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कुंडली बॉर्डर हत्याकांड: लखबीर के परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा और नौकरी देने की मांग
अमर उजाला ब्यूरो, चंडीगढ़
Published by: भूपेंद्र सिंह
Updated Thu, 21 Oct 2021 02:10 AM IST
सार
कुंडली बॉर्डर पर हुई लखबीर सिंह की हत्या के मामले में युवा शक्ति दल ने अनुसूचित जाति के लोगों से किसान आंदोलन से हटने की अपील की है। साथ ही लखबीर सिंह के परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है।
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मृतक लखबीर और गम में डूबी पत्नी जसप्रीत।
- फोटो : फाइल फोटो
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विस्तार
बहुजन समाज से जुड़े संगठन युवा शक्ति दल बीएस-4 ने सिंघु बॉर्डर पर मारे गए लखबीर सिंह के लिए इंसाफ की मांग की है। संगठन के नेताओं का कहना है कि लखीमपुर खीरी में हुए घटनाक्रम के तुरंत बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी व अन्य नेता पहुंचे और पीड़ित परिवारों को मुआवजे का एलान किया, लेकिन सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में नृशंस तरीके से मारे गए पंजाब के अनुसूचित जाति के युवक लखबीर सिंह के परिवार के लिए कुछ नहीं किया गया है।
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संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि गौतम ने मांग की कि लखबीर सिंह के परिवार को 1 करोड़ रुपये मुआवजा और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। लखबीर के परिवार को शहर में मकान देने की भी मांग की गई है। संगठन की ओर से बुधवार को शंभू बॉर्डर पर धरना दिया गया और हाईवे जाम किया गया।
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चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकारों को संबोधित करते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विकी परोचा ने कहा कि जिस तरीके से लखबीर सिंह की हत्या की गई है, वह बहुत ही दुखद है। संगठन के राष्ट्रीय प्रधान रवि गौतम ने कहा कि किसान आंदोलन में शामिल अनुसूचित जाति के सभी लोग अपने घरों को लौट जाएं क्योंकि किसान नेता ही अनुसूचित जाति के योगदान को मान्यता नहीं देते। लखबीर की हत्या के बाद से ही किसान आंदोलन से अपने आप अनुसूचित जाति से जुड़े लोग लौटना शुरू हो चुके हैं और यही कारण है कि आंदोलन स्थल पर 60-70 लोग ही बचे हैं।