अमृतसर हादसे ने दिलाई पटना के गांधी मैदान की याद, जानें दशहरा में क्या हुआ था उस शाम
दशहरे की शाम पंजाब के अमृतसर जिले में दिल दहला देने वाली खबर सामने आई ,जब जौड़ा रेलवे फाटक के पास रावण दहन देख रहे 61 से ज्यादा लोग ट्रेन की चपेट में आ गए। दरअसल लोग पटरियों पर बैठकर रावण दहन देख रहे थे। इसी दौरान घटनास्थल से हावड़ा-अमृतसर (12054) ट्रेन गुजर चुकी थी। अंधेरा होने के कारण लोगों को दूसरी ट्रेन के बारे में पता नहीं चला। उसी समय वहां पर जालंधर-अमृतसर पैसेंजर ट्रेन डीएमयू (74643) ट्रेन गुजरी। ट्रैक पर कई लोग खड़े थे, जिन्हें ट्रेन कुचलते हुए गुजर गई।
घटना के बाद प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी से कार्रवाई करते हुए राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया। पंजाब सरकार ने भी मृतकों के लिए राहत राशि की घोषणा की है।। यहां के जौड़ा फाटक के पास स्थित एक मैदान में लोग रावण दहन देख रहे थे। ट्रैक पर आ रही तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आने से 61 से अधिक लोगों की जान चली गई और कई लोगों के घायल होने की खबर है। हादसा इतना दर्दनाक है कि इसकी तस्वीरें भी नहीं दिखाई जा सकती हैं । ऐसा नही है कि इस प्रकार कि घटना देश मे पहली बार हुई हो। बता दे कि इस प्रकार की घटना ने पटना के गांधी मैदान वाले हादसे की याद दिला दी ।
हादसा 4 साल पहले 3 अक्टूबर 2014 को बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में हुआ था। ये सभी लोग रावण दहन देख रहे थे और तभी भगदड़ मच गई। बता दे कि इस भगदड़ में 33 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे मे मारे गए लोगो में 27 महिलाएं और पांच पुरुष थे। यह घटना गांधी मैदान के दक्षिणी गेट (रामगुलाम चौक के सामने) के सामने हुआ था । गांधी मैदान के दक्षिणी गेट के नीचे बने लोहे के पाइप के चलते 33 लोगों की जान गयी थी। पहले एक अधेड़ उम्र की महिला का पैर इसी पाइप में फंस गया और वह जमीन पर गिर गयी। वहीं पर एक केबल का तार भी गिर गया था।
महिला को अचानक गिरता देख किसी ने करंट फैलने की अफवाह उड़ा दी। नतीजतन हजारों लोगों के बीच मे अफरातफरी मच गयी। जिसके कारण पहले तो लोगों को कुछ समझ नहीं आया लेकिन थोड़ी देर बाद ही भगदड़ मौत बनकर दौड़ने लगी। महिला के ऊपर सैकड़ो लोग गिर गए। कुछ लोग मौत के मुंह से सही सलामत निकलकर बाहर चले आए तो कुछ लोग हादसे का शिकार हो गए। इन दोनों घटनाओं ने देश को दहला दिया।