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उफनाई ब्यास-सतलुज: पाकिस्तान ने खोले सुलेमान हेड वर्क्स के फ्लड गेट, पंजाब के दक्षिणी मालवा को मिली राहत
संवाद न्यूज एजेंसी, अमृतसर (पंजाब)
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Thu, 13 Jul 2023 01:41 PM IST
सार
मुख्य इंजीनियर (ड्रेन) एचएस महेंदीरत्ता ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा फ्लड गेट खोलने से दक्षिण मालवा पानी के प्रकोप से बच गया है। जल संसाधन विभाग ने 10 जुलाई को केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय को सूचना भेजी थी कि सतलुज का करीब दो लाख क्यूसेक पानी पाकिस्तान को छोड़ा जाएगा।
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पंजाब में बरसात से हालात बिगड़े
- फोटो : फाइल
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विस्तार
पहाड़ी क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के कारण पंजाब की नदियां उफान पर हैं। सबसे ज्यादा पानी ब्यास और सतलुज दरिया में आया है। जिसके चलते इन दोनों दरियाओं के आसपास के इलाके बाढ़ के पानी से प्रभावित हो रहे हैं। इसी बीच पाकिस्तान ने एक अच्छे पड़ोसी वाला व्यवहार किया है।
पंजाब में बाढ़ आने पर पाकिस्तान ने अपने सुलेमान हेड वर्क्स से 10 फ्लड गेट खोल दिए हैं। हालांकि, फ्लड गेट खुलने से पाकिस्तान के कुछ इलाके बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं लेकिन इसके चलते भारतीय पंजाब के इलाकों को काफी राहत मिली है।
यह भी पढ़ें: चंडीगढ़ से मनाली गई PRTC की बस पानी में बही, ड्राइवर का शव मिला, कंडक्टर की तलाश जारी
मुख्य इंजीनियर (ड्रेन) एचएस महेंदीरत्ता ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा फ्लड गेट खोलने से दक्षिण मालवा पानी के प्रकोप से बच गया है। जल संसाधन विभाग ने 10 जुलाई को केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय को सूचना भेजी थी कि सतलुज का करीब दो लाख क्यूसेक पानी पाकिस्तान को छोड़ा जाएगा।
नियमों के मुताबिक, अगर पाकिस्तान को 50 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ना है तो इसकी पहले से जानकारी देना जरूरी होती है। हरिके हेड वर्क्स से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो आगे चलकर पाकिस्तान के कसूर और फिर हुसैनीवाला के पास से पाकिस्तान में चला जाता है। उधर पाकिस्तान ने भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सुलेमान हेड वर्क्स के गेट खोल दिए हैं जिससे आने वाले दिनों में भी काफी राहत मिलने की संभावना है।
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पंजाब में बाढ़ आने पर पाकिस्तान ने अपने सुलेमान हेड वर्क्स से 10 फ्लड गेट खोल दिए हैं। हालांकि, फ्लड गेट खुलने से पाकिस्तान के कुछ इलाके बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं लेकिन इसके चलते भारतीय पंजाब के इलाकों को काफी राहत मिली है।
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मुख्य इंजीनियर (ड्रेन) एचएस महेंदीरत्ता ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा फ्लड गेट खोलने से दक्षिण मालवा पानी के प्रकोप से बच गया है। जल संसाधन विभाग ने 10 जुलाई को केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय को सूचना भेजी थी कि सतलुज का करीब दो लाख क्यूसेक पानी पाकिस्तान को छोड़ा जाएगा।
नियमों के मुताबिक, अगर पाकिस्तान को 50 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ना है तो इसकी पहले से जानकारी देना जरूरी होती है। हरिके हेड वर्क्स से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो आगे चलकर पाकिस्तान के कसूर और फिर हुसैनीवाला के पास से पाकिस्तान में चला जाता है। उधर पाकिस्तान ने भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सुलेमान हेड वर्क्स के गेट खोल दिए हैं जिससे आने वाले दिनों में भी काफी राहत मिलने की संभावना है।
सरहिंद ड्रेन में जल स्तर बढ़ा, पुल का हिस्सा धंसने से ट्रैफिक डायवर्ट
पहाड़ी राज्यों में हो रही मूसलाधार बारिश से सुनाम से गुजरते सरहिंद ड्रेन (प्राचीन सरस्वती नदी) में जल स्तर बढ़ गया है। इससे आसपास के खेतों में पानी घुसने लगा है लेकिन हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं। इसी ड्रेन पर बने पुल (संगरूर-सुनाम मार्ग) का छोटा हिस्सा गुरुवार को धंस गया। एसडीएम जसप्रीत सिंह ने मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया। पुल से चौपहिया वाहनों के गुजरने पर रोक लगा दी गई है और संबंधित विभाग को इसका समाधान करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
एसडीएम जसप्रीत सिंह ने बताया कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। सरहिंद ड्रेन पुल काफी पुराना होने के चलते इसमें दरारें आ गई हैं। नया पुल बनाने का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया गया है। फिलहाल ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया है। अब संगरूर जाने के लिए तीन विकल्प हैं। वाया भरूर या वाया उपली चट्ठे अथवा वाया महिलां चौक।
पहाड़ी राज्यों में हो रही मूसलाधार बारिश से सुनाम से गुजरते सरहिंद ड्रेन (प्राचीन सरस्वती नदी) में जल स्तर बढ़ गया है। इससे आसपास के खेतों में पानी घुसने लगा है लेकिन हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं। इसी ड्रेन पर बने पुल (संगरूर-सुनाम मार्ग) का छोटा हिस्सा गुरुवार को धंस गया। एसडीएम जसप्रीत सिंह ने मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया। पुल से चौपहिया वाहनों के गुजरने पर रोक लगा दी गई है और संबंधित विभाग को इसका समाधान करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
एसडीएम जसप्रीत सिंह ने बताया कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। सरहिंद ड्रेन पुल काफी पुराना होने के चलते इसमें दरारें आ गई हैं। नया पुल बनाने का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया गया है। फिलहाल ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया है। अब संगरूर जाने के लिए तीन विकल्प हैं। वाया भरूर या वाया उपली चट्ठे अथवा वाया महिलां चौक।