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आजादी के नायक करोड़ा सिंह: लाहौर जेल में काटी सजा, नहीं की शादी...100 साल की उम्र में कहा अलविदा
संवाद न्यूज एजेंसी, फतेहगढ़ साहिब (पंजाब)
Published by: ajay kumar
Updated Mon, 15 Aug 2022 08:01 AM IST
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सार
स्वतंत्रता सेनानी करोड़ा सिंह के पारिवारिक सदस्यों के अनुसार उनका जन्म 1922 में गांव बाठां खुर्द में हुआ था। करोड़ा सिंह ने विवाह नहीं किया था और अपने भाई भाग सिंह के साथ ही रहते थे। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया था और लाहौर की सेंट्रल जेल में एक साल रहे थे।

अपने भाई के पौत्र गुरप्रीत सिंह के साथ करोड़ा सिंह।
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी (फाइल फोटो)
विस्तार
फतेहगढ़ साहिब सब-डिवीजन खमाणों के गांव बाठां खुर्द निवासी स्वतंत्रता संग्रामी करोड़ा सिंह ने देश की आजादी के लिए सराहनीय योगदान दिया है। देश की आजादी के लिए इस महान सपूत ने शादी तक नहीं की और लाहौर की जेल में एक साल की सजा भी काटी। 100 वर्ष की आयु में अपने पैतृक गांव बाठां खुर्द में 6 जून 2022 को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके अंतिम संस्कार पर पुलिस की टुकड़ी ने सलामी देते हुए दो मिनट का मौन रखा था। उनके पार्थिव शरीर को उनके भाई के पोते गुरप्रीत सिंह ने मुखाग्नि दी।
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स्वतंत्रता सेनानी करोड़ा सिंह के पारिवारिक सदस्यों के अनुसार उनका जन्म 1922 में गांव बाठां खुर्द में हुआ था। करोड़ा सिंह ने विवाह नहीं किया था और अपने भाई भाग सिंह के साथ ही रहते थे। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया था और लाहौर की सेंट्रल जेल में एक साल रहे थे। उन्हें पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से सम्मानित भी किया गया था।
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एसडीएम परलीन कालेका ने बताया कि स्वतंत्रता संग्रामी हमारे देश का सबसे बड़ा खजाना हैं। उनकी कुर्बानियों की बदौलत आज हम आजादी के सुखद माहौल में सांस ले रहे हैं। दिवंगत करोड़ा सिंह ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ अपने देश के लिए जेल काटी।