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E-Commerce: ऑनलाइन खरीददारी में छोटे शहरों ने महानगरों को पछाड़ा, फैशन और कॉस्मेटिक उत्पादों की बढ़ी मांग
बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली।
Published by: निर्मल कांत
Updated Sun, 19 Oct 2025 01:59 PM IST
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सार
E-Commerce: भारत के गैर-मेट्रो शहरों ने इस साल दिवाली पर ऑनलाइन खरीदारी में महानगरों को पीछे छोड़ दिया। कुल ई-कॉमर्स ऑर्डर में से लगभग 75% ऑर्डर छोटे शहरों से आए, जिनमें अकेले टियर-3 शहरों से 50% से ज्यादा योगदान रहा। रिपोर्ट के मुताबिक, कैश ऑन डिलीवरी अभी भी इन शहरों की पहली पसंद है।

ई-कॉमर्स
- फोटो : Adobe Stock
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विस्तार
दिवाली पर इस साल गैर-मेट्रो शहरों ने सबसे अधिक ऑनलाइन खरीददारी की। यह कुल ई-कॉमर्स कारोबार का लगभगत तीन-चौथारी हिस्सा रहा। अकेले टियर-3 शहरों का योगदान पचास फीसदी से अधिक रहा। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
लॉजिस्टिक्स इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म 'क्लिकपोस्ट' ने 4.25 करोड़ शिपमेंट के डाटा का विश्लेषण किया। रिपोर्ट में बताया गया कि त्योहारों के इस सीजन में ई-कॉमर्स में सबसे तेज और सबसे अधिक योगदान गैर-मेट्रो शहरों का रहा।
ये भी पढ़ें: धनतेरस पर मुंबई के झवेरी बाजार में बिका 36 टन सोना, सिक्के और बार बने ग्राहकों की पहली पसंद
रिपोर्ट में कहा गया, भारत के गैर-मेट्रो शहरों की रफ्तार हैरान करने वाली है। अकेले टियर-3 शहरों से 50.7 फीसदी ऑर्डर आए। टियर-2 शहरों से 24.8 फीसदी ऑर्डर मिले। यानी भारत के छोटे शहरों से कुल मिलाकर 74.7 फीसदी ऑर्डर आए। यह दिखाता है कि यही क्षेत्र अब ऑनलाइन खरीददारी की असली ताकत हैं।
दुर्गा पूजा के दौरान फैशन की मांग 14.3 फीसदी तक बढ़ी। करवा चौथ के मौके पर तो कॉस्मेटिक उत्पादों की खरीदारी फैशन को भी पीछे छोड़ गई। इतनी बड़ी संख्या में ऑर्डर आने के बावजूद देश की लॉजिस्टिक्स कंपनियों ने औसतन 2.83 दिन में डिलीवरी की। साथ ही, उसी दिन डिलीवरी का 4.2 फीसदी से बढ़कर 8.7 फीसदी हो गई।
टियर-3 शहरों में अब भी नकद पर डिलीवरी (कैश ऑन डिलीवरी) सबसे पसंदीदा तरीका बना हुआ है। यहां 52 फीसदी ऑर्डर नकद पर डिलीवरी से किए गए। हालांकि, देशभर में महंगे उत्पादों की खरीद में डिजिटल भुगतान का ज्यादा इस्तेमाल हुआ। ऑर्डर का औसत मूल्य भी 32.5 फीसदी बढ़ा है। 2024 में जहां औसत ऑर्डर 3,281 रुपये का था, वहीं 2025 में यह 4,346 रुपये हो गया।
ये भी पढ़ें: भारत और यूरोपीय संघ के बीच होगी व्यापार वार्ता, गोयल इसी महीने करेंगे ब्रुसेल्स का दौरा
क्लिकपोस्ट के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नमन विजय ने कहा, भारत खुदरा कारोबार के नए दौर में प्रवेश कर रहा है। अब टियर-3 शहर मेट्रो को पीछे छोड़ रहे हैं। दिलों में अभी भी कैश ऑन डिलीवरी है, लेकिन महंगी खरीदारी में डिजिटल भुगतान आगे है। अब कपड़ों के साथ-साथ घर को बेहतर बनाने वाले उत्पाद भी त्योहारों में खूब खरीदे जा रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, जो कंपनियां स्मार्ट हैं, वे पहले से ही अगली दिवाली की तैयारी कर रही हैं। इसमें सैकड़ों शहरों में उसी दिन डिलीवरी की योजना, स्थानीय जरूरतों के हिसाब से उत्पादों की पेशकश और तेज डिलीवरी मॉडल शामिल हैं। क्लिक पोस्ट हर महीने भारत, दक्षिण पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका और अमेरिका में 450 से ज्यादा ब्रांड के लिए पांच करोड़ से ज्यादा ऑर्डर संभालता है।

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रिपोर्ट में कहा गया, भारत के गैर-मेट्रो शहरों की रफ्तार हैरान करने वाली है। अकेले टियर-3 शहरों से 50.7 फीसदी ऑर्डर आए। टियर-2 शहरों से 24.8 फीसदी ऑर्डर मिले। यानी भारत के छोटे शहरों से कुल मिलाकर 74.7 फीसदी ऑर्डर आए। यह दिखाता है कि यही क्षेत्र अब ऑनलाइन खरीददारी की असली ताकत हैं।
दुर्गा पूजा के दौरान फैशन की मांग 14.3 फीसदी तक बढ़ी। करवा चौथ के मौके पर तो कॉस्मेटिक उत्पादों की खरीदारी फैशन को भी पीछे छोड़ गई। इतनी बड़ी संख्या में ऑर्डर आने के बावजूद देश की लॉजिस्टिक्स कंपनियों ने औसतन 2.83 दिन में डिलीवरी की। साथ ही, उसी दिन डिलीवरी का 4.2 फीसदी से बढ़कर 8.7 फीसदी हो गई।
टियर-3 शहरों में अब भी नकद पर डिलीवरी (कैश ऑन डिलीवरी) सबसे पसंदीदा तरीका बना हुआ है। यहां 52 फीसदी ऑर्डर नकद पर डिलीवरी से किए गए। हालांकि, देशभर में महंगे उत्पादों की खरीद में डिजिटल भुगतान का ज्यादा इस्तेमाल हुआ। ऑर्डर का औसत मूल्य भी 32.5 फीसदी बढ़ा है। 2024 में जहां औसत ऑर्डर 3,281 रुपये का था, वहीं 2025 में यह 4,346 रुपये हो गया।
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उन्होंने आगे कहा, जो कंपनियां स्मार्ट हैं, वे पहले से ही अगली दिवाली की तैयारी कर रही हैं। इसमें सैकड़ों शहरों में उसी दिन डिलीवरी की योजना, स्थानीय जरूरतों के हिसाब से उत्पादों की पेशकश और तेज डिलीवरी मॉडल शामिल हैं। क्लिक पोस्ट हर महीने भारत, दक्षिण पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका और अमेरिका में 450 से ज्यादा ब्रांड के लिए पांच करोड़ से ज्यादा ऑर्डर संभालता है।