Karwa Chauth 2025: अखंड साैभाग्य के लिए करवाचाैथ का निर्जला व्रत शुरू, जानें चंडीगढ़ में कब दिखेगा चांद
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी को मनाया जाने वाला करवाचौथ व्रत आज है। सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु, उत्तम स्वास्थ्य और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए निर्जला व्रत रख रही हैं। चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद सुहागिनें व्रत खोलेंगी।
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सोलह शृंगार, मेंहदी और सजे थालों के बीच सुहागिनें आज करवाचौथ का व्रत रख रही हैं। रात को चांद को अर्घ्य देने के बाद ही व्रती पानी ग्रहण करेंगी।
चंडीगढ़ में चंद्रोदय का समय रात 8 बजकर 10 मिनट रहेगा। श्री देवालय पूजक परिषद के संरक्षक और सेक्टर 28 के खेड़ा शिव मंदिर के पुजारी आचार्य ईश्वर चंद्र शास्त्री ने बताया कि चंद्रमा को अर्घ्य प्रदान कर पारण करना चाहए। इस व्रत में शिव परिवार की पूजा होती है।
उन्होंने कहा कि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का शुभारंभ 9 अक्तूबर रात्रि 10 बजकर 55 मिनट पर हुआ है। चतुर्थी तिथि का समापन 10 अक्तूबर शुक्रवार की शाम 07 बजकर 39 मिनट पर होगा।
पूजा का दो गुण होगा फल ...
ईश्वर चंद्र शास्त्री ने बताया कि इस वर्ष करवा चौथ पर सिद्धि योग के साथ कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। इस दिन चंद्रमा कृत्तिका व रोहणी नक्षत्र तथा अपनी उच्च राशि वृषभ में विचरण करेंगे। ऐसे योग में पूजा करना व चन्द्रमा को अर्घ्य देना अत्यंत शुभ कारक माना गया है। इसके साथ ही महाभाग्य योग व शिववास योग का भी संयोग है, जिससे पूजा का फल दो गुना हो जाता है।
ऐसे करें भगवान की पूजा ....
श्री देवालय पूजक परिषद चंडीगढ़ के अध्यक्ष और सेक्टर 18 के श्री राधा कृष्ण मंदिर के पुजारी डॉ लाल बहादुर दुबे ने बताया कि करवा चौथ पर व्रत करने वाली महिलाओं को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाना चाहिए। इसके बाद सरगी का सेवन करें, जो कि इस व्रत की शुरुआत मानी जाती है। सरगी के बाद देवी-देवताओं का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें।
पूजा के लिए दो घंटे 12 मिनट सबसे उत्तम मुहूर्त: अयोध्या प्रसाद शास्त्री
सेक्टर 8 के प्राचीन शिव मंदिर के पुजारी पंडित अयोध्या प्रसाद शास्त्री ने बताया कि करवाचौथ की पूजा के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त दोपहर बाद 3.30 बजे से शाम 5 बजकर 42 मिनट तक है। इस समय आयुष्य सिद्धि योग के अलावा कृतिका और रोहिणी का संगम हो रहा है। चंद्रोदय के समय चंद्रमा उच्च का है। ऐसे में पूजा का फल उत्तम होगा। उन्होंने कहा कि राहुकाल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजे तक है। इस समय में पूजा नहीं करनी चाहिए।
चंद्रदेव की बरसेगी कृपा: राम बहादुर मिश्र
सेक्टर 15 के जय श्री राम ज्योतिष केंद्र के प्रमुख राम बहादुर मिश्र का कहना है कि दान करना भी व्रत का एक अंग है। इसलिए जो करवा चौथ का व्रत करते हैं, वे शुक्र एवं चंद्रमा से संबंधित दान करें। जिसमें दूध, चावल, चीनी, चांदी, सफेद वस्त्र, मिश्री, घी आदि। उन्होंने कहा कि इस बार सुहागिन महिलाएं लाल और पिंक परिधान धारण करें। उन्होंने कहा कि पति क्रीम और पीले रंग के कपड़े पहने। ऐसे में चंद्र देव की कृपा बरसेगी।