड़ गए मिड-स्मॉलकैप शेयर, पहले दिया था भारी-भरकम मुनाफा
क्रूज मिसाइलें और ड्रोन की खरीद पर जोर
मिसाइलें और ड्रोन दक्षिण-पश्चिमी द्वीप की रक्षा को मजबूत करेंगे। जापान ने दुश्मन के ठिकानों पर दूर से हमला करने के लिए लंबी दूरी की मिसाइलों से अपनी आक्रामक क्षमता को मजबूत किया है, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के उस सिद्धांत से एक बड़ा बदलाव है जिसमें बल के प्रयोग को आत्मरक्षा तक सीमित रखा गया था।
2022 में अपनाई गई मौजूदा सुरक्षा रणनीति में चीन को देश के लिए सबसे बड़ी रणनीतिक चुनौती बताया गया है। अमेरिका के साथ अपने सुरक्षा गठबंधन के तहत जापान के आत्मरक्षा बल के लिए अधिक आक्रामक भूमिका निभाने का आह्वान किया गया है।
टाइप-12 मिसाइलों की होगी तैनाती
नए बजट प्लान में जापान की 'स्टैंडऑफ' मिसाइल क्षमता को मजबूत करने के लिए 970 अरब येन (6.2 अरब अमेरिकी डॉलर) से ज्यादा का आवंटन किया गया है। इसमें घरेलू स्तर पर विकसित और उन्नत टाइप-12 सतह से जहाज पर मार करने वाली मिसाइलों की 177 अरब येन (1.13 अरब अमेरिकी डॉलर) की खरीद शामिल है, जिनकी मारक क्षमता लगभग 1,000 किलोमीटर (620 मील) है।
टाइप-12 मिसाइलों का पहला बैच मार्च तक जापान के दक्षिण-पश्चिमी कुमामोटो प्रांत में तैनात किया जाएगा। जो योजना से एक साल पहले है, क्योंकि जापान इस क्षेत्र में अपने मिसाइल निर्माण को तेज कर रहा है। जापान की बढ़ती उम्र और घटती आबादी और कम कर्मचारियों वाली सेना से जूझने की वजह से सरकार का मानना है कि मानवरहित हथियार जरूरी हैं।
अन्य वीडियो
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय Hindi News वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें कारोबार समाचार और Union Budget से जुड़ी ब्रेकिंग अपडेट। कारोबार जगत की अन्य खबरें जैसे पर्सनल फाइनेंस, लाइव प्रॉपर्टी न्यूज़, लेटेस्ट बैंकिंग बीमा इन हिंदी, ऑनलाइन मार्केट न्यूज़, लेटेस्ट कॉरपोरेट समाचार और बाज़ार आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़।
विज्ञापन
विज्ञापन