Piyush Goyal: 'आत्मनिर्भर भारत के लिए सप्लाई चेन मजबूत करने की जरूरत', बोले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
पीयूष गोयल ने कहा कि हम प्रत्येक आपूर्ति शृंखला को क्षेत्रवार देख रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि हमारी कमजोरियां कहां हैं। हमें कहां क्षमता विस्तार की जरूरत है, और हम अपनी आपूर्ति शृंखलाओं में लचीलापन लाने के लिए अतिरिक्त खर्च करने को तैयार हैं।

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केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार सभी सेक्टर में सप्लाई चेन की समस्याओं को दूर कर मजबूती लाने के लिए काम कर रही है, भले ही इसके लिए अतिरिक्त खर्च करना पड़े।

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आत्मनिर्भर भारत पहल की शुरुआत
यूएनसीटीएडी के 'लचीली, सतत और समावेशी आपूर्ति श्रृंखलाओं और व्यापार रसद की ओर' विषय पर मंत्रीस्तरीय राउंडटेबल को संबोधित करते हुए गोयल ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत पहल शुरू की गई है। इसका उद्देश्य देश को आत्मनिर्भर बनाना और व्यापारिक लॉजिस्टिक्स को अधिक सक्षम बनाना है।
बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय मास्टर प्लान
सरकार ने घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना और देश में सेमीकंडक्टर उत्पादन को बढ़ावा देने की नीति जैसी पहल शुरू की है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने के लिए भारत ने एक ट्रिलियन डॉलर का राष्ट्रीय मास्टर प्लान शुरू किया है।
घरेलू बुनियादी ढांचे के विस्तार के लिए 130 अरब डॉलर का खर्च
उन्होंने कहा कि सरकार स्वयं घरेलू बुनियादी ढांचे के विस्तार पर हर साल लगभग 130 अरब डॉलर खर्च करती है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में, पिछले 10 वर्षों में, भारत ने अपनी बंदरगाह क्षमता को लगभग दोगुना कर दिया है, हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़ाकर 158 कर दी है और अगले सात और आठ वर्षों में, "हम हवाई अड्डों की संख्या 225 तक बढ़ा देंगे।
उन्होंने कहा कि इन उपायों से देश में रोजगार सृजन और क्षमता बढ़ाने में मदद मिली है। उन्होंने आगे कहा कि जहां भी हमें किसी भी भौगोलिक क्षेत्र में उत्पादन या आपूर्ति का संकेन्द्रण मिला, हमने वहां आत्मनिर्भरता की ओर ध्यान दिया। स्पष्ट रूप से, लाल सागर में जो कुछ हो रहा है या इन स्वास्थ्य महामारियों के बारे में हम कुछ नहीं कर सकते, लेकिन हमने महसूस किया कि आत्मनिर्भरता महत्वपूर्ण है।
अंतर्देशीय जलमार्गों में भारत निवेश कर रहा
इस्राइल-हमास संघर्ष ने एक प्रमुख समुद्री मार्ग, लाल सागर के माध्यम से व्यापारिक माल के सुचारू परिवहन को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि भारत रेल, सड़क और अंतर्देशीय जलमार्गों का एक विशाल नेटवर्क बनाने में भी निवेश कर रहा है। गोयल ने कहा कि इसका उद्देश्य स्थानीय उद्योग और आत्मनिर्भर विनिर्माण प्रणालियों को बढ़ावा देने के लिए आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है।
मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत जारी
उन्होंने आगे कहा कि भारत अमेरिका, यूरोपीय संघ, चिली, पेरू, न्यूजीलैंड और ओमान के साथ व्यापार समझौतों पर बातचीत कर रहा है। उसने ऑस्ट्रेलिया, ईएफटीए ब्लॉक, संयुक्त अरब अमीरात और मॉरीशस के साथ पहले ही समझौते लागू कर दिए हैं।